“होम डेकॉर बेचने से लेकर राष्ट्रीय संपत्तियां बेचने तक, निर्मला सीतारमण की कहानी बहुत ही प्रेरणादायक रही है.”वहीं तस्वीर के कैप्शन में जवाहर सरकार ने लिखा,
"कभी सोचा है नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय संपत्ति बेचने के लिए निर्मला सीतारमण को ही अपनी वित्त मंत्री के रूप में क्यों चुना? क्योंकि उन्हें लंदन के रीजेंट स्ट्रीट स्थित एक होम डेकॉर स्टोर में चीजें बेचने का पहले से अनुभव है.”
जवाहर सरकार का ट्वीट.
हालांकि जवाहर सरकार ने बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया. ट्वीट की वजह क्या है? निर्मला सीतारमण शादी के बाद 1986 में अपने पति के साथ लंदन चली गई थीं. वहां उन्होंने लंदन के रीजेंट स्ट्रीट इलाके में 'हैबिटेट' नाम की एक होम डेकॉर शॉप में सेल्स पर्सन का काम किया था. जवाहर सरकार ने इस जानकारी के आधार पर निर्मला सीतारमण पर कटाक्ष किया था. बजट पेश करते वक्त वित्त मंत्री ने एयर इंडिया और LIC समेत दो बैंकों के विनिवेश की बात की थी. इसके बाद उन पर और केंद्र सरकार पर राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने के आरोप लगे थे. TMC नेता का ट्वीट उसी कड़ी का हिस्सा था. उन्होंने ये बताने की कोशिश की वित्त मंत्री को तो पहले से चीजें बेचने की आदत है. हालांकि जाने-अनजाने जवाहर सरकार वित्त मंत्री पर पर्सनल अटैक कर गए. कई लोगों को TMC नेता की ये बात आपत्तिजनक लगी. उन्होंने ट्विटर पर उनकी आलोचना भी की. IPS एम नागरेश्वर राव ने लिखा है,
"बिल्कुल भद्दा और घिनौना ट्वीट है ये. कोई पब्लिक पॉलिसीज की आलोचना पर्सनल हुए बिना भी कर सकता है. ऐसे दुष्ट लोग ही पर्सनल बैकग्राउंड और पब्लिक पॉलिसी के बीच बेकार के लिंक्स खोजते हैं."
एशा नाम की यूज़र ने लिखा,
"बेहद शर्मनाक. ये कुछ और नहीं बल्कि ज़बरदस्त सेक्सिज़्म है. आपको अपने आप पर शर्म आनी चाहिए."
"इन बदमाशों ने कभी एक शब्द भी नहीं कहा जब वित्त मंत्री पुरुष थे और ऐसा ही करते थे. ये मिसॉजनी भयावह है."
"ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप एक राजनेता पर कटाक्ष कर सकते हैं और उसकी नीतियों/राजनीति की आलोचना कर सकते हैं. ये वो तरीका नहीं है."
पहले भी TMC नेता कर चुके हैं पर्सनल अटैक ये पहली बार नहीं है जब वित्त मंत्री पर TMC के किसी नेता ने कोई पर्सनल कॉमेन्ट किया हो. इसके पहले सितंबर 2020 में लोकसभा में बैंकिंग रेगुलेशन (संशोधन) बिल पर बात करते हुए TMC नेता और सांसद सौगत रॉय ने निर्मला सीतारमण के कपड़ों पर टिप्पणी की थी.
2020 में लोकसभा सेशन के दौरान TMC नेता स्वागता रॉय और निर्मला सीतारमण.
सौगत रॉय की टिप्पणी के बाद इसके विरोध में बीजेपी नेता राजेश जोशी ने TMC सांसद से वित्त मंत्री के नाम माफ़ीनामा जारी करने की मांग की थी.