संसद में असल में हुआ क्या?
राज्य सभा में नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (संशोधन) बिल 2021 यानी NDPS (Amendment) Bill पर चर्चा चल रही थी. चेयर पर कांग्रेस सांसद भुवनेश्वर कालिता बैठे थे. चर्चा के दौरान जया ने चेयर को संबोधित करते हुए बोलना शुरू किया,"मैं आपको धन्यवाद नहीं देना चाहती. क्योंकि समझ नहीं आता कि मैं उस वक्त को याद करूं जब आप इस तरफ से चिल्लाते हुए वेल में जाते थे या फिर ये वक्त देखूं जब आप खुद चेयर पर बैठे हुए हैं."जया का इतना कहना था कि सदन में हंगामा शुरू हो गया. BJP सांसद राकेश सिन्हा ने जया पर संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चेयरपर्सन पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना संसद की गरिमा के अनुकूल नहीं है.
चेयरपर्सन भुवनेश्वर कालिता ने जया बच्चन को अपनी बात दोबारा रखने के लिए कहा. प्रोटोकॉल के अनुसार उन्होंने जया बच्चन को माननीय सदस्य कहकर आमंत्रण दिया. इसपर जया बच्चन ने कहा-
"शुक्रिया कि आपने मुझे माननीय कहा, लेकिन अगर आप मुझे सच में माननीय समझते हैं, तो मेरी बात ध्यान से सुनें. हमें न्याय चाहिए. हम उनसे (सरकार) न्याय की उम्मीद नहीं कर सकते, लेकिन क्या आपसे कर सकते हैं?"
भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने पॉइंट ऑफ़ ऑर्डर उठा कर कहा चेयर पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना ग़लत व्यवहार है.
इसपर किसी सदस्य ने उनपर व्यक्तिगत टिप्पणी कर दी. सुनते ही जया बच्चन भड़क गईं और लिटरली गुस्से में हांफते हुए कहा,
"क्या आप इस टिप्पणी को रिकॉर्ड्स में रखेंगे? इस व्यक्ति ने मुझ पर पर्सनल अटैक किया है. इस व्यक्ति पर कार्रवाई की जाए. कोई किसी को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी कैसे कर सकता है! किसी के दिल में अपने साथियों के लिए और बाहर बैठे सांसदों के लिए कोई सम्मान नहीं है. आपके बुरे दिन आएंगे. मैं शाप देती हूं."इसके बाद संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. बाहर आकर उन्होंने मीडिया से कहा कि आज जो संसद में हुआ वह दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था. सरकार के लोगों को ऐसे बात नहीं करनी चाहिए थी. वे बहुत आहत हैं.