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'मेरे पास यही चारा था', रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट करने वाले DRDO साइंटिस्ट ने ऐसा क्यों कहा?

साइंटिस्ट ने पुलिस से कहा- 'या तो मैं खुद को मार लूं या उसे मार दो.'

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(बाएं से दाएं) आरोपी वैज्ञानिक भारत भूषण कटारिया और बम वाला बैग. (तस्वीरें- इंडिया टुडे)
दिल्ली की रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) में हुए ब्लास्ट मामले में पुलिस ने अहम जानकारी दी है. उसके मुताबिक धमाके के आरोपी DRDO साइंटिस्ट भारत भूषण का कहना है कि वो अपने पड़ोसी वकील अमित वशिष्ट से इतना तंग आ गया था कि उसे मारने का फैसला कर लिया. आजतक से जुड़े अरविंद ओझा और हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में आरोपी साइंटिस्ट ने बताया कि लगातार हो रहे कोर्ट केस की वजह से वो परेशान हो गया था. उसने कहा,
'अब मेरे पास सिर्फ यही चारा रह गया था. या तो मैं खुद को मार लेता हूं या उसे मार दो.'
और क्या पता चला है? दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया है कि भारत भूषण का वकील अमित वशिष्ट के साथ करीब एक दशक पुराना झगड़ा है. ये दोनों एक ही बिल्डिंग में रहते हैं. पहले भी दोनों के बीच छोटी-मोटी बातों पर झगड़ा होता था. लेकिन करीब 6 साल पहले लिफ्ट लगाने को लेकर दोनों के बीच तल्खी ज्यादा बढ़ गई. ये भी बताया गया है कि एक शिकायत के बाद भारत भूषण कटारिया के घर की लोहे की एक ग्रिल भी तोड़ दी गई थी. इस वजह से वो काफी ज्यादा गुस्से में था. वहीं साल 2018 में किसी ने कटारिया के खिलाफ DRDO में एक RTI लगा दी. इसमें कटारिया के पिछले 3 साल के काम की जानकारी मांगी गई थी. RTI लगने के एक साल बाद 2019 में किसी ने भारत भूषण कटारिया के खिलाफ उसके ऑफिस में शिकायत की. कहा कि कटारिया घर बैठा रहता है. प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है. शिकायत भेजने वाले ने लिखा था कि इससे जुड़े CCTV फुटेज भी उसके पास हैं. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक इन घटनाक्रमों के चलते कटारिया को लग रहा था कि इन सब के पीछे वकील अमित वशिष्ट का ही हाथ है. इसलिए उसने वकील से पीछा छुड़ाने के तरीके खोजने शुरू कर दिए. लेकिन इस बीच लॉकडाउन लग गया और भारत भूषण की प्लानिंग धरी रह गई. पुलिस के मुताबिक, हालांकि सितंबर 2021 में जिस तरीके से रोहिणी कोर्ट में एक गैंगस्टर की हत्या हुई, उसके बाद भारत भूषण कटारिया को लगा कि वो भी वकील की ड्रेस में कोर्ट जा सकता है और वकील को अपने रास्ते से हटा सकता है. उसके बाद उसने फिर प्लानिंग की और कोर्ट में ब्लास्ट को अंजाम दिया. खबर के मुताबिक अमित वशिष्ट की तरफ से भारत भूषण पर सात मुकदमें दर्ज करवाए गए हैं. वहीं भारत भूषण ने भी 5 मुकदमे वकील के खिलाफ दर्ज कराए हैं. धमाके के वक्त वकील और वैज्ञानिक दोनों कोर्ट में ही मौजूद थे. इससे पहले रविवार, 19 दिसंबर को खबर आई थी कि धमाके के आरोपी साइंटिस्ट ने केमिकल पदार्थ पी लिया. बताया गया कि खुद साइंटिस्ट ने ही ये दावा किया था. इसके बाद उसे आंबेडकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. वहां से उसे AIIMS शिफ्ट किया गया. हालांकि बाद में खबर आई कि आरोपी साइंटिस्ट की तबीयत ठीक है.