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क्रिकेट के किस फॉर्मेट को सबसे ज्यादा पसंद करते थे शेन वॉर्न?

ICC को दी थी बड़ी सलाह.

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शेन वॉर्न ( फोटो क्रेडिट : Getty)
कहा जाता है कि टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है. क्रिकेट को क़रीब से देखने और पढ़ने वाले इस बात से खूब इत्तफ़ाक रखते होंगे. टेस्ट में खिलाड़ियों के कैरेक्टर की असली परीक्षा होती है. फटाफट क्रिकेट के युग में टेस्ट को लेकर लोगों की दीवानगी जरूर कम हुई है, लेकिन इसके बाद भी हर किसी की चाहत यही है कि टेस्ट क्रिकेट जिंदा रहे. क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप को चाहने वालों में एक नाम शेन वॉर्न का भी था. महान स्पिनर शेन वॉर्न अब इस दुनिया में नहीं हैं. 4 मार्च को थाईलैंड में हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हुआ. लेकिन वॉर्न हमेशा चाहते थे कि टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा मिले. लोकप्रियता मिले. इस फॉर्मेट को लेकर लोगों की दीवानगी बनी और बढ़ती रहे. साल 2017 में इंडिया टुडे ग्रुप द्वारा आयोजित सलाम क्रिकेट में जब वॉर्न से पूछा गया कि उनका पसंदीदा फॉर्मेट कौन सा है, और क्या आपको टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर चिंता है? तो इस पर शेन वॉर्न ने कहा,
'तीनों फॉर्मेट में टेस्ट क्रिकेट मेरा फेवरेट है. मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट ही असली टेस्ट है. लेकिन वनडे और T20I फॉर्मेट का खेला जाना भी बहुत ज्यादा जरूरी है. क्योंकि दोनों एक-दूसरे की हेल्प करते हैं. T20I और वनडे की वजह से अब टेस्ट क्रिकेट सकारात्मकता के साथ खेला जा रहा है. लेकिन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि क्या मौजूदा दौर के खिलाड़ी बेस्ट के खिलाफ खुद को टेस्ट करना चाहते हैं? उन्हें फ्रैंचाइज क्रिकेट से बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट ऑफर मिलते हैं. बहुत पैसा कमाते हैं. ये भी अच्छी बात है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट को मत छोड़िये. किसी भी खिलाड़ी के लिए टेस्ट ही अल्टीमेट क्रिकेट है.'
टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर वॉर्न ने कहा,
'ICC को टेस्ट क्रिकेट पर ज्यादा से ज्यादा पैसे खर्च करने चाहिए. उन्हें स्कूल-कॉलेज में प्रमोट करना चाहिए. ICC को टेस्ट क्रिकेट पर बड़ी मार्केटिंग और कैम्पेन चलाना चाहिए. मुझे ये लगता है कि ICC को नंबर वन टेस्ट टीम को 10 मिलियन डॉलर का चेक देने का ऐलान करना चाहिए. ताकि टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा मिले. अब ये उस टीम पर निर्भर करता है कि वह उन पैसों का क्या करते हैं. उन्हें चैरिटी में भी दे सकते हैं. इससे टेस्ट को और भी ज्यादा हाइप मिलेगा. अगर आप टेस्ट क्रिकेट को प्रमोट करेंगे, बेस्ट प्लेयर्स खेलेंगे. और कप्तान अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए टेस्ट मैच जीतेंगे, तो यकीन मानिए दर्शक टेस्ट मैच देखने आएंगे.'
बताते चलें कि शेन वॉर्न ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 टेस्ट में 25 के ऐवरेज से 708 विकेट झटके थे.