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लड़कियों की वो 10 'हरकतें' जिसके कारण पुरुष उत्तेजित हो जाते हैं!

"लड़कियों का चोटी बांधना लड़कों को सेक्शुअली एक्साइट यानी ‘यौन रूप से उत्तेजित’ कर सकता है. चोटी बांधने से गर्दन का पीछे वाला हिस्सा दिखता है और उसे देखकर लड़के बहक जाते हैं."

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जापान के स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियां अब पोनीटेल बांधकर स्कूल नहीं जा सकतीं. क्योंकि स्कूलों ने इस पर बैन लगा दिया है.  ऐसा करने के पीछे वजह बताई कि लड़कियों का चोटी बांधना लड़कों को सेक्शुअली एक्साइट यानी ‘यौन रूप से उत्तेजित’ कर सकता है. तर्क है कि चोटी बांधने से गर्दन का पीछे वाला हिस्सा दिखता है और उसे देखकर लड़के बहक जाते हैं.
इस खबर को पढ़ने से पहले मुझे भी इस बारे में नहीं पता था. मैंने भी अनजान थी. और अनजाने में पोनीटेल डालकर न जाने कितने सारे 'बेचारे' पुरुषों को बहका रही थी. लेकिन अब मैंने रिसर्च की. और लिस्ट बनाई कि आखिर वो कौन सी 'हरकतें' हैं जो पुरुषों को उत्तेजित करती है.
  • सबसे पहला 'पोनीटेल' यानी चोटी बांधना.
  • दूसरा है, बाल खोलना. आपके खुले हुए बाल देखकर भी लड़के उत्तेजित हो जाते हैं. ज़ुल्फ़ें खुली होंगी, आप उन्हें संभालेंगी या संवारेंगी और ये लड़कों के लिए सिग्नल होगा. और ये कोई छुपी हुई बता नहीं है. बॉलीवुड ने तो बाकायदा गाने लिखकर इसे बताया है. जैसे -
बिखरा के ज़ुल्फ़ें चमन में ना जाना
इसलिए की शर्मा न जाए फूलों के साए
और बाल धोने के बाद उसे झटककर तो बिलकुल ना सुखाना, काहे से कि आपका तो कुछ नहीं जाएगा. 2-4 बाल टूटेंगे, जल्दी बाल सूखेंगे लेकिन ये लड़कों को बहका देगा, वो गाना भी सुना होगा आपने...
न झटको ज़ुल्फ़ से पानी, ये मोती फूट जायेंगे
तुम्हारा कुछ न बिगड़ेगा मगर दिल टूट जाएंगे
 
  • तीसरा है, हंसना. लड़कियों याद रखना, हंसी तो फंसी. आपका हंस-हंस कर बात करना, मुस्कुरना, स्माइल करना ये सब लड़कों के लिए इशारे होते हैं. आपके इस तरह के व्यवहार से वो मान लेते हैं कि अब तो आप सेट हो. तो अबसे आपको लड़कों से बात करते हुए या उनकी तरफ देखते हुए बिलकुल नहीं हंसना है, न स्माइल करना है. चाहे कितनी भी फनी बात हो. वो बेचारे इतने सीधे और मासूम होते हैं कि उस हंसी पर दिल हार बैठते हैं.
    Girl Laugh
    हंसी तो फंसी
  • लिस्ट में अगली चीज़ है मेकअप करना. रेडिट पर मैंने एक लड़के का पोस्ट पढ़ा. उसने लिखा था,
"किसी लड़की के गाल नैचुरली तो गुलाबी होते नहीं है. वो मेकअप लगाती हैं. गाल गुलाबी करती हैं. और उसके पीछे की वजह लड़कों को रिझाना नहीं तो और क्या है"
सहेलियों, तुम्हारा मेकअप करना, काजल लगाना, लाल लिपस्टिक लगाना, आईलाइनर, आईशैडो या कुछ भी लगाना सिर्फ और सिर्फ लड़कों के लिए होता है. ये सब तुम उन्हें रिझाने के लिए ही करती हो. अब इन्हीं सब से तो वो सिग्नल लेंगे, और यही सब उन्हें उत्तेजित करेगा.
Alia Applying Kajal
  • इस लिस्ट में अगला नंबर है कपड़ों का. मतलब सर्टेन तरह के कपड़ों का. जैसे- तुम्हारा क्रॉप टॉप पहनना, टाइट जीन्स पहनना, शॉर्ट्स पहनना, स्लीवलेस पहनना, यहां तक कि चुन्नी का सरकना और पल्लू खोंसना भी लड़कों को एक्साइट कर देता है. क्रॉप टॉप के बारे में तो मुझे एक बहुत अमेजिंग कमेंट दिखा, "क्रॉप टॉप में लड़कियों की कमर दिखती है, अब उसे देखकर कोई कैसे ना फिसले". और तो और स्कर्ट की लेंथ तक सिग्नल होती है. क्यूंकि अगर स्कर्ट छोटी है, तो तुम्हारे पैर दिखेंगे, और अगर लड़की ने पैर वैक्स करा रखे हैं तब तो एकदम क्लियर है कि उसने ऐसा क्यों किया है. समझी! तो लड़कों को एक्साइट नहीं करना चाहती हो तो ये बंद कर दो. और क्या करना चाहिए उन्हें एक्साइट ना करने के लिए ये मत पूछना, क्यूंकि ये लड़कों ने नहीं बताया.
  • कपड़ों के साथ फुटवियर का भी ध्यान रखना, क्यूंकि हील वाली चप्पलें भी इन्ही इशारों के कैटेगरी में आती है. हाई हील पहनकर तुम किस तरह चल रही हो, कैसे बैठी हो ये सब रिकॉर्ड होता है. और इसी के आधार पर होती है पड़ताल. इन्ही सब से लड़के लेते हैं सिग्नल.
और ये लिस्ट यहीं ख़त्म नहीं होती. तुम्हारा बात करते हुए 'टची' होना, यानी छू कर बात करना, कंधे पर हाथ रखना, सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना, इंस्टाग्राम पर फोटोज डालना, यहां तक कि एक्सिस्ट करना सब कुछ सिग्नल है.
Girl using Social Media
सारी पाबंदियां लड़कियों पर लगाई जाती है


मज़ाक कर रही हूं यार. ये सब सरकाज़म था. इनमे से कुछ भी उत्तेजित करने के लिए नहीं किया जाता. जापान वाली खबर पढ़कर मुझे ख्याल आया कि आए दिन हम लड़कियों को हमसे ही जुड़े किसी न किसी मैटर पर लोग ज्ञान देकर चले जाते हैं. ये मत करो, दुपट्टा ठीक से लगाओ, ऐसे बाल मत बनाओ, वैसे बैठो ये करो वो करो. क्योंकि हमारा कुछ भी करना लड़कों को उत्तेजित करता है. और मज़े की बात ये कि लड़के अपनी उत्तेजना को कंट्रोल नहीं कर पाते, इसके लिए सारी पाबंदियां लड़कियों पर लगाई जाती है. अरे भई, लड़कों को सिखाओ अपनी हद में रहना, हर बात में सिग्नल लेना बंद करना. इतना सेल्फ सेंट्रिक होना बंद करना, कि दुनिया में सारी चीज़ें लड़कियां उन्हें रिझाने के लिए ही करती हैं. हर ज्ञान और हर बैन लड़कियों के ऊपर लगाने के बजाय ज़रूरत है कि लड़कों को भी कुछ चीज़ें सिखाया जाए. वो ज्ञान थोड़ा लड़कों को भी दिया जाए.
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