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एशेज़ में दिखा असली टेस्ट का रोमांच, जीती हुई बाज़ी हारते-हारते बचा इंग्लैंड

आखिरी 13 रन में पलट गई बाज़ी.

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वीमेंस एशेज टेस्ट के दौरान इंग्लैंड की बैटर और ऑस्ट्रेलिया की टीम (पीटीआई)
ऑस्ट्रेलिया में चल रही विमिंस एशेज सीरीज़ का इकलौता टेस्ट बेहद रोमांचक तरीके से खेला गया. कैनबरा में खेले गए सीरीज़ के इकलौते टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों ने मैच को अपने खाते में डालने की पूरी कोशिश की. लेकिन आखिर में टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ. पहले इंग्लैंड ने वनडे स्टाइल में बल्लेबाज़ी करते हुए मैच को ऑस्ट्रेलिया के हाथ से लगभग निकाल ही लिया था. लेकिन आखिरी सेशन में ऑस्ट्रेलिया की कमाल की गेंदबाज़ी ने महज़ 27 रन पर इंग्लैंड के छह बल्लेबाज़ों को वापस पवेलियन भेजा और मैच को अपनी तरफ झुकाया. हालांकि आखिरी 11 गेंद में अपना आखिरी विकेट बचाकर इंग्लैंड ने मैच बचा लिया. इस ड्रॉ के साथ ही इंग्लैंड की टीम अपने 11 साल के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया में एक भी एशेज टेस्ट ना हारने की स्ट्रीक को कायम रखने में कायम रही है. आखिरी दिन क्या हुआ? मैच के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 216 रन पर सात विकेट खोने के बाद घोषित की. पहली पारी की लीड मिलाकर ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने 257 रन का लक्ष्य रखा. जवाब देने उतरी इंग्लैंड की टीम ने पहली गेंद से अपने इरादे साफ कर दिए. सलामी बल्लेबाज़ पांच से ऊपर के रनरेट से अटैकिंग बल्लेबाज़ी करने लगे. ओपनर लॉरेन विनफील्ड ने 65 गेंदों में 33, जबकि टैमी ब्यूमोंट ने 42 गेंद में 36 रन कूटे. तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए आईं कप्तान हीथर नाईट ने भी 90 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की. लेकिन वे अपने अर्धशतक से महज़ दो रन चूक गईं. उन्होंने ये रन महज़ 56 गेंद में बनाए. इसके बाद आखिरी सेशन में भी इंग्लैंड की टीम जीत की पटरी पर दौड़ रही थी. चौथे नंबर पर आईं Nat Sciver और Sophia Dunkley 13 चौकों और 2 छक्कों की मदद से स्कोर को 218 तक ले गईं. हाथ में अभी सात विकेट थे. लेकिन Sciver के आउट होते ही 257 का आसान सा लगने लक्ष्य मुश्किल हो गया. ऑस्ट्रेलिया की टीम एकदम से इंग्लैंड पर हावी हो गई. एक के बाद एक 26 रन के अंदर टीम ने छह विकेट खो दिए. आखिर में जीत के लिए अब भी 13 रन बाकी थे लेकिन इंग्लैंड की आखिरी जोड़ी ने समझदारी से काम दिखाया. आखिरी जोड़ी ने 11 गेंद खेल इंग्लैंड के लिए मैच को ड्रा करवा दिया. मैच के बाद इंग्लैंड की कप्तान हीदर नाईट ने कहा भी
'शानदार टेस्ट मैच. और मैंने इसे पूरा एंजॉय किया. इसे ड्रॉ नहीं होना चाहिए था. टेस्ट मैच में गेंदबाज़ी करना सबसे मुश्किल काम है. कैथरीन, जिस तरह से उन्होंने गेंदबाज़ी की और लड़ीं, वो एक वॉरियर से कम नहीं हैं. हमने इस मैच में पूरा ज़ोर लगाया और ऑस्ट्रेलिया को कड़ी चुनौती दी.'
इंग्लैंड की तेज़ गेंदबाज़ कैथरीन ब्रंट ने इस मैच में जबरदस्त गेंदबाज़ी की. पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट झटके. उनके अलावा कप्तान हीदर ने भी इस मैच में जबरदस्त परफॉर्म किया और प्लेयर ऑफ़ द मैच बनीं. इंग्लैंड की पहली पारी के 297 के स्कोर में नाबाद 168 रन अकेले हीदर के थे. वहीं ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहली पारी में कप्तान मेग लैनिंग ने 93 और सलामी बल्लेबाज़ रेचल हेन्स ने 86 रन की पारी खेली थी. ऑल राउंडर तालिआ मैग्रा और एश्ले गार्डनर ने अर्धशतक लगाए. ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में बेथ मूनी ने अर्धशतक पूरा किया.