The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

टीम इंडिया की मिसाल देकर ऑस्ट्रेलिया को क्या चेतावनी दे बैठे जोस बटलर?

गाबा मैदान पर इंग्लैंड के जीतने की संभावना पर सवाल उठ रहे थे.

post-main-image
ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम (बाएं) और इंग्लैंड के विकेट-कीपर बल्लेबाज़ जोस बटलर (दाएं) (पीटीआई)
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज़ की शुरुआत 8 दिसंबर से हो रही है. सीरीज़ का पहला मैच ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में खेला जाएगा जहां कंगारू टीम दशकों तक अजय रही थी. ऐसे में ऐशेज सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड की जीत को लेकर अभी से सवाल उठाए जा रहे हैं. हालांकि टीम के विकेट-कीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने इन सवालों का जवाब दिया है. मैच से एक दिन पहले मंगलवार 7 दिसंबर को जोस बटलर ने भारतीय टीम का उदाहरण देते हुए एक बड़ा बयान दिया. बटलर का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया को गाबा में हराना नामुमकिन नहीं है और टीम इंडिया इसका सबूत है.

क्या बोले बटलर?

दरअसल इसी साल 19 जनवरी को टीम इंडिया ने इसी गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट मैच हराया था और सीरीज़ पर कब्ज़ा किया था. साल 1988 के बाद ऐसा पहली बार हुआ था जब ऑस्ट्रेलिया की टीम गाबा में कोई टेस्ट मैच हारी थी. भारतीय टीम की इसी जीत का हवाला देते हुए बटलर ने कहा है कि जब भारतीय टीम इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को मात दे सकती है तो इंग्लैंड भी ऐसा कर सकती है. क्रिकबज़ से बात करते हुए बटलर ने कहा,
'जब भी आप ऑस्ट्रेलिया आकर खेलते हैं तो ये अपने आप में एक बड़ा चैलेंज होता है. खासकर इंग्लैंड की टीम के लिए. इतिहास भी इसके बारे में बताता है जो इसे और भी रोमांचक बना देता है. ऑस्ट्रेलिया ब्रिस्बेन में आमूमन अच्छा खेलती है, लेकिन ये भी सच है कि वे इसी मैदान पर हाल ही में भारतीय टीम से हारे हैं. जो ये साबित करता है कि ऑस्ट्रेलिया को यहां हराना नामुमकिन नहीं है.'
बटलर ने आगे कहा,
'हम ये भी जानते हैं कि ऐसा करने के लिए हमे अपना बेस्ट प्रदर्शन करना होगा. हम सामने वाली टीम से ज्यादा फोकस खुद की टीम पर करते हैं. बेशक हमारा सामना एक बेहतरीन टीम के साथ है, लेकिन हमें पता है कि अगर हम अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाते हैं तो हम ऑस्ट्रेलिया को हरा सकते हैं या हराने के बेहद करीब पहुंच सकते हैं.'
भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत से पहले गाबा के मैदान को फ़तेह करना लगभग नामुमकिन सा माना जाने लगा था. कारण था ऑस्ट्रेलिया का इस मैदान पर बेमिसाल प्रदर्शन. 1988 में वेस्ट इंडीज़ से हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया इस मैदान पर अगले 31 मैचों तक अविजित रही. जिनमें से 24 में जीत मिली और बाकी सात मैच ड्रा रहे. एशेज की बात करें तो इंग्लैंड ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया में जाकर ये सीरीज़ 2011 में जीती थी. उसके बाद से इंग्लैंड दो बार एशेज खेलने ऑस्ट्रेलिया गई है और दोनों बार उसे मुंह की खानी पड़ी है. ऐसे में देखना होगा कि इंग्लैंड इस बार ऑस्ट्रेलिया जाकर कैसा प्रदर्शन करती है.