The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

क्या है केमिकल पील, जिसे लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे गायब हो जाते हैं!

केमिकल पील्स का इस्तेमाल कई सारी स्किन प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए किया जाता है.

post-main-image
एक्ने, एक्ने के निशान, अंडर आई टैनिंग , पिगमेंटेशन, मेलाज्मा, स्किन लूज हो जाना-इन दिक्कतों को दूर करने के लिए केमिकल पील का इस्तेमाल किया जाता है
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

अदिति 25 साल की हैं. दिल्ली की रहने वाली हैं 17 साल की उम्र से उन्हें एक्ने की प्रॉब्लम हुई थी. कई साल इलाज चला. अब उनका एक्ने कंट्रोल में है. पर एक्ने के कारण चेहरे पर काफ़ी गहरे दाग पड़ गए. अदिति इनको लेकर सहज महसूस नहीं करतीं. वो एक्ने स्कार्स से छुटकारा पाना चाहती हैं. डॉक्टर ने उन्हें केमिकल पील करवाने की सलाह दी. केमिकल पील का नाम सुनकर अदिति डर गईं. चेहरे पर केमिकल लगाना उनको सही नहीं लग रहा. अदिति की तरह कई और लोग हैं जो केमिकल पील का नाम सुनकर घबरा जाते हैं. तो चलिए आज हम इसी पर बात करते हैं. केमिकल पील्स क्या होती हैं? ये हमें बताया डॉक्टर अप्रितम ने.
डॉक्टर अप्रतिम गोयल, डर्माटोलॉजिस्ट, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई
डॉक्टर अप्रतिम गोयल, डर्माटोलॉजिस्ट, क्यूटिस स्किन स्टूडियो, मुंबई


केमिकल पील डर्माटोलॉजिस्ट के यहां पर होने वाला एक बहुत कॉमन ट्रीटमेंट होता है, केमिकल पील्स का इस्तेमाल कई सारी स्किन प्रॉब्लम्स से निपटने के लिए किया जाता है. जैसा कि नाम से ही पता चलता है, केमिकल पील में स्किन पर केमिकल लगाए जाते हैं, जिससे मनचाहे नतीजे मिलते हैं. केमिकल पील से क्या फ़ायदा होता है? एक्ने, एक्ने के निशान, अंडर आई टैनिंग , पिगमेंटेशन, मेलाज्मा, स्किन लूज हो जाना जैसी दिक्कतों को दूर करने के लिए केमिकल पील का इस्तेमाल किया जाता है. जब आप अपने डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह आपको क्रीम देते हैं स्किन पर लगाने के लिए, वही सारे केमिकल जो क्रीम्स में होते हैं, धीरे-धीरे असर करते हैं, हम उन्हें स्ट्रांग मात्रा में स्किन पर लगाते हैं. जो असर आपको क्रीम्स से काफी टाइम के बाद दिखता है, वही केमिकल पील से जल्दी आ जाता है. Chemical peels: Do they work? एक्ने, एक्ने के निशान, अंडर आई टैनिंग , पिगमेंटेशन, मेलाज्मा, स्किन लूज हो जाना-इन दिक्कतों को दूर करने के लिए केमिकल पील का इस्तेमाल किया जाता है
केमिकल पीलिंग कैसे की जाती हैं? आप ऐसे समझिए कि जब आप कुकिंग करते हैं तो ग्रेवी कैसे बनाते हैं.  उसमें अलग-अलग चीज़ें डालते हैं, मसाले डालते हैं, अलग-अलग मात्रा में. उसी तरह अलग-अलग केमिकल्स स्किन पर इस्तेमाल किए जाते हैं. उनका रिजल्ट जल्दी और अच्छा लाने के लिए 2-3 पील्स इस्तेमाल की जाती हैं, जिन्हें कॉन्बिनेशन पील कहते हैं. कभी-कभी इन पील्स के साथ लेज़र टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है ताकि जो केमिकल इस्तेमाल हो रहा है, वह स्किन के अंदर गहराई तक जा सके. स्किन को और बेहतर तरीके से ठीक कर सके. केमिकल पील लगाना काफ़ी सिंपल होता है, मुंह को पहले साफ़ करना होता है, उसके बाद पीएच न्यूट्रलाइजर लगाया जाता है. हमारी स्किन का एक पीएच लेवल होता है, जो ख़राब नहीं होना चाहिए, उसके बाद डॉक्टर दो या तीन कोट केमिकल के लगाते हैं. ये केमिकल ब्रश से लगाया जाता है, फिर उसे ऐसे ही छोड़ दिया जाता है.  कुछ केमिकल पील को धोना पड़ता है और कुछ ऐसे ही छोड़ दिए जाते हैं. जैसे जेल पील को लगाकर 5 से 6 घंटे के लिए छोड़ दिया जाता है.
All Natural Chemical-free Skin Peel Kit - AnewSkin Aesthetic Clinic and Medical Spa कभी-कभी इन पील्स के साथ लेज़र टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है ताकि जो केमिकल इस्तेमाल हो रहा है, वह स्किन के अंदर गहराई तक जा सके

क्या केमिकल पील सेफ़ है? ये 100 प्रतिशत सेफ़ है, पर ज़रूरी है आप अच्छे डॉक्टर के पास जा रहे हों, जिसको सही जानकारी हो. अगर आप घर पर पील ट्राई कर रहे हैं तो बहुत ही माइल्ड केमिकल का इस्तेमाल करना चाहिए, होम बेस्ड पील काफ़ी माइल्ड होती हैं. घर पर स्ट्रांग मेडिकल ग्रेड बेस केमिकल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि आपकी स्किन जल सकती है, एक्ने भी हो सकता है. जब हम डर्माटोलॉजिस्ट के पास जाते हैं तो हम इन्हीं सारी प्रॉब्लम्स के लिए केमिकल पील कराते हैं. किसी क्लिनिक से केमिकल पील करवाना सेफ़ है. इसका वैसे कोई रिस्क नहीं है, लेकिन ये करवाने के बाद स्किन की काफ़ी केयर करनी पड़ती है, डर्माटोलॉजिस्ट आपको बताएंगे कि केमिकल पील करवाने के बाद क्या-क्या करना चाहिए. टिप्स - अगर आप स्विमिंग करते हैं तो 2 हफ़्तों के लिए रोक दें
- अगर आपकी स्किन धूप के ज़्यादा संपर्क में रही है तो कुछ समय केमिकल पील न करवाएं
- आप अपनी स्किन पर रेटिनॉल बेस्ड कोई भी प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं तो केमिकल पील करवाने से दो हफ़्ते पहले बंद कर दें
-अगर आपने माइल्ड पार्टी पील की है जो सिर्फ नॉर्मल ग्लो के लिए करवाई जाती है तो आपको बाद में कुछ नहीं करना है, आपने आज पील करवाई तो आप शाम को मेकअप लगा सकते हैं.
-अगर आपने एक्ने या पिगमेंटेशन के लिए डीप पीलिंग की है तो 2 दिन के बाद स्किन ड्राई होगी और फटने लगेगी, आप की डेड स्किन निकलती रहती है, यह प्रोसेस 5 से 6 दिनों तक चलता है. इस दौरान जो भी स्किनकेयर आप इस्तेमाल करते रहे हैं, वह रोक दें. आपको सिर्फ हल्के हाथों से अपना फेस वॉश करना है, बहुत ज्यादा प्रोडक्ट नहीं लगाने हैं. मॉइस्चराइजर भी नहीं लगाना है. अगर आपको कहीं पर इचिंग हो रही है तो आप एक बहुत ही लाइट वॉटर बेस्ड मॉइस्चराइजर लगा सकते हैं. बाहर जाना अवॉयड करें, अगर आप जा रहे हैं तो सनस्क्रीन लगाकर जाएं. Chemical Peels Cosmetic Dermatology | Advanced Derm. of Midlands अगर आपने एक्ने या पिगमेंटेशन के लिए डीप पीलिंग की है तो 2 दिन के बाद स्किन ड्राई होगी और फटने लगेगी
केमिकल पील कितनी बार करा सकते हैं और कितना ख़र्च आता है? कितनी बार केमिकल पील करवा सकते हैं, ये इसपर निर्भर करता है कि प्रॉब्लम क्या है. अगर आप ग्लो के लिए पील करा रहे हैं तो आप हर 2 महीने में एक बार करा सकते हैं. अगर आप मेलाजमा या फिर पिगमेंटेशन के लिए करा रहे हैं तो चार से पांच पील होती हैं. अगर आप अच्छी स्किन के लिए करवा रहे हैं तो आप 3 महीने में एक बार करा सकते हैं. केमिकल पील पर कितना खर्च होगा यह डिपेंड करता है कि कौन सी पीलिंग हुई है आमतौर पर ये 1500 रुपए से लेकर 10,000 रुपए तक होती है. 10,000 रुपए में लेज़र पील होती है, जिसमें दो पील होती हैं और उसमें लेज़र का इफेक्ट भी ऐड होता है.
चलिए उम्मीद है जो भी लोग केमिकल पील्स करवाने के बारे में सोच रहे हैं, ये जानकारी उनके काफ़ी काम आएगी. लेकिन सबसे ज़रूरी बात ये है कि पीलिंग किसी मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह से सर्टिफाइड क्लिनिक में ही करवाएं.