कल मैं अपनी स्कूल फ्रेंड से मिली. हम बैठ कर इधर-उधर की बातें कर रहे थे. इस बीच मैंने नोटिस किया कि वो बार-बार अपने हाथ पर इचिंग कर रही थी. उसके हाथ में काफी रैशेज़ भी हो रहे थे. मैंने उसको पूछ लिया कि क्या हुआ? तो बोली यार मुझे वैक्सिंग करवाने का टाइम नहीं था तो मैंने जल्दी-जल्दी में रेज़र मार लिया. उसके बाद से मुझे बहुत इचिंग हो रही है और हाथों पर रैशेज़ भी हो गए हैं. समस्या तो गंभीर थी. ऐसी प्रॉब्लम्स कई बार मेरे साथ भी हुई है. कई बार ऐसा हुआ है कि रेज़र मारने के बाद हाथों में बम्प्स या रैशेज़ हो गए हों.
शेव करते वक्त आप ये गलतियां करते हैं, इसलिए स्किन पर उग आते हैं दाने
जल्दी-जल्दी में हम सब रेजर ही मार लेते हैं लेकिन उसके बाद कई बार कई सारी ऐसी प्रॉब्लम्स हो जाती हैं जो बहुत इरिटेट करती हैं.

तो ये तो हो गई समस्या. जो बहुत आम है. लेकिन अब हर बार वैक्सिंग के लिए पार्लर वाली दीदी का appointment तो नहीं ले सकते. जल्दी-जल्दी में हम सब रेजर का ही इस्तेमाल कर लेते हैं लेकिन उसके बाद कई बार कई सारी ऐसी प्रॉब्लम्स हो जाती हैं जो बहुत इरिटेट करती हैं. हम उन्हीं परेशानियों के बारे में बात करेंगे और आपको बताएंगे कुछ ऐसे सॉल्यूशन जो शेविंग से जुड़ी आपकी इन परेशानियों को दूर कर सकते हैं.
शेव करने से पहले 5 मिनट निकालकर स्किन को स्क्रब ज़रूर करें. ऐसा करने से स्किन शेविंग रेडी होती है. आप किसी भी बॉडी स्क्रब से स्किन को एक्सफोलिएट कर सकते हैं. अगर कोई बॉडी scrub नहीं है तो आप बेसन में दही या दूध मिला कर पेस्ट बना लें और उस पेस्ट को स्क्रब की तरह इस्तेमाल करें. ऐसा करने से होता ये है कि स्किन से डेड सेल्स निकल जाती हैं और स्किन सॉफ्ट और स्मूथ हो जाती है. सॉफ्ट स्किन पर जब आप शेव करेंगे तो रैशेज़ नहीं होंगे और शेव करने के बाद जो छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं वो भी कम हो जायेंगे.
अगर आप बिना किसी शेविंग क्रीम के डायरेक्ट रेज़र यूज़ कर लेते हैं तो ऐसा मत कीजिये. इतना समय बचा कर क्या कर लेंगे आप? 2 मिनट लगेंगे रेज़र से पहले शेविंग क्रीम लगाने में. और 2 मिनट में मैगी बने या न बने लेकिन ये 2 मिनट आपको शेविंग के बाद होने वाले रैशेज़ से बचा सकते हैं. होता ये है कि जब आप शेविंग क्रीम लगा लेते हैं तो रेज़र स्किन पर आसानी से ग्लाइड हो जाता है और कट्स नहीं लगते. अगर कभी शेविंग क्रीम न हो और शेव करना हो तो आप बालों में लगाने वाला कंडिशनर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. ये मैंने कई बार ट्राई किया है.
अब एक सवाल खुद से पूछिए- आपने अपना रेज़र कब बदला था या उसका ब्लेड कब चेंज किया था? अगर आपका जवाब है महीना दो महीना पहले. तो प्लीज़ थोड़ा गंभीर हो जाइए. 5 से 7 बार इस्तेमाल करने के बाद अपने रेज़र की ब्लेड को चेंज कर दें. अगर आप एक रेज़र ब्लेड को ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो ब्लेड्स की धार कम हो जाती है और उससे शेव करने पर रैशेज़ होने लगते हैं. इसके अलावा लम्बे वक़्त तक खुला हुआ रखने से उसमें ज़ंग लग जाता है और बैक्टीरिया भी पनपने लगते हैं. जिसकी वजह से स्किन इन्फेक्शन होने की संभावना भी बढ़ जाती है.
शावर से पहले नहीं, बाद में करें शेविंगज्यादातर लोग नहाने से पहले शेव करते हैं. लेकिन ये एक गलत प्रैक्टिस है. नहाने के बाद शेव कीजिए, हो सके तो जिस दिन शेव करना हो उस दिन गर्म पानी से नहाइये. ऐसा करने से पोर्स खुल जायेंगे और शेविंग करना आसान हो जाएगा. इसके साथ ही जलन भी नहीं होगी. हॉट शावर के बाद थकान मिटेगी वो अलग.
आपकी स्किन ड्राई हो या ऑयली अगर वो हायड्रेटेड नहीं होगी तो शेविंग के बाद इरिटेट हो सकती है. इसलिए स्किन को मॉइश्चराइज़्ड रखना जरूरी है. शावर लेने के बाद हमेशा स्किन पर क्रीम या बॉडी लोशन लगाएं. इसके अलावा भरपूर पानी पियें, ये स्किन को अंदर से हायड्रेटेड रखता है.
बार-बार शेव करने से बचेंअगर आप बहुत फ्रीक्वेंटली शेविंग करते हैं तो ये आपकी स्किन की हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है. जब आप बार-बार शेव करते हैं तो स्किन को रिपेयर और रिकवर होने का टाइम नहीं मिल पाता है. इसके कारण बर्न्स हो सकते हैं. शेविंग के अलावा हेयर रिमूवल के दूसरे तरीके भी आप ट्राई कर सकते हैं.
टिप-टॉप: नाइट क्रीम या स्लीपिंग मास्क, दोनों में से क्या है आपकी स्किन के लिए ज्यादा बेहतर?