The Lallantop

आलिया भट्ट की बहन को मैसेज कर लोगों ने कहा, 'डिप्रेशन से मौत हो जाए, मां का रेप हो जाए'

शाहीन भट्ट ने ढेर सारे स्क्रीन शॉट्स लगाए हैं.

Advertisement
post-main-image
लेफ्ट टू राइट: शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट. शाहीन भट्ट की इंस्टाग्राम स्टोरी का स्क्रीनशॉट. (फोटो- इंस्टाग्राम shaheenb)

आलिया भट्ट की बहन शाहीन भट्ट. हाल ही में उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर चैट्स के स्क्रीनशॉट्स शेयर किए. बताया कि वो किस तरह साइबर हैरेसमेंट का शिकार हो रही हैं. कुछ लोग ये चाह रहे हैं कि वो फिर से डिप्रेशन में चली जाएं. कुछ उनकी मां (सोनी राज़दान) का रेप होने तक की बात कह रहे हैं. ये सारी चैट्स शेयर करने के साथ शाहीन ने बताया कि अब उन्होंने इन सबके खिलाफ लीगल एक्शन लेने का फैसला ले लिया है.

Advertisement

क्या-क्या बताया शाहीन ने?

इंस्टाग्राम स्टोरी पर कई सारे पोस्ट डाले. शुरुआत भारत में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों से की. लिखा,

Advertisement

"भारत महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों के लिए सबसे खतरनाक देश माना जाता है. रेप भारत में होने वाला सबसे कॉमन क्राइम है. हर 15 मिनट में एक औरत का रेप होता है. भारत में 70 फीसद औरतें घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं. हर नौ मिनट में किसी के पति या पति के रिश्तेदार द्वारा औरत के साथ क्रूर व्यवहार किया जाता है. हर तीसरी औरत घर पर यौन हिंसा या शारीरिक हिंसा का सामना करती है. साथ ही माइक्रोसॉफ्ट ने जो ग्लोबल यूथ ऑनलाइन बिहेवियरल सर्वे किया था, उसमें 53 फीसद रेस्पोंडेंट के साथ भारत को साइबर बुलिंग के मामले में तीसरे नंबर पर रखा था. खासतौर पर बच्चों ने ऑनलाइन बुलिंग एक्सपीरियंस करने की बात कही थी. हर साल दुनियाभर में करीब 800,000 (आठ लाख) लोग सुसाइड की वजह से मरते हैं, इनमें से 17 फीसद यानी 135,000 (एक लाख पैंतीस हज़ार) लोग भारत में रहने वाले होते हैं."

इस पोस्ट के बाद शाहीन ने अगले पोस्ट में उन्हें आए मैसेज के स्क्रीनशॉट्स डाले. उन्हें मैसेज भेजने वालों में से एक ने लिखा,

"मैं उम्मीद करता हूं कि आप और आपकी बहन की मौत डिप्रेशन से हो जाए. आपके पिता की मौत कैंसर से हो. आप लोगों के शव को चीटियां और सांप खाएं. शाहीन कल्पना करो कि तुम दोबारा डिप्रेशन का शिकार हो रही हो. इस बार और भी बुरी तरह से. तुम बिस्तर से उठने के काबिल न रहो, कुछ बोल न पाओ."

Advertisement

एक और व्यक्ति के मैसेज का स्क्रीनशॉट डाला, जिसने शाहीन और उनके परिवार के साथ हद से ज्यादा बुरा होने की बात कही. मैसेज में लिखा कि वो ये चाहता है कि शाहीन के परिवार का सारा पैसा, नाम और शौहरत खत्म हो जाए. इसी व्यक्ति ने शाहीन की मां के लिए लिखा,

"आपकी मां का रेप हो जाए"


Shaheen Bhatt 1
शाहीन की इंस्टाग्राम स्टोरी.

ऐसी और भी कई बातें कहीं, जिसे हम लिख भी नहीं सकते. एक और व्यक्ति ने शाहीन के रेप की भी बात कही.

इन सबको शेयर करते हुए शाहीन ने अपनी स्टोरी के अगले पोस्ट में लिखा,

"हम ऐसे देश में रहते हैं जहां लोगों को शक्तिहीन बनाने में ही दूसरे लोगों को मज़ा आता है. ऐसा देश जहां लोगों को उनकी 'औकात' दिखाने में मज़ा आता है. और एक औरत को उसकी जगह बताने से बेहतर किसे बताया जा सकता है? एक ऐसा देश जहां लोगों को प्यार और सहानुभूति के साथ बड़ा करने के बजाए, ज्यादातर लोगों को मुखर रूप से नफरत करने की अनुमति के साथ बड़ा किया जाता है. ऐसा देश जहां न केवल आदमी, बल्कि औरतें भी किसी दूसरी औरत को 'स्लट' बुला सकती हैं. और ये किसी औरत के लिए सबसे ज्यादा बुरा होता है."

अगली स्लाइड में लिखा,

"क्योंकि किसी औरत को शक्तिहीन बनाने के लिए उसे औरत होने पर ही शर्मिंदा महसूस कराने से ज्यादा बेहतर तरीका और क्या हो सकता है. क्योंकि अगर वो एक औरत नहीं होती, तो क्या उसका महत्व कम आंका जाता, या उसे अपमानित महसूस कराया जाता, क्या रोजाना हिंसा की धमकी दी जाती? अगर वो औरत नहीं होती, तो क्या यूं ही उसकी सुरक्षा उससे छीन ली जाती? आप देखिए. ये जीनियस है. आप उसका अपमान करते हैं, फिर भी आप उसे ये यकीन दिलाने की कोशिश करते हैं कि दिक्कत उसकी है, आपकी नहीं."


Shaheen Bhatt 2
शाहीन की इंस्टाग्राम स्टोरी.

इसके आगे की स्लाइड में शाहीन ने रेप के आंकड़ों पर दोबारा बात की. लिखा,

"और फिर भी लोगों को इस बात की हैरानी होती है कि भारत में हर 15 मिनट में एक औरत का रेप होता है. सच में? क्यों? मैं तो नहीं हूं हैरान? लेकिन जैसे हैना गैड्स्बी कहती हैं, 'शक्तिहीन हो जाने से आपकी इंसानियत खत्म नहीं होती. आपका लचीलापन आपकी इंसानियत है. केवल वही लोग अपनी इंसानियत खो देते हैं, जिन्हें विश्वास होता है कि उनके पास किसी दूसरे व्यक्ति को शक्तिहीन बनाने का अधिकार है. वो लोग ही सबसे कमज़ोर होते हैं.'"

आगे शाहीन लिखती हैं कि वो इस मुद्दे पर कई दिनों से बात करना चाह रही थी. पहले उन्हें लगता था कि इस पर बात करके वक्त क्यों ज़ाया किया जाए या फिर दिमाग के प्रोसेस की शक्ति का एक फीसद इस्तेमाल भी इस पर क्यों किया जाए, लेकिन फिर उन्होंने इस पर बात करने का फैसला किया. क्यों किया? शाहीन ने कारण बताते हुए लिखा,

"मैंने महसूस किया कि मैं ये चाहती हूं कि ये दुनिया ऐसी होनी चाहिए जहां औरतें सुरक्षित महसूस करें. जहां लगातार धमकी न मिले, उन्हें सेक्शुलाइज़ न किया जाए, सेक्सिस्ट या स्त्री विरोधी बातों से उनका अपमान न किया जाए. मैं चाहती हूं कि औरतों को भी इंसानों की तरह ट्रीट किया जाए. ये एक ऐसी दुनिया है जिसे बनाने के लिए मुझे मदद करनी है. ऐसी दुनिया बनाने के लिए मुझे खुद की ज़िंदगी में कुछ सीमाएं बनानी होंगी, और एक्शन लेना होगा, फिर चाहे वो कितना ही खीझ देने वाला या फिर समय लेने वाला क्यों न हो."


Shaheen Bhatt 3
शाहीन की इंस्टाग्राम स्टोरी.

फिर अगली स्लाइड में शाहीन ने उन फैसलों और सीमाओं के बारे में बताया, जिसका उन्होंने पिछली स्लाइड में ज़िक्र किया था. उन्होंने लिखा,

"अब मैं उन लोगों से बात करने वाली हूं, जिन्हें लगता है कि वो मुझे या फिर किसी को भी नफरत भरे मैसेज आसानी से भेज सकते हैं. अगर आप मेरा अपमान करने, मुझे शर्मिंदा महसूस कराने या बुली करने की उम्मीद से कोई मैसेज भेजते हैं, तो आगे जो लिखा है वो होगा-

- वो मैसेज या कमेंट्स पहले तो ब्लॉक किए जाएंगे, फिर इंस्टाग्राम से सीधे तौर पर उनकी शिकायत होगी.

- आप अपना प्राइवेसी का अधिकारी खो देंगे. मैं आपकी पहचान की रक्षा नहीं करूंगी. हर भद्दा मैसेज, जो आप मुझे भेजेंगे, मैं उसे पोस्ट करूंगी. ये मैंने चुना है. हर कोई देखेगा. अब्यूजर्स की गुमनामी उनका हौंसला बढ़ाती है. मैं आपको छिपे रहने में मदद नहीं करूंगी.

- मेरे पास जो भी कानूनी साधन मौजूद होंगे उनका इस्तेमाल करूंगी और एक्शन लूंगी. अगर आपको लगता है कि आपके गुमनाम अकाउंट की वजह से आपको लोकेट नहीं किया जा सकता, तो प्लीज़ दोबारा सोचिए. क्योंकि IP एड्रेस आसानी से ट्रैक किए जा सकते हैं. आप गायब नहीं हैं. हैरेसमेंट एक अपराध है."


Shaheen Bhatt 4
शाहीन की इंस्टाग्राम स्टोरी.

इसके आगे एक और स्लाइड शाहीन ने अपनी स्टोरी में डाली. इसमें उन्होंने इंस्टाग्राम से बात की. कहा कि महिलाओं के विरोधी जो बातें की जाती हैं, उन्हें भी इंस्टाग्राम की ज़ीरो टोलरेंस पॉलिसी के तहत आना चाहिए. शाहीन ने लिखा,

"इंस्टाग्राम आपके पास ज़ीरो टोलरेंस पॉलिसी है. ऐसे में स्त्री विरोधी या स्त्री के प्रति नफरत भरी जो बातें कही जाती हैं इंस्टाग्राम पर, उन्हें भी इस पॉलिसी के तहत शामिल किया जाना चाहिए.

'लेकिन अगर आप ऐसे अब्यूज़िव मैसेज नहीं चाहती हैं, तो मैसेज रिक्वेस्ट का ऑप्शन बंद कर दीजिए. अगर आप कमेंट्स में 'बी*' नहीं कहलाना चाहतीं, तो कमेंट सेक्शन बंद कर दीजिए.'

मुझसे कहा जा रहा है कि मैं किसी प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करने के अपने तरीके को बदल दूं, वो भी किसी दूसरे की नफरत की वजह से. ये तो उसी तरह की बात हो गई कि मैं रात में बाहर गई और मेरा असॉल्ट हो गया, क्योंकि 'मैं ऐसा चाह रही थी'. अगर कोई अब्यूज़िव हो रहा है, तो उसकी वजह से मुझे प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने का तरीका नहीं बदलना चाहिए. उन्हें बदलना चाहिए. फुल स्टॉप."

ये सारी बातें शाहीन ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखीं. उन्होंने साफ कर दिया कि अब अगर उन्हें कोई भद्दे या हैरेसमेंट भरे मैसेज भेजेगा, तो उसके खिलाफ वो लीगल एक्शन लेंगी.



वीडियो देखें: हंसल मेहता के एकेडमी अवॉर्ड्स को 'नेपोटिज़्म' कहने पर बवाल क्यों हुआ?

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स
Advertisement