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यूक्रेन पर कब्जा नहीं करना तो हमला क्यों किया? पुतिन ने खुद बताई वजह

यूक्रेन पर हमले का आदेश देते हुए व्लादिमीर पुतिन ने क्या-क्या कहा? जानिए

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Ukraine के ऊपर सैन्य कार्रवाई की घोषणा करते रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin. (फोटो: Twitter)
रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ गई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश के बाद रूसी सेना यूक्रेन पर मिसाइलों से हमले कर रही है. उसने यूक्रेन के कई एयरबेस को नेस्तनाबूद करने का दावा किया है. वहीं यूक्रेन का कहना है कि उसने रूस के कुछ लड़ाकू विमानों और हेलिकॉप्टर को मार गिराया है. यूक्रेन ने रूसी सेना के हमले में अपने कई आम नागरिकों के मारे जाने की बात भी कही है. आइये आपको बताते हैं कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने उस भाषण में क्या कहा जिसमें उन्होंने यूक्रेन पर हमले का निर्देश दिया था. राष्ट्र के नाम अपने इस संबोधन में रूसी राष्ट्रपति ने जनता से कहा,
‘यह विवाद हमारे लिए जीवन-मरण का सवाल है. उन्होंने (यूक्रेन ने) रेड लाइन को पार किया है. यूक्रेन नियो-नाजी का समर्थन कर रहा है, इसलिए हमने स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन शुरू करने का निर्णय लिया है. रूस अपने दक्षिणी पड़ोसी (यूक्रेन) के ऊपर कब्जा नहीं करना चाहता. लेकिन रूस को उनसे अपनी रक्षा करनी होगी जिन्होंने यूक्रेन को अपनी कठपुतली बना लिया है. रूस-यूक्रेन युद्ध को अब और टाला नहीं जा सकता."
यूक्रेन को कठपुतली बनाने वाली बात कहते हुए पुतिन का इशारा अमेरिका और उसके सहयोगियों की तरफ था. पुतिन ने आरोप लगाया कि अमेरिका और उसके सहयोगियों ने NATO का विस्तार कर सभी सीमाएं पार कर दी हैं. पुतिन की तरफ ये ये भी कहा गया कि रूस का उद्देश्य पूर्वी यूक्रेन के उन लोगों की रक्षा करना है, जिनका यूक्रेन की सरकार पिछले 8 साल से उत्पीड़न कर रही है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा,
"लोगों की रक्षा के लिए हमारा उद्देश्य यूक्रेन से सैन्य तैनाती खत्म करना और उसका विनाजीकरण करना है. साथ ही साथ उन लोगों को सजा दी जाएगी, जिन्होंने नागरिकों के खिलाफ खूनी अपराध किए हैं. इनमें रूस के नागरिक भी शामिल हैं. हमारा उद्देश्य यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं है."
विनाजीकरण का मतलब समाज के ऊपर से बर्बर नाजी विचारधारा के प्रभाव को समाप्त करना है. जर्मनी के तानाशाह एडॉल्फ हिटलर ने इसी विचारधारा के चलते लाखों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में यूक्रेन के सैनिकों को भी एक संदेश दिया. उन्होंने कहा,
‘यूक्रेनी सैनिकों आपके पूर्वज नाजियों के खिलाफ लड़े थे. आप, कीव (यूक्रेन की राजधानी) में बैठे नाजियों के ऑर्डर मत मानो. अपने हथियार रखो और घर जाओ.’
पुतिन की चेतावनी इसके साथ पुतिन ने एक चेतावनी भी दी. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी रूस की सैन्य कार्रवाई में दखल देगा, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. ये गंभीर परिणाम ऐसे होंगे, जो पूरे इतिहास में भी नहीं भुगते गए होंगे. उन्होंने कहा कि सभी जरूरी फैसले ले लिए गए हैं और उन्हें यकीन है कि सबने उन्हें सुन लिया होगा. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य कार्रवाई को जायज ठहराने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र के सातवें अनुच्छेद का हवाला भी दिया. उन्होंने कहा कि दोनेत्सक और लुहान्स्क के लोगों को सहायता की जरूरत है, ऐसे में रूस संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र के सातवें अनुच्छेद के तहत यह कदम उठा रहा है. पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगियों पर रूस की सुरक्षा चिंताओं को नजरंदाज करने का भी आरोप लगाया.