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दुनिया की सबसे 'मशहूर' राजकुमारी की कहानी

क्वीन एलिज़ाबेथ अपनी बहू प्रिंसेस डायना से क्यों नाराज़ थीं?

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प्रिंसेस डायना और क्वीन एलिज़ाबेथ (फोटो - गेटी)

क्वीन एलिज़ाबेथ-II (Queen Elizabeth) का निधन हो गया. 96 की उम्र में. सब बहुत ग़मगीन हैं. नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) समेत सभी वर्ल्ड लीडर्स ने शोक जताया है. भारत में 11 सितंबर को राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. सब अपनी-अपनी तरफ़ से श्रद्धांजलि दे रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया के कुछ हल्कों में एलीज़ाबेथ के साथ कई और नामों की चर्चा है. एक नाम है, प्रिंस चार्ल्स का. जो कुछ दिनों में किंग चार्ल्स कहलाएंगे. आधिकारिक तौर पर ताजपोशी के बाद ही कहा जाएगा. बाक़ी नाम हैं, उनके परिवार के बाक़ी सदस्यों के. प्रिंसेस ऐन्न, प्रिंस एंड्रयू, प्रिंस एडवर्ड, वग़ैरह.

एक और नाम है, जो ख़ासा चर्चा में है. मीमवीरों ने ख़ूब मीम बनाए. लोगों ने ख़ूब शेयर किया. नाम है, राजकुमारी डायना. ब्रिटेन के होने वाले महाराजा चार्ल्स की पहली पत्नी. हमारी साथी स्वाति ने कुछ समय पहले एक क़िस्सा लिखा था. ट्रैजेडी प्रिंसेस डायना का क़िस्सा.


आज आपको एक ट्रैजिक क़िस्सा बताते हैं. क़िस्सा है एक राजकुमारी का. दुनिया की सबसे चहेती, सबसे मशहूर राजकुमारी का क़िस्सा. जिसका उठना-बैठना, हंसना-रोना, उसके कपड़े, उसकी बातें, उसकी ज़िंदगी का हर सेकेंड एक ब्लॉकबस्टर फ़िल्म था. उसके ज़िक्र से दुनिया थकती नहीं थी. उसकी परछाईं भी मुंहमांगी क़ीमत पर बिकती थी. उसके स्वेटर की बुनाई पर लोग किसी गणितीय फॉर्म्युले की तरह घंटों सिर खपाते थे. और फिर एक रोज़ उसकी ख़बर आई. पता चला, बस 36 की उम्र में उसकी दर्दनाक मौत हो गई है. इस दुखांत ने उसे किसी महाकाव्य की तरह अमर बना दिया.

उस राजकुमारी का नाम था- डायना. प्रिंसेज़ डायना. डायना के छोटे बेटे हैं, प्रिंस हैरी. हैरी और उनकी पत्नी मेगन जनवरी 2020 में ब्रिटिश शाही परिवार से अलग हो गए थे. ब्रिटेन छोड़कर अमेरिका चले गए. कुछ समय पहले प्रिंस हैरी और मेगन ने एक इंटरव्यू दिया था. कहा था कि रॉयल फैमिली से हुआ उनका बंटवारा बेहद मुश्किल अनुभव रहा. वैसा ही मुश्किल, जैसा कभी उनकी मां प्रिंसेज़ डायना के लिए रहा होगा. हैरी ने कहा कि वो तो कल्पना भी नहीं कर सकते कि उनकी मां के हालात कितने बुरे रहे होंगे.

डायना के लिए कितने बुरे थे हालात?

प्राचीन रोमन सभ्यता में एक देवी थीं- डायना. देवताओं के राजा जूपिटर की बेटी. प्रकाश के देवता अपोलो की बहन. चांद सी धवल. जंगल की देवी. मांओं और बच्चों की रक्षक, जिसे एक शिकारी से प्रेम हुआ. मगर भाई ने छल से उसी के हाथों उसके प्रेमी का सिर कटवा दिया. ताकि बहन भौतिक प्रेम न करे. उसकी कथित शुद्धता बनी रहे. चिरकुआंरी डायना 'पवित्रता' का प्रतीक बना दी गई. यही तथाकथित प्यूरिटी, वर्जिनिटी.. डायना की एक हमनाम की भी कहानी का अहम हिस्सा बना.

बात है, 24 फ़रवरी, 1981 की. ब्रिटिश शाही परिवार ने एक ऐलान किया. कहा, "उनके सबसे सुपात्र बैचलर, 32 बरस के प्रिंस चार्ल्स ने सगाई कर ली है." किससे? ख़ुद से 13 बरस छोटी, एक 19 साल की लड़की डायना स्पेंसर से. बस इसी रोज़ से डायना के साथ लोगों की दिलचस्पी जुड़ गई. इस शुरुआती दिलचस्पी का सबसे प्रचारित अंश था, 'वर्जिनिटी'. प्रिंस चार्ल्स के कई प्रेम संबंध रहे थे. मगर उनकी होने वाली पत्नी का शादी के समय तक कुआंरा होना गर्व की बात मानी गई. यही कुआंरापन ब्रिटिश शाही परिवार की बहू बनने, अगली महारानी की दावेदारी रखने के लिए डायना की सबसे क़ीमती पात्रता थी.

इस शादी को TV पर 74 देशों के 75 करोड़ लोगों ने देखा था, ये एक गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड है (फोटो - गेटी)

24 जुलाई, 1981 को बेहद भव्य समारोह में डायना और चार्ल्स पति-पत्नी बन गए. शादी के सालभर के भीतर ख़ुशख़बरी आई. डायना ने बेटे को जन्म दिया. बेटा, माने शाही गद्दी पर दावेदारी का एक और वारिस. सब बहुत ख़ुश थे. मगर तब कोई नहीं जानता था कि एक रोमैंटिक फ़ेरी टेल की तरह शुरू हुई ये कहानी इस वक़्त तक ढुलकने लगी थी. आगे चलकर इस दौर के बारे में बताते हुए अपने एक इंटरव्यू में डायना ने कहा था-

"मैं डिप्रेशन में थी. सुबह उठती, तो बिस्तर से बाहर आने का मन नहीं करता. मैं बुझी-बुझी सी रहती. सब मुझे ग़लत समझते. मेरी बात सुनने वाला, मुझे समझने वाला कोई नहीं था. मेरे घर की चारदीवारी के भीतर बहुत तनाव था. मेरी शादी में दिक्कतें थीं. मगर मेरी स्थिति समझने की जगह सबने मुझे ही बीमार ठहराना शुरू कर दिया. कहने लगे, दिक्कत मुझमें ही है. मैं मानसिक तौर पर अस्थिर हूं. मुझे ख़ुद से नफ़रत होने लगी थी."

किनकी बात कर रही थीं डायना?

वो बात कर रही थीं, अपने पति के परिवार की. शाही घराने की. डायना कॉमनर थीं. ब्रिटिश राज परिवार के लिए आउटसाइडर. उनके तौर-तरीकों के साथ क़दमताल करने, वहां अजस्ट होने के लिए डायना पर बहुत दबाव था. उन्हें इस नए माहौल में 'फिट-इन' होने के लिए बहुत मशक़्क़त करनी पड़ी थी. एक तो ये पहाड़ जैसी अपेक्षाएं. ऊपर से चौबीस घंटे पीछा करतीं मीडिया और पब्लिक की निगाहें. और इन सबसे ऊपर, पति का प्रेम प्रसंग.

चार्ल्स को कैमिला पार्कर बोल्ज़ नाम की एक महिला से प्रेम था. दोनों शादी करना चाहते थे. मगर कैमिला पहले से शादीशुदा थीं. इस चलते ब्रिटिश रॉयल फैमिली इस शादी के खिलाफ़ थी. चार्ल्स ने मज़बूरी में डायना को खोजा था. डायना को शादी से पहले ही इस अफ़ेयर का आभास हो गया था. वो शादी तोड़ना चाहती थीं. मगर शादी की बात इतनी प्रचारित हो चुकी थी कि डायना हिम्मत नहीं जुटा सकीं. इसीलिए शादी की शुरुआत से ही चार्ल्स और डायना के रिश्ते कुछ ख़ास नहीं थे. वो पब्लिक में साथ नज़र आते. मगर दरवाज़े के पीछे वो दो अलग-अलग किनारों पर जीते थे. पहले से ही ख़राब रिश्ते 1986 में आकर और बिगड़ गए. क्यों? क्योंकि डायना को पता चला कि चार्ल्स और कैमिला वापस साथ आ गए हैं. BBC को दिए एक इंटरव्यू में डायना ने इस प्रसंग पर कहा था-

"मेरा पति किसी और से प्यार करता था. उसकी तरफ के लोग मुझे ही पागल ठहराते थे. कहते कि मुझे इलाज़ के लिए कहीं डाल आना चाहिए. वो कहते कि मैं उनके शर्मिंदगी का कारण बन रही हूं. मैं बिल्कुल अलग-थलग कर दी गई थी."

डायना के भी एक्सट्रा-मैरिटल अफ़ेयर्स शुरू हो गए. इसपर चार्ल्स ने अपने एक क़रीबी को चिट्ठी में लिखा,

"ये कितने विनाशक हालात हैं. मैंने कभी नहीं सोचा था कि चीजें इस मोड़ पर पहुंच जाएंगी."

सोचिए, एक पति जिसके शादी के बाहर संबंध है. वो अपने पत्नी के अफ़ेयर्स को एम्बैरसमेंट मानता है. इसलिए कि वो ब्रिटिश गद्दी का अगला वारिस है. वो न तो खुलकर अपना प्रेम संबंध स्वीकारने की हिम्मत रखता है, न पत्नी के साथ ही सहानुभूति रख पाता है. और शाही परिवार? शाही परिवार क्या कह रहा था? वो भी डायना के प्रति असंवेदनशील थे. उससे एक नेक, वफ़ादार और जिम्मेदार बहू होने की उम्मीद रखते थे. डायना की कहीं और प्रेम पाने की कोशिश उनके लिए स्कैंडलस थी.

प्रिंस चार्ल्स के साथ कैमिला पार्कर बोल्ज़ (तस्वीर: AP)

1987 आते-आते डायना और शाही परिवार में दूरी साफ़ दिखने लगी थी. डायना और चार्ल्स, पब्लिक में अलग-अलग दिखने लगे थे. 1988 में 'वैनिटी फेयर' ने अपनी एक स्टोरी में लिखा, वो दुनियाभर के लिए प्रेम की वस्तु है, सिवाय अपने पति के. इतनी सी उम्र में उसकी फ़ेरी-टेल नुमा शादी समझौता बनकर रह गई है.

डायना की कहानी में सबसे बड़ा विस्फ़ोट आया मई 1992 में

इस महीने एक क़िताब आई. नाम था, 'डायना: हर ट्रू स्टोरी'. इसमें डायना की टूटी शादी, चार्ल्स और कैमिला के अफ़ेयर, डायना का डिप्रेशन, सबका ब्योरा था. परदे के पीछे की सारी बातें पब्लिक में आ गईं. ब्रिटिश शाही परिवार शर्मसार हो गया. अब उन्होंने डायना से फ़ॉर्मल दूरी बनाने का आधिकारिक जतन शुरू किया. डायना पर दबाव बनाया गया. डायना के अपने मां-बाप का डिवोर्स हुआ था. वो जानती थीं कि पेरेंट्स का डिवोर्स बच्चों को कैसे तोड़ देता है. इसीलिए बच्चों की ख़ातिर वो पति से सेपरेट नहीं होना चाहती थीं. मगर उन्हें इसके लिए जबरन राज़ी करवाया गया. इस नए समझौते का ऐलान हुआ 9 दिसंबर, 1992 को. तत्कालीन प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने पार्लियामेंट में खड़े होकर कहा,

"प्रिंस और प्रिसेंज़ ऑफ़ वेल्स अब सेपरेट हो रहे हैं. ये फ़ैसला सर्वसम्मति से लिया गया. अपने बच्चों की परवरिश में दोनों पूरी तरह भागीदारी लेंगे."

इस घटनाक्रम के चलते 1992 का साल ब्रिटिश मोनार्की के लिए किसी बुरे सपने जैसी थी. उसकी साख अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी. शायद इसीलिए महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने 1992 को बताया- ऐनुस होरिबिलिस. माने, अ टेरिबल ईयर. बहुत बुरा साल.

इस ड्रेस को ‘डायना की रिवेंज ड्रेस’ कहते हैं. जून 1994 के मेट गाला इवेंट में ये ड्रेस पहनी थी और इसी दिन चार्ल्स ने कैमिला के साथ अपना रिश्ता पब्लिक किया था (फोटो - AP)  

क्या सेपरेशन के बाद रॉयल फैमिली का डायना के प्रति बर्ताव सुधरा? नहीं, बदतर हो गया. उनके लिए अब डायना एक बोझ बन गई थीं. इसका संकेत देते हुए डायना ने एक इंटरव्यू में कहा था-

"मैं उन्हें प्रॉब्लम लगने लगी थी. मुझे बोझ की तरह देखा जाने लगा. वो सोचने लगे कि इसके साथ कैसे निपटा जाए. मेरी विदेश यात्राएं ब्लॉक की जाने लगीं. मेरी चिट्ठियां रोकी जाने लगीं. मुझे दूर रखा जाने लगा. मेरी ज़िंदगी बहुत मुश्किल हो गई. मेरे पति की साइड वाले मुझे रोकने में व्यस्त थे. साबित किया जाने लगा कि मेरे नाजायज़ रिश्ते हैं. मेरे फोन कॉल्स रिकॉर्ड किए जाने लगे. उन्हें नैशनल मीडिया में लीक किया जाने लगा. ये सब इसलिए हुआ ताकि पब्लिक में मेरी छवि ख़राब हो. जनता का मेरे प्रति रवैया बदल जाए. ये बिल्कुल किसी पोकर गेम जैसा था. जहां मेरे पति के पास मुझसे ज़्यादा पत्ते थे. ये सब इसलिए हुआ क्योंकि आई वॉज़ द सेपरेटेड वाइफ़ ऑफ दी प्रिंस ऑफ़ वेल्स. आई वॉज़ द प्रॉब्लम. फुल स्टॉप."

डायना बहुत शानो-शौक़त से राज परिवार का हिस्सा बनाई गई थीं. अब उन्हीं डायना को दूध में गिरी मक्ख़ी की तरह बाहर फेंक दिया गया. आउटकास्ट कर दिया गया. यही वो अतीत है, जिसका ज़िक्र अब डायना के बेटे प्रिंस हैरी ने किया है.

डायना की मौत

31 अगस्त 1997. डायना पेरिस में थीं. अपने दोस्त डोडी अल फाएद के साथ. अख़बार और कंस्पिरेसी थियरिस्ट फाएद को डायना का प्रेमी बताते थे. बहरहाल, डायना को फाएद के साथ कहीं जाना था. लेकिन पत्रकारों में इस बात की ख़बर फैल चुकी थी, तो होटल के बाहर कई फोटोग्राफर अपने कैमरे में रील और बैटरी भरकर तैयार थे. उन्हें डायना की फाएद के साथ फ़ोटो उतारनी थी. इस भीड़ के बीच डायना को होटल से निकलना मुश्किल लग रहा था. तो ऐसे में उन्हें होटल से निकालने का बीड़ा उठाया होटल के एक सुरक्षा अधिकारी ने. नाम था, हेनरी पॉल. पहले एक डिकॉय गाड़ी को निकाला गया. पत्रकारों को लगा कि उसमें डायना है. बहुत सारे उसके पीछे निकल गए, लेकिन डायना उसमें थीं नहीं.

डायना के लिए बुलेट-प्रूफ़ मर्सिडीज बेंज़ एस-280 का इंतजाम किया गया था. हेनरी, डायना, फ़ाएद और उनके बॉडीगार्ड इसी गाड़ी से निकले, लेकिन कुछ फ़ोटोग्राफर चालाक थे. इस गाड़ी के पीछे लग गए. गाड़ी सुरक्षा अधिकारी हेनरी चला रहा था. गाड़ी एक टनल में घुसी. रात के 12 बजकर 20 मिनट हो रहे थे. तारीख़ बदल गई थी. फ़ोटोग्राफ़रों को पीछा करते देख ड्राइवर ने गाड़ी की चाल तेज़ कर दी. गाड़ी अनियंत्रित हो गई और पौंट डे अलमा सुरंग में एक पोल से टकरा गई. हादसे में डायना, डोडी और ड्राइवर हेनरी पॉल की मौत हो गई. महज़ 36 की उम्र में डायना गुज़र गईं. एक ख़ुशदिल महिला. बाग़ी महिला, जिसने अपने शर्तों पर जीवन जिया नहीं. जीना पड़ा.

कई ऐसी कॉन्स्पिरेसी थियरीज़ हैं कि वो मरी नहीं, उन्हें मरवाया गया. बात ये भी आई कि पोल से लड़ने पहले गाड़ी किसी और गाड़ी से लड़ी थी. बहुत सारी बातें हुईं, लेकिन कुछ भी ठोस सामने नहीं आया.

आज आपको एक ट्रैजिक क़िस्सा बताते हैं. क़िस्सा है एक राजकुमारी का. दुनिया की सबसे चहेती, सबसे मशहूर राजकुमारी का क़िस्सा. जिसका उठना-बैठना, हंसना-रोना, उसके कपड़े, उसकी बातें, उसकी ज़िंदगी का हर सेकेंड एक ब्लॉकबस्टर फ़िल्म था. उसके ज़िक्र से दुनिया थकती नहीं थी. उसकी परछाईं भी मुंहमांगी क़ीमत पर बिकती थी. उसके स्वेटर की बुनाई पर लोग किसी गणितीय फॉर्म्युले की तरह घंटों सिर खपाते थे. और फिर एक रोज़ उसकी ख़बर आई. पता चला, बस 36 की उम्र में उसकी दर्दनाक मौत हो गई है. इस दुखांत ने उसे किसी महाकाव्य की तरह अमर बना दिया.उस राजकुमारी का नाम था- डायना. प्रिंसेज़ डायना. डायना के छोटे बेटे हैं, प्रिंस हैरी. हैरी और उनकी पत्नी मेगन जनवरी 2020 में ब्रिटिश शाही परिवार से अलग हो गए थे. ब्रिटेन छोड़कर अमेरिका चले गए. कुछ समय पहले प्रिंस हैरी और मेगन ने एक इंटरव्यू दिया था. कहा था कि रॉयल फैमिली से हुआ उनका बंटवारा बेहद मुश्किल अनुभव रहा. वैसा ही मुश्किल, जैसा कभी उनकी मां प्रिंसेज़ डायना के लिए रहा होगा. हैरी ने कहा कि वो तो कल्पना भी नहीं कर सकते कि उनकी मां के हालात कितने बुरे रहे होंगे.डायना के लिए कितने बुरे थे हालात?प्राचीन रोमन सभ्यता में एक देवी थीं- डायना. देवताओं के राजा जूपिटर की बेटी. प्रकाश के देवता अपोलो की बहन. चांद सी धवल. जंगल की देवी. मांओं और बच्चों की रक्षक, जिसे एक शिकारी से प्रेम हुआ. मगर भाई ने छल से उसी के हाथों उसके प्रेमी का सिर कटवा दिया. ताकि बहन भौतिक प्रेम न करे. उसकी कथित शुद्धता बनी रहे. चिरकुआंरी डायना 'पवित्रता' का प्रतीक बना दी गई. यही तथाकथित प्यूरिटी, वर्जिनिटी.. डायना की एक हमनाम की भी कहानी का अहम हिस्सा बना.बात है, 24 फ़रवरी, 1981 की. ब्रिटिश शाही परिवार ने एक ऐलान किया. कहा, "उनके सबसे सुपात्र बैचलर, 32 बरस के प्रिंस चार्ल्स ने सगाई कर ली है." किससे? ख़ुद से 13 बरस छोटी, एक 19 साल की लड़की डायना स्पेंसर से. बस इसी रोज़ से डायना के साथ लोगों की दिलचस्पी जुड़ गई. इस शुरुआती दिलचस्पी का सबसे प्रचारित अंश था, 'वर्जिनिटी'. प्रिंस चार्ल्स के कई प्रेम संबंध रहे थे. मगर उनकी होने वाली पत्नी का शादी के समय तक कुआंरा होना गर्व की बात मानी गई. यही कुआंरापन ब्रिटिश शाही परिवार की बहू बनने, अगली महारानी की दावेदारी रखने के लिए डायना की सबसे क़ीमती पात्रता थी.