The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

एशियन चैंपियनशिप में भारतीय नाविकों ने मारा गोल्ड मेडल्स का डबल

दो गोल्ड के साथ आए चार सिल्वर.

post-main-image
एशियाई चैंपियनशिप मेडलिस्ट अर्जुन लाल जट, रवि और परमिंदर (कर्टसी: अर्जुन इंस्टाग्राम)
थाईलैंड में चल रही एशियन रोइंग चैंपियनशिप 2021 में भारत के रोवर्स बोले तो नाविकों ने कमाल कर दिया है. भारतीय एथलीट्स ने इस चैंपियनशिप का अंत दो गोल्ड और चार सिल्वर मेडल्स के साथ किया है. टोक्यो ओलंपियन अर्जुन लाल जट और रवि की जोड़ी ने डबल्स में गोल्ड मेडल जीता है. वहीं सिंगल्स प्रतियोगिता में अरविंद सिंह ने गोल्ड और परमिंदर सिंह ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया है. इसके अलावा भारतीय टीम ने डबल्स में एक और चार सदस्यों वाले इवेंट्स में दो सिल्वर मेडल भी हासिल किए हैं. रविवार 12 दिसंबर को डबल्स इवेंट में आशीष फूगट और सुखजिंदर सिंह की जोड़ी ने सात मिनट और 12 सेकंड्स में रेस खत्म कर सिल्वर मेडल जीता. चार सदस्यों वाले इवेंट्स की बात करें तो बिट्टु सिंह, जाकर खान, मंजीत कुमार और सुखमीत सिंह वाली भारतीय टीम ने छह मिनट और 33 सेकंड्स में रेस पूरी की लेकिन वे 0.52 सेकंड्स से गोल्ड जीतने से चूक गए. इसके अलावा चार सदस्यों वाले एक दूसरे इवेंट में जसवीर सिंह, पुनीत कुमार, गुरमीत सिंह और चरणजीत सिंह ने छह मिनट और 51 सेकंड्स में रेस खत्म करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया इससे पहले शनिवार 11 दिसंबर को थाईलैंड के बैंकॉक में हुई प्रतियोगिता में अर्जुन लाल और रवि की जोड़ी ने चाइना और उज़्बेकिस्तान जैसी टीमों को मात देते हुए गोल्ड अपने नाम किया था. रॉयल थाई नेवी रोइंग सेंटर में हुई इस रेस को भारतीय जोड़ी ने 6 मिनट और 57 सेकंड्स में जीता. चाइना की क्विंग ली और लुटोंग ज़ॉन्ग की जोड़ी सात मिनट और दो सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रही. वहीं उज़्बेकिस्तान की डवरजोन डावरोनोव और अब्दुल्लो मुखाम्दीव की जोड़ी सात मिनट और सात सेकंड में रेस खत्म कर तीसरे स्थान पर रही. भारतीय टीम का इस डबल्स कैटेगरी में ये दूसरा लगातार एशियन मेडल है. इससे पहले 2019 के एशियन गेम्स में भारत को ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल हुआ था. ओलंपियन अर्जुन लाल की पर्सनल परफॉरमेंस की बात करें तो उनका ये लगातार दूसरा एशियन मेडल है. लेकिन दो अलग-अलग कैटेगरी में.  पिछली प्रतियोगिता में अर्जुन लाल ने डबल्स की लाइटवेट कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था. परमिंदर सिंह की बात करें तो वे शनिवार को उज़्बेकिस्तान के नाविक से महज़ 11 सेकंड्स पीछे रहकर गोल्ड जीतने से चूक गए थे. उज़्बेकिस्तान के खोल्मुर्ज़ेव शाख्बोज़ ने सात मिनट और 56 सेकंड्स में ये रेस खत्म की थी. जबकि परमिंदर को इसे पूरा करने में आठ मिनट और सात सेकंड का समय लगा था. इंडोनेशिया के मेमो आठ मिनट और दस सेकंड में रेस खत्म कर तीसरे स्थान पर रहे. बता दें कि परमिंदर शुरुआती राउंड में अंतिम स्थान पर रहे थे. लेकिन फाइनल्स में उन्होंने जबरदस्त कमबैक किया और भारत को सिल्वर दिलाया. 12 दिसंबर को थाईलैंड में चल रही प्रतियोगिता का ये आखिरी दिन था. ये प्रतियोगिता आठ दिसंबर को शुरू हुई थी. इसके लिए भारत के 16 एथलीट्स 6 अलग-अलग कैटेगरी में भाग लेने आए थे. आखिर के दो दिनों में भारतीय एथलीट्स ने छह मेडल्स जीत इस प्रतियोगिता को एक हाई नोट पर खत्म किया है.