'दुर्भाग्यवश, विराट कोहली की पीठ के ऊपरी हिस्से में ऐंठन है. और उम्मीद है कि अगले टेस्ट तक वह पूरी तरह से फिट हो जाएंगे. कोहली की जगह हनुमा विहारी को प्लेइंग इलेवन में लाया गया है. बस यही एक बदलाव है. हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह एक दिन देश की अगुवाई करे. गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं और चैलेंज के लिए तैयार हूं. जोहानसबर्ग में हम लोगों ने जीत हासिल की है. और उसे दोहराना चाहेंगे. सेंचुरियन में टीम के तौर पर हम लोगों ने बढ़िया प्रदर्शन किया था. और इस मैच को लेकर उत्साहित हूं.'
पता चला गया किस वजह से जोहानसबर्ग टेस्ट नहीं खेल रहे हैं विराट!
कोहली की जगह राहुल कर रहे हैं कप्तानी.
जोहानसबर्ग टेस्ट शुरू होने से ठीक पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है. कप्तान विराट कोहली( Virat Kohli) दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं. कोहली की जगह केएल राहुल टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे हैं. और उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है. केएल राहुल ने बताया कि कोहली पीठ में ऐंठन की वजह से जोहानसबर्ग टेस्ट नहीं खेल रहे हैं. कोहली की जगह हनुमा विहारी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है. बता दें कि जोहानसबर्ग टेस्ट विराट कोहली के लिए ख़ास था. वह अपना 99वां टेस्ट खेलने के लिए उतरते. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कोहली के बाहर होने पर राहुल ने कहा,
उधर, साउथ अफ्रीका ने दो बड़े बदलाव किये हैं. क्विंटन डी कॉक के संन्यास के बाद काइल वरेन को टीम में शामिल किया गया है. जबकि वियान मुल्डर की जगह डुवेन ओलिवियर को लाया गया है. जोहानसबर्ग की पिच पेसर्स के लिए मददगार साबित होती है. पिछले कुछ दिनों से बारिश भी हो रही थी. ऐसे में तेज गेंदबाजों को पिच से अतिरिक्त उछाल मिलेंगी. गौर हो कि जोहानसबर्ग में गेंदबाजों का बोलबाला रहा है. औसतन हर 29 रन के बाद यहां विकेट गिरते हैं. जबकि इकॉनमी रेट 3.06 का है. इसका मतलब ये भी है कि इस पिच पर रन तेजी से बनते हैं लेकिन घबराने वाली बात नहीं है. जोहानसबर्ग में टीम इंडिया का रिकॉर्ड शानदार रहा है. 1992 के बाद भारत ने इस मैदान पर पांच टेस्ट मैच खेले हैं. जिनमें उन्हें दो में जीत मिली है. और तीन टेस्ट ड्रॉ रहे हैं. यानी