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एकता कपूर की नई 'नागिन' महामारी ख़त्म कर देगी और साथ में आपका दिमाग भी

कलर्स टीवी के पॉपुलर शो नागिन के छठे सीज़न का प्रोमो आ गया है.

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नागिन इतना पॉपुलर है कि इसके फैन पेजेज़ हैं, जहां 'नागिन यूनिवर्स' से जुड़ी सब लेटेस्ट अपडेट मिल जाएंगी . फोटो- दाईं फोटो नागिन के प्रोमो का स्क्रीनग्रैब है, बाईं फोटो कोरोना वायरस महामारी से जुड़ी है.
खुशखबरी! महामारी का इलाज मिल गया है. पड़ोसी देश से शुरू हुआ वायरस, जिससे पूरी दुनिया त्रस्त है वो खत्म होने वाला है. ढाई साल से पूरी दुनिया को जिसका इंतज़ार था, वो घड़ी आ गई. उस वायरस को खत्म करेगी कलर्स टीवी की 'नागिन'. नागिन के सीज़न 6 का प्रोमो आ गया है और प्रोमो में साफ़ दिखाया गया है कि नागिन उस वायरस को ख़त्म कर देगी जिससे पूरी दुनिया परेशान है. कैसे? क्योंकि ज़हर ही ज़हर को काटता है. सिंपल. 'बदल रही है दुनिया, बदल चुकी है नागिन' नागिन. कलर्स टीवी का चर्चित शो है. इसके अभी तक कुल पांच सीज़न आ चुके हैं. छठा आने वाला है. नागिन की कहानी का एक बेसिक थीम है. जो अभी तक चल रहा है. नागिन का बदला. पिछले जन्म में या कुछ समय पहले, कुछ लोगों ने नागिन के प्रेमी, मां, दूर के रिश्तेदार में से किसी को मारा होता है. फिर नागिन बदला लेने आती है. उसी घर के किसी व्यक्ति से शादी कर लेती है और फिर पूरा सीज़न तसल्ली से बदला लेती है.
लेकिन इस बार नागिन अलग है. क्योंकि बदल रही है दुनिया और बदल चुकी है नागिन. चूंकि साहित्य समाज का दर्पण होता है, तो इस बार इस वक़्त की सबसे बड़ी समस्या को सेंट्रल थीम बनाया है. वैसे प्रोमो में नाम तो नहीं लिया है, लेकिन इसका इशारा किधर है, ये सबको समझ में आ रहा है. माने कोरोना वायरस. हाल में सीज़न-6 का प्रोमो आया. प्रोमो में यह दिखाया गया है कि एक व्यक्ति एक छोटी सी बोतल में लाल रंग का लिक्विड लेता है और एक बहती हुई नदी में डाल देता है. छोटी सी बोतल में भरा लिक्विड पूरी नदी को लाल कर देता है. पूरी नदी को. और यह एक ऐसी नदी है जो पूरी दुनिया में बहती है. अक्रॉस द वर्ल्ड.
इसके बाद काले सूट में चश्मा पहना हुआ एक व्यक्ति एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाता है. साधु बाबाओं और संतों के साथ. पहाड़ों में. जहां बर्फ गिर रही है. मीटिंग में कोई अधिकारी टाइप कोई नहीं दिखता. ख़ैर, इमरजेंसी थी. काले सूट वाला व्यक्ति बहुत चिंता के साथ कहता है,
"पड़ोसी देश एक वायरस को हथियार बनाकर हर तरफ़ महामारी फैला देगा."
राउंड टेबल मीटिंग का एक सदस्य, जो तिब्बत का मालूम पड़ता है, फिर से बहुत डर के साथ पूछता है, "कौन करेगा इससे हमारी रक्षा?"
इसके बाद बजती है नागिन की थीम म्यूज़िक, और एक भारी आवाज़ बैकग्राउंड से कहती है,
"ज़हर ही ज़हर को काटता है.. इस बार ख़ुद के लिए नहीं, देश की रक्षा के लिए. बदल रही है दुनिया, बदल चुकी है नागिन. जल्द. सिर्फ कलर्स पर."
नागिन, जिसका चेहरा नहीं रिवील किया गया है, उस मैप को छूती है, जिसमें सारी नदियां लाल हो चुकी हैं. और उसके स्पर्श से ही लाल नदी वापस नीली हो जाती है. 42 सेकंड के प्रोमो में ये भी दिखाया गया है. इंटरनेट की जनता क्या कह रही है? कुछ लोगों ने राइटर के दिमाग़ को शत-शत प्रणाम किया है तो कुछ लोगों ने नागिन वर्सेस महामारी के इस दिलचस्प मुक़ाबले पर बेटिंग शुरू कर दी है.
मीमर्स ने मीम बनाने शुरू कर दिए. लिखा कि जीवन में सब अच्छा चल रहा था, फिर यह देख लिया.


कुछ लोगों ने पूछा कि फिर वैक्सीन, साइंटिस्ट, रिसर्च का क्या काम? यह लोग क्या जॉब छोड़ दें?
टि्वटर पर पंखुड़ी नाम के एक व्यक्ति ने लिखा,
"यह फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स का सीधा मज़ाक उड़ाने जैसा है. उन लोगों ने अपना घर, नींद, अपने रिश्ते और यहां तक कि अपनी जीवन भी मानवता को बचाने में लगा दिए और ये लेखक अपने घरों के कम्फ़र्ट में बैठकर, इस तरह की बेहूदी चीज़ें लिख रहे हैं."
कौन है इस बार की नागिन? कुछ लोगों की चिंता लॉजिक की नृशंस हत्या पर नहीं है. इस सीज़न में नागिन कौन है, यह रिवील नहीं किया गया तो कुछ लोग हैशटैग्स के साथ अपनी 'फेवरेट नागिन' के लिए गुहार लगा रहे हैं.
कुछ को अदा ख़ान को नागिन के रूप में देखना है. कुछ रूबिका दिलैक के फैंस है. एक यूज़र ने इंस्टाग्राम कमेंट्स में लिखा कि इतनी बड़ी समस्या के लिए 'ओरिजिनल नागिन' ही चाहिए. यहां वे सीज़न 1 & 2 में नागिन का किरदार निभाने वाली मोनी रॉय की बात कर रहे हैं.
नागिन
लोगों को महामारी से लड़ने के लिए अपनी 'फेवरेट नागिन' चाहिए

हमें आज तक नहीं पता था पर नागिन के बक़ायदा फ़ैन पेजेज़ हैं. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर. जहां पर 'नागिन यूनिवर्स' से जुड़ी सब लेटेस्ट ख़बरें आपको मिल जाएंगी. कुछ पेजेज़ की लाखों में फॉलोइंग है. नागिन बनने की कहानी जब कलर्स टीवी आया था, स्टार प्लस और ज़ी टीवी का बहुत प्रभुत्व था. आज भी है, लेकिन कलर्स ने अपनी अलग पहचान बनाई. कलर्स ने अपने शोज़ के विषयों को गांव  और सोशल ईशूज़ की तरफ मोड़ा था. तब हमने 'बालिका वधू', 'ना आना इस देस, मेरी लाडो!'  और उतरन जैसे सीरियल देखे. कलर्स इस अलहदा पहचान पर गर्व भी बहुत करता था, क्योंकि उसके साथ के टीवी चैनल्स बहुत शहरी और फ़ॉर्मूला-बेस्ड कहानियां बना रहे थे.
लेकिन यह ज़्यादा दिन नहीं चला. चैनल के मुखिया को लगा कि एक्सपेरिमेंट को और ऊंचा आयाम देते हैं. तो उन्होंने एक नया जॉनर डेली सोप के रूप में उतार दिया. फैंटेसी. फिर आया 'ससुराल सिमर का' और उसमें हमने मक्खी, पाताल लोक और न जाने क्या-क्या देखा. ये चल पड़ा तो फिर आई इच्छाधारी नागिन.
हर सीज़न की अलग 'नागिन'.
मोनी रॉय, सुरभि चंदा, अदा ख़ान, सुरभी ज्योति, निया शर्मा, अनीता हसनंदानी ने अभी तक 'नागिन' की भूमिका निभाई है

1 नवंबर 2015. नागिन के पहले सीजन का पहला एपिसोड एयर हुआ. उस सीज़न की नागिन थीं - मौनी रॉय, जो अदा ख़ान और अर्जुन बिजलानी के साथ नज़र आई थीं. धांसू प्रमोशन और एक 'यूनिक अप्रोच' की वजह से दो-तीन एपिसोड्स में ही नागिन हर घर का हिस्सा हो गई. वैसे नागिन की सक्सेस के बाद दूसरे चैनलों पर नज़र, काली जैसे और भी गैरलॉजिकल शोज़ आए, लेकिन नागिन की ऊंचाई (पढ़ें TRP) कोई छू न पाया.
अब इसमें कहने लायक कुछ और नहीं है लेकिन मेकर्स को यह सोचना चाहिए कि फेंटेसी के नाम पर इतनी बेतुकी सेटिंग की कोई ज़रूरत नहीं है. ख़ास तौर पर तब जब शोधकर्ता, साइंटिस्ट्स, वैक्सीन कंपनियां दिन रात एक कर इस महामारी से निपटने के लिए काम कर रहे हैं. क्रिएटिव लिबर्टी एक जगह है, लेकिन मेकर्स की अपनी एक ज़िम्मेदारी भी है क्योंकि वह नागरिक भी हैं.  फैंटेसी में भी बहुत अच्छे से समकालीन विषयों को जोड़ा जा सकता है और इस तरह के प्रयोग दुनियाभर की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज़ में हो रहे हैं.