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चेन्नई में AC फटने से युवक की मौत, नोएडा में जला पूरा फ्लैट, क्यों ब्लास्ट कर जाते हैं एयर कंडीशनर?

एसी में ब्लास्ट होने की कई वजहें हो सकती हैं, जिन्हें ध्यान में रखा जाए तो ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सकता है.

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(दाएं) नोएडा में एसी फटने से लगी आग में जले फ्लैट की तस्वीर. बाईं तस्वीर सांकेतक है. (साभार- आजतक और Unsplash.com)

एयर कंडीशनर में ब्लास्ट की दो खबरें चर्चा में हैं. बीती 31 जुलाई को तमिलनाडु के चेन्नई के एक इलाके में एसी फटने से एक 27 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक की पहचान पी. श्याम के रूप में हुई है, जो उसी क्षेत्र में दूध बेचने का काम करते थे. 

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई की घटना के पीड़ित पी श्याम एसी चलाकर सो गए थे. कुछ देर बाद उनके कमरे से तेज आवाज आने लगी. उसी बिल्डिंग में रह रहा प्रभाकरन नाम के व्यक्ति जब ग्राउंड फ्लोर पर गया तो देखा कि वहां से बहुत धुआं निकल रहा था. इस बीच जब तक पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा, तब तक अंदर की चीजें जल गई थीं. पुलिस ने बताया कि एयर कंडीशनर फटने से ऐसा हुआ है. वहीं दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बहुमंजिला इमारत में एसी फटने से एक फ्लैट पूरी तरह जल गया.

वैसे तो एसी में पहले ही ऐसी व्यवस्था की जाती है कि इसमें फटने या ब्लास्ट जैसी कोई स्थिति उत्पन्न न हो. हालांकि इसके बावजूद ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जाहिर लोग जानना चाह रहे हैं कि आखिर एसी में धमाका कैसे हो जाता है.

एसी में ब्लास्ट कैसे होता है?

एसी में ब्लास्ट होने की कई वजहें हो सकती हैं- जैसे कि अच्छे से सफाई न होना, खराब गुणवत्ता वाले केबल  और प्लग का इस्तेमाल करना, वोल्टेज में उतार-चढ़ाव, गलत गैस का इस्तेमाल करना.

गंदगी: एसी के अंदर कंडेंसर पर गंदगी, मैल जमा होने के चलते समस्या खड़ी हो जाती है. गंदगी के चलते एसी गर्मी को बाहर नहीं निकाल पाती है. नतीजन, बिना बंद हुए ही एसी लगातार चलता रहता है और ब्लास्ट कर जाता है.

खराब वायरिंग: अगर एसी की वायरिंग में इस्तेमाल किया गया तार, प्लग, सॉकेट और सर्किट ब्रेकर अच्छी गुणवत्ता के नहीं हैं तो इसके कारण भी एसी में आग लग सकती है. ऐसी किसी दुर्घटना से बचने के लिए एसी में अच्छे सामान का इस्तेमाल किया जाना आवश्यक है.

पावर फ्लक्चुएशन: एसी के साथ-साथ अन्य इलेक्ट्रिक सामानों पर भी वोल्टेज के फ्लक्चुएशन, बोले तो उतार-चढ़ाव का प्रभाव पड़ता है. बिजली को लेकर देश में यह एक बड़ी समस्या है. इसके कारण भी एसी में आग लग सकती है.

गलत गैस का इस्तेमाल: एयर कंडीशनर में एक विशेष तरह की गैस का इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर एसी में फ्रेऑन (Freon) गैस का इस्तेमाल होता है. इसमें आग नहीं लगती है, लेकिन ग्लोबल वॉर्मिंग में इसकी हिस्सेदारी काफी होती है.

साल 2019 के बाद बने नए एसी में R410a नाम की गैस का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि प्यूरॉन (Puron) होता है. इसमें भी आग नहीं लगती है. हालांकि गलत गैस का इस्तेमाल करने पर ओवर हीटिंग हो सकती है और किसी और तरीके से आग लग सकती है.

एसी के चलते किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए इसकी नियमित साफ-सफाई की जानी चाहिए, ताकि इसको कम भार झेलना पड़े. साथ ही एसी को ऐसी जगह पर लगाया जाना चाहिए, जहां से उसका एक हिस्सा बाहर की तरफ हो और पानी आसानी से निकल सके.

इसके अलावा एसी को चलाने के लिए एक्स्टेंशन कॉर्ड का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इसमें काफी बिजली जाती है और इसके चलते ओवर-हीटिंग हो सकती है.

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