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"अस्पताल बोलकर निकले थे, बीजेपी में चले गए"- रघुराज शाक्य के लिए बोले शिवपाल

शिवपाल यादव ने डिंपल यादव के लिए चुनाव प्रचार करने के दौरान ये बात कही.

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शिवपाल यादव और रघुराज सिंह शाक्य. (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी उपचुनाव में सपा नेता डिंपल यादव के लिए प्रचार कर रहे शिवपाल सिंह यादव ने अपने पूर्व करीबी और बीजेपी नेता रघुराज सिंह शाक्य पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि वह असली शिष्य होने का दावा करते हैं, यदि वाकई में ऐसा था तो उन्हें हमें छोड़ कर नहीं जाना चाहिए था.

शाक्य पहले शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) में थे और इसी साल यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. इस उपचुनाव में बीजेपी ने डिंपल के खिलाफ रघुराज को उतारा है. मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी विधानसभा सीट खाली हुई है.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक डिंपल यादव के लिए डोर टू डोर चुनाव प्रचार में लगे शिवपाल यादव ने शाक्य को लेकर कहा,

'वह अपने आप को हमारा शिष्य बताते हैं. असली शिष्य होते तो हमको छोड़कर ही नहीं जाना चाहिए था. हमारी बहू के खिलाफ उन्हें नहीं लड़ना चाहिए था. अगर शिष्य थे तो हमको छोड़कर नहीं जाना चाहिए था. हमारी बहू के खिलाफ उन्हें नहीं लड़ना चाहिए था. अगर शिष्य थे तो हमारे साथ रहना चाहिए था. बिना बताए गए, मुझे बता कर जाना चाहिए था. लेकिन वो तो चुपचाप बीजेपी में चले गए.'

शिवपाल ने उन समय को याद करते हुए कहा,

'हमने जब रघुराज को फोन किया कि 'कहां हो'. तो उन्होंने कहा कि वह टेस्ट करवाने के लिए अस्पताल गए हैं, तबीयत खराब है. हमने कहा कि हम डॉक्टर को फोन किए दे रहे हैं, लोहिया अस्पताल में मेरे परिचित अच्छे डॉक्टर हैं. इसके बाद मैंने टेलीफोन भी किया तो पता लगा कि वह अस्पताल नहीं गए हैं. फिर दूसरे दिन वह भारतीय जनता पार्टी में पहुंच गए. हमने रघुराज को सांसद बनाया और नौकरी भी लगवाई थी. उन्होंने हमको ही धोखा दिया, बिना बताए बीजेपी में चले गए.'

जसवंतनगर के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि शाक्य न तो उनके शिष्य हैं और न ही चेला, क्योंकि कोई भी शिष्य इस तरह छोड़कर नहीं जाता है. उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार एक होकर ये चुनाव लड़ रहा है.

मैनपुरी के साथ-साथ यूपी की 2 और सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजें आएंगे.

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