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डायबिटीज है तो भूलकर भी ये गलतियां न करें

ज़रूरी नहीं डायबिटीज में शुगर हमेशा बढ़े. शुगर घटना भी ख़तरनाक है

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हर छह महीने के बाद अपना ब्लड शुगर लेवल टेस्ट ज़रूर करवाएं
यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.

अनुज लखनऊ के रहने वाले हैं. 40 साल के हैं. कुछ दिन पहले उनके टेस्ट हुए तो पता चला उन्हें टाइप 2 डायबिटीज़ है. अब अनुज काफ़ी डरे हुए हैं. उन्होंने अपने मेल में बताया कि वो ऑफिस में काम करते हैं. काम ज़्यादा होता है तो कई बार वो दोपहर का खाना नहीं खा पाते. दो मील्स के बीच में कई घंटों का गैप हो जाता है. ऐसा वो कई सालों से करते आ रहे हैं. पर कुछ समय पहले वो ऑफिस में ही बेहोश हो गए. इसके साथ-साथ उन्हें और भी लक्षण महसूस होने लगे. जैसे पेशाब बहुत आना. हाथों-पैरों में चुभन होना. थका हुआ महसूस करना. इसके बाद अनुज ने टेस्ट करवाएं तो पता चला उन्हें टाइप 2 डायबिटीज है. डॉक्टर ने सख्ती से कहा है कि खाने को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरतनी है. इसलिए अनुज चाहते हैं हम डायबिटीज़ पर एक एपिसोड बनाएं. जिन लोगों को डायबिटीज़ है, उनका खान-पान कैसा होना चाहिए, ये समझाएं. तो ये सब तो हम बताएंगे ही, पर पहले जल्दी से समझ लेते हैं टाइप 2 डायबिटीज क्या होता है?
इन सारे सवालों के जवाब जानते हैं डायटीशियन श्रेया से.
श्रेया गोएल, डायटीशियन , चंडीगढ़
श्रेया गोएल, डायटीशियन , चंडीगढ़


क्या होता है टाइप 2 डायबिटीज?
-टाइप 2 डायबिटीज़ यानी मधुमेह.
-डायबिटीज में आपके ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है.
-वजह है असंतुलित खाना और लाइफस्टाइल.
-पानी को छोड़कर आप जो भी खाते-पीते हैं वो शरीर में जाकर ग्लूकोस में बदल जाता है.
-जिससे आपके अंदरूनी सेल्स को काम करने की ऊर्जा मिलती है.
-असंतुलन के कारण ये सेल्स उस ऊर्जा का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं.
-नतीजा, शुगर की मात्रा बढ़ जाती है.
अब आपने कई बार लोगों को बोलते हुए सुना होगा कि अगर डायबिटीज है तो खट्टे-मीठे फल नहीं खा सकते. अब ये तो बड़ी गड़बड़ है. तो हमने सोचा एक्सपर्ट्स से पूछें कि क्या वाकई ऐसा है. क्या डायबिटीज में फल नहीं खाने चाहिए?
क्या डायबिटीज में फल खा सकते हैं?
-ऐसा नहीं है कि डायबिटिक पेशेंट बाकी लोगों की तरह फल नहीं खा सकते.
-नियम का पालन करें तो कोई रोक-टोक नहीं है.
-हर फल में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, और फाइबर होते हैं.
-कार्बोहाइड्रेट हमें एनर्जी देते हैं.
-विटामिंस हमारी इम्युनिटी बढ़ाते हैं.
-फाइबर खाना पचाने में मदद करते हैं.
Fruits कुछ फलों में विटामिन, फाइबर ज़्यादा होते हैं. उन्हें रोज़ खा सकते हैं


-जैसे सेब, संतरा, मौसंबी, अमरूद.
-हर फल को नेचुरल फॉर्म में खाएं.
-जूस नहीं.
चलिए ये तो हुई बात फलों की. अब आते हैं आपकी डाइट पर. अगर डायबिटीज़ है तो खाने में क्या गलतियां हरगिज़ नहीं करनी चाहिए या क्या खाना चाहिए, जानिए एक्सपर्ट्स से.
क्या गलतियां न करें?
-हमारे शरीर का रिपेयर फंक्शन रात में होता है. यानी शरीर ख़ुद को रात में ठीक करता है.
-इसलिए 7-8 घंटे की नींद ज़रूर लेनी चाहिए.
-स्ट्रेस जितना ज़्यादा लेंगे, शुगर की मात्रा शरीर में उतनी ज़्यादा बढ़ेगी.
-कई लोग सुबह की वॉक खाली पेट करने जाते हैं.
-अगर आप खाली पेट वॉक करने जाएंगे तो आपके खून में शुगर ज़रूरत से कम हो जाएगी. ये काफ़ी ख़तरनाक है.
-खाने में तीन घंटे से ज़्यादा गैप है तो शुगर ऊपर-नीचे हो सकती है.
Diabetes Mellitus - Causes, Symptoms, Types and Treatment. ज़रूरी नहीं है डायबिटीज में शुगर हमेशा बढ़े


-शुगर का कम हो जाना भी ख़तरनाक लक्षणों में गिना जाता है.
क्या नहीं खाना चाहिए?
-आलू
-अरबी
-शकरकंद
-जिमीकंद
-कटहल
-गाजर
-इन चीज़ों में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट ज़्यादा होता है, इसलिए इन्हें खाने से मना किया जाता है.
-शुगर सिर्फ़ चीनी खाने से नहीं बढ़ती.
-दूध में लैक्टोज़ होता है. यानी उसका अपना शुगर. इसलिए अगर आप ज़्यादा दूध डाइट में लेते हैं तो भी शुगर बढ़ सकती है.
-गेंहू में एक शुगर होता है माल्टोस. इसलिए आप कुछ भी खाते हैं, उसमें अपना एक नैचुरल शुगर होता है.
-इसलिए गेंहू और दूध थोड़ा कम लेना चाहिए, अगर शुगर ज़्यादा है.
क्या खाएं?
-आप दूध की जगह दही ले सकते हैं.
-लस्सी ले सकते हैं.
-गेंहू की जगह ज्वार और रागी ले सके सकते हैं.
-गर्मियों में जौ का सत्तू पी सकते हैं.
-टमाटर.
Summer House Salad - Summer House Salad Recipe सलाद जितना खाएंगे उतना फाइबर मिलेगा


-हाई प्रोटीन और हाई फाइबर की ख़ुराक डायबिटीज में सही रहती है.
-घिया
-खीरा
-पपीता
-सेब
-तरबूज़ भले ही मीठा है पर उसमें फाइबर पर पानी अच्छी मात्रा में होता है.
-संतरा
-मौसंबी
-हर छह महीने के बाद अपना ब्लड शुगर लेवल टेस्ट ज़रूर करवाएं.
-हर 15 दिन के बाद आप फास्टिंग, ब्लड शुगर रैंडम या पी टेस्ट करवा सकते हैं तो ज़रूर करवाएं.
जो टिप्स आपने अभी सुनीं, उनपर ज़रूर गौर करिएगा. बहुत काम आएंगी.


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