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मेसी ने रिकॉर्ड सातवीं बार जीता बैलन डे ऑर खिताब

रोनाल्डो सेरेमनी में नहीं आए और किसपर भड़के?

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सात बार बेलोन डी' ओर जीत गए मेसी (फोटो - एपी, पीटीआई)
अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने एक बार फिर से कमाल कर दिया है. मेसी एक बार फिर से बैलन डे ऑर अवॉर्ड खिताब को अपने नाम कर गए हैं. मेसी ने रिकॉर्ड सातवीं बार ये अवॉर्ड अपने नाम कर इतिहास रच दिया है. इस अवॉर्ड के लिए मेसी ने बेयर्न म्यूनिख के रोबर्ट लेवानडॉस्की के साथ क्रिस्टियानो रोनाल्डो को भी पीछे छोड़ा.
आपको बता दें, इस अवॉर्ड सेरेमनी में क्रिस्टियानो रोनाल्डो शामिल नहीं हुए थे. क्योंकि वो फ्रांस फुटबॉल के संपादक पास्कल फेरे से नाराज़ बताए जा रहे हैं. हालांकि रोनाल्डो ने फेरे द्वारा किए गए कमेंट का जवाब अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दिया है.
इस अवॉर्ड को एक बार फिर से जीतने के बाद मेसी ने कहा,
‘आज, मैं पेरिस में हूं. मैं बहुत खुश हूं. सच में बहुत खुश. मैं वास्तव में लड़ना जारी रखना चाहता हूं और नए उद्देश्यों तक पहुंचना चाहता हूं. मुझे नहीं पता कितने और साल लेकिन मैं खुद को एंजॉय कर रहा हूं. मैं बारसा, पेरिस और अर्जेंटीना के अपने टीम-मेट्स का शुक्रिया अदा करता हूं.’
आपको बता दें कि चार इंटरनेशनल फाइनल में हारने के बाद मेसी ने इसी साल अर्जेंटीना को कोपा अमेरिका कप जिताया है.
#क्या है बैलन डे ऑर अवॉर्ड?
बैलन डे ऑर अवॉर्ड हर साल फ्रांस की फुटबॉल मैगजीन बैलन डे ऑर द्वारा आयोजित किए जाते हैं. ये अवॉर्ड उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जो क्लब या अपने देश की टीम के लिए एक साल में सबसे बढ़िया प्रदर्शन करते हैं. ये अवॉर्ड देने की शुरुआत साल 1965 में हुई थी. और ये अवॉर्ड ब्लैकपुल के लिए खेलने वाले इंग्लैंड के स्टेनली मैथ्यूज ने जीता था. 2018 से महिला फुटबॉलर्स को भी इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाने लगा.
# मेसी का रिकॉर्ड?
मेसी सात बार ये खिताब जीतने वाले पहले फुटबॉलर बन गए हैं. उन्होंने ये खिताब 2009, 2010, 2011, 2012, 2015, 2019 और 2021 में जीता है. साथ ही इस लिस्ट में उनके आस-पास भी कोई नहीं है. उनके बाद पुर्तगाल के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम ये अवॉर्ड पांच बार रहा है. नीदरलैंड के जोहान क्रूफ, नीदरलैंड के ही मार्को वान बेस्टन और फ्रांस के माइकल प्लाटिनी ने तीन बार इस खिताब को जीता है. जर्मनी के फ्रेंच बेकेबायर, ब्राजील के रोनाल्डो नाज़ारियो और स्पेन के अल्फ्रेडो डी स्टेफ़नो ने दो बार इसे अपने नाम किया है.
# रोनाल्डो क्यों नहीं आए?
दरअसल, रोनाल्डो फ्रांस फुटबॉल के संपादक पास्कल फेरे से नाराज हैं. पास्कल फेरे ने ये दावा किया था कि
‘रोनाल्डो का केवल एक ही लक्ष्य है. और वो संन्यास लेने से पहले मेसी से ज्यादा बैलन डे ऑर अवॉर्ड जीतना चाहते हैं. और मुझे इस बारे में जानकारी है क्योंकि उन्होंने मुझे ये बताया है.’

फेरे के इसी बयान का जवाब देते हुए रोनाल्डो ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा पोस्ट लिख दिया,
‘यह अस्वीकार्य है कि इस तरह के एक प्रतिष्ठित पुरस्कार को देने के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति इस तरह से झूठ बोल सकता है. मैं हमेशा उन को बधाई देना चाहता हूं जो जीतते हैं. मेरे करियर का मार्गदर्शन खेल भावना और निष्पक्ष खेल ने किया है. इसलिए मैं कभी किसी के खिलाफ नहीं हूं.'

अपनी बात आगे रखते हुए रोनाल्डो ने लिखा,
‘मेरे करियर की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षा उन सभी के लिए एक अच्छा उदाहरण बनना है जो प्रोफेशनल फुटबॉलर हैं या बनना चाहते हैं. साथ ही मेरी महत्वाकांक्षा है कि मैं अपना नाम विश्व फुटबॉल के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिख दूं.’

 


रोनाल्डो के सेरेमनी में ना शामिल होने का कारण पास्कल फेरे ने क्वारंटाइन बताया था. इसको भी रोनाल्डो ने अपनी पोस्ट के जरिए गलत बताया है.