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राहुल गांधी के आरोपों पर ट्विटर ने क्या जवाब दिया है?

राहुल गांधी ने अपने फॉलोवर्स न बढ़ने का ठीकरा ट्विटर के सर क्यों फोड़ दिया?

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बाएं से दाएं. कांग्रेस नेता Rahul Gandhi और ट्विटर सीईओ Parag Agrawal. (फोटो: पीटीआई/ट्विटर)
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को एक लेटर लिखा है. इस लेटर में उन्होंने ट्विटर के सीईओ से 'भारत के विचार को खत्म करने में मोहरा' ना बनने के लिए कहा है. इस पत्र में गांधी ने ट्विटर पर यह आरोप भी लगाया है कि वह भारत में अभिव्यक्ति की आजादी को खत्म करने के प्रयासों में शामिल है. साथ ही राहुल गांधी ने ट्विटर पर उनकी भी आवाज दबाने का आरोप लगाया है. इंडिया टुडे को यह पत्र मिला है जिसमें राहुल गांधी ने लिखा है,
"भारत में ट्विटर में काम करने वाले कुछ लोगों ने मुझे चुपचाप बताया है कि उनके ऊपर सरकार का दबाव है मेरी आवाज बंद करने के लिए. यहां तक कि कुछ दिनों के लिए मेरा अकाउंट बिना किसी वाजिब कारण के ब्लॉक किया गया था. ऐसे बहुत से ट्विटर हैंडल थे, यहां तक कि सरकार के भी, जिन्होंने उन्हीं लोगों के वैसे ही फोटो ट्वीट किए थे, जो मैंने किए थे. उनमें से कोई भी अकाउंट ब्लॉक नहीं किया गया. सिर्फ मेरे अकाउंट को निशाना बनाया गया."
दरअसल, राहुल गांधी ने पिछले साल अगस्त में दिल्ली कैंट इलाके में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के बाद उसके माता-पिता से मुलाकात की थी. उन्होंने उनकी फोटो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर की थी. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार ऐसा करना मना है. जिसके बाद गांधी का ट्विटर अकाउंट कुछ दिन के लिए ब्लॉक कर दिया गया था.
पिछले साल दिल्ली के कैंट इलाके में नाबालिग का गैंगरेप हुआ था.
पिछले साल दिल्ली के कैंट इलाके में एक नाबालिग लड़की का गैंगरेप हुआ था

राहुल गांधी ने अपने पत्र में ट्विटर को अपने, प्रधानमंत्री नरेंद मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के ट्विटर अकाउंट का विश्लेषण भी दिया है. उन्होंने कहा है कि पिछले साल के शुरुआती सात महीनों के दौरान ट्विटर पर उनके फॉलोवर्स की संख्या में औसतन चार लाख की बढ़ोतरी हुई. लेकिन अगस्त में उनके अकाउंट पर अस्थाई बैन लगने के बाद यह बढ़ोतरी रुक गई. यह वही पीरियड था, जब गांधी ने एक के बाद एक ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बात रखी थी. अपने पत्र में राहुल ने आगे लिखा,
"यह सब शायद संयोग की बात नहीं है. इन्हीं महीनों के दौरान मैंने दिल्ली रेप पीड़िता के परिवार का दुख लोगों को बताया, किसानों की आवाज उठाई और मानवाधिकारों के मुद्दों पर सरकार से लड़ाई लड़ी. सच तो ये है कि मेरा एक वीडियो, जिसमें मैंने किसानों से वादा किया था कि तीन काले कृषि कानून वापस होंगे, ट्विटर पर सबसे अधिक देखा गया वीडियो है. हाल फिलहाल भारत में किसी भी नेता की तरफ से पोस्ट किए गए वीडियो के मुकाबले."
ट्विटर ने क्या कहा? राहुल गांधी के आरोपों पर ट्विटर का विस्तृत जवाब आया है, जिसमें उसने उनके आरोपों को नकार दिया है. कंपनी का कहना है कि वो स्पैम और फेक अकाउंट्स के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखती है. ट्विटर की तरफ से इशारा किया गया है कि उसके स्पैम फिल्टर्स की वजह से राहुल गांधी के फॉलोवर्स बढ़ने की दर में कमी आई होगी. इंडिया टुडे से जुड़े अंकित कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी स्पैम और फेक अकाउंट्स के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है और उसे देखते हुए उसने ऑटोमेशन सिस्टम डेवलप किया है. प्रवक्ता ने कहा कि इसके चलते लोगों के फॉलोवर्स घटते-बढ़ते रहते हैं. यही नहीं, ट्विटर की नीतियों का उल्लंघन करने के लिए हर हफ्ते लाखों अकाउंट्स हटाए जाते हैं.
ट्विटर के प्रवक्ता की तरफ से यह भी कहा गया कि इस प्रक्रिया का अलग-अलग अकाउंट्स पर अलग-अलग असर हो सकता है. जहां कुछ अकाउंट्स के थोड़े ही फॉलोवर्स घट सकते हैं, वहीं कुछ के लिए ये संख्या काफी बड़ी हो सकती है. एक कंपनी के तौर पर ट्विटर पारदर्शी होने में विश्वास रखता है और यही बात उसे विचारों के आदान-प्रदान और चर्चा के लिए एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बनाती है. कंपनी का कहना है कि स्पैम और फेक अकाउंट्स के खिलाफ की जा रही कार्रवाई कंपनी की उस नीति का हिस्सा है, जो ट्विटर को पब्लिक डिस्कोर्स के लिए एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म बनाती है.