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कुछ गेंदों ने कैसे खत्म किया इंग्लैंड का 24 साल लम्बा इंतज़ार?

अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड.

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इंग्लैंड और अफ़ग़ानिस्तान के बीच हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप 2022 के पहले सेमि-फाइनल के दौरान (क्रेडिट: ICC)
वेस्टइंडीज़ में चल रहे Under-19 वर्ल्ड कप 2022 का पहला सेमीफाइनल बेहद रोमांचक तरीके से खत्म हुआ. आखिरी ओवर तक चले इस मैच में इंग्लैंड ने अफ़ग़ानिस्तान को 15 रन से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है. 24 साल बाद इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे इंग्लैंड के लिए लेग स्पिनर रेहान अहमद और जॉर्ज बेल मैच के हीरो रहे. बेल को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया. मंगलवार, 1 फरवरी को एंटीगा स्थित सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में इंग्लैंड के कप्तान टॉम प्रेस्ट ने टॉस जीतकर बल्लेबाज़ी का फैसला लिया. चौथे ही ओवर में सलामी बल्लेबाज़ बेथल के विकेट के बाद ये फैसला गलत साबित होने लगा. लेकिन तीसरे नंबर पर आए कप्तान ने दूसरे सलामी बल्लेबाज़ जॉर्ज थॉमस के साथ मिलकर पारी को संभाला. लेकिन 50 के पार जाते-जाते कप्तान प्रेस्ट भी 17 रन बनाकर चलते बने. 21वें ओवर में थॉमस भी अपनी हाफ सेंचुरी पूरी करते ही आउट हो गए. इसके बाद इंग्लैंड ने लगातार अंतराल पर विकेट्स गंवाए. 35वें ओवर में महज़ 136 के स्कोर तक आते-आते इंग्लैंड ने अपना छठा विकेट भी खो दिया. तभी बारिश ने मैच में खलल डाला. जिसके बाद मैच पचास से घटाकर 47 ओवर का कर दिया गया. बारिश के चलते मिला ये ब्रेक इंग्लैंड की टीम के लिए अच्छा साबित हुआ. मैच दोबारा शुरू होने के बाद इंग्लैंड के विकेटकीपर एलेक्स होरटन और बेल ने आक्रामक अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करनी शुरू की. दोनों ने नाबाद अर्धशतकीय पारियां खेलीं और इंग्लैंड के स्कोर को 231 तक पहुंचा दिया. बेल ने 67 गेंदों में 56 जबकि होरटन ने 36 गेंदों में 53 रन बनाए. जवाब में अफ़ग़ानिस्तान की शुरुआत भी बेहद खराब अंदाज़ से हुई. पारी की महज़ तीसरी ही गेंद पर टीम ने अपना पहला विकेट खो दिया. इसके बाद विकेटकीपर और सलामी बल्लेबाज़ मोहम्मद इशाक ने तीसरे नंबर पर आए अल्लाह नूर के साथ 93 रन की शानदार पार्टनरशिप कर डाली. लेकिन तभी इंग्लैंड के मीडियम पेसर थॉमस असपिन्वाल ने सारा गेम ही पलट दिया. उन्होंने पहले इशाक को रन आउट किया और उसके बाद कप्तान सुलिमान साफी को शून्य पर आउट करने के साथ-साथ नूर को भी 60 के स्कोर पर चलता कर दिया. जल्दी ही 94 रन पर एक विकेट से अफ़ग़ानिस्तान का स्कोर 106 रन पर चार विकेट हो गया. इसके बाद अब्दुल हदी और बिलाल अहमद के बीच 50 रन की पार्टनरशिप हुई. अफ़ग़ानिस्तान की टीम मैच में वापसी कर चुकी थी. लेकिन तभी टीम को दो बड़े झटके लगे और मैच बराबरी पर आ गया. आखिरी दो ओवर में अफ़ग़ानिस्तान को जीत के लिए 19 रन चाहिए थे और सेट बल्लेबाज़ हदी अभी भी क्रीज़ पर मौजूद थे. और यहीं से लेग-स्पिनर अहमद ने मामला खराब कर दिया. अहमद ने 46वें ओवर में सिर्फ एक रन देते हुए तीन विकेट झटक लिए. और अफ़ग़ानिस्तान यहीं से मैच से बाहर हो गया. आखिरी ओवर में अफ़ग़ानिस्तान की टीम सिर्फ दो रन बना पाई और इंग्लैंड 1998 के बाद पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गया.