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कोरोना वायरस के नए वेरिएंट पर पीएम मोदी ने दो घंटे की मीटिंग कर क्या कहा?

आशंका जताई जा रही है कि नया वेरिएंट पुराने डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक है.

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PM Modi ने कहा कि उनकी सरकार ने बैंकों और जमाकर्ताओं दोनों को बचाया है.
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कहा है कि लोगों को अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है. साथ ही साथ उन्होंने अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय यात्रा में दी गई रियायत पर फिर से विचार करने का आदेश दिया है. प्रधानमंत्री ने ये बातें 27 नवंबर को हुई दो घंटे की मीटिंग के बाद कहीं. यह मीटिंग कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के सामने आने के बाद बुलाई गई थी. इस वेरिएंट को कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक बताया जा रहा है. डेल्टा वेरिएंट को ही भारत में आई कोविड महामारी की दूसरी विनाशकारी लहर के लिए जिम्मेदार माना गया है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मीटिंग के दौरान देश के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों ने ओमिक्रोन वेरिएंट के बारे में पीएम मोदी को जरूरी जानकारी दी. इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि नए कोविड मामलों पर नजर रखने की सख्त जरूरत है. खासकर उन इलाकों पर, जहां पर कोविड के अधिक मामले सामने आ रहे हैं. पीएम ने यह भी कहा कि दिशा निर्देशों के तहत ही बाहर देश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करने की जरूरत है. उन देशों पर खास ध्यान रखना है, जिन्हें 'खतरे वाले देश' की कैटेगरी में डाला गया है. तेज हो जीनोम सीक्वेंसिंग इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इस मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री को भारत के जीनोम सीक्वेसिंग प्रयासों के साथ-साथ देश में इस समय मौजूद कोरोना वैरिएंट की भी जानकारी दी गई. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने बाहर से आने वाले यात्रियों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर देने की बात कही. पीएम मोदी ने जीनोम सीक्वेंसिंग के प्रयासों को और तेज करने का प्रयास करने का भी आदेश दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों से यह भी कहा कि वे अलग-अलग राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करें. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर राज्य और जिले के स्तर पर पूरी जागरूकता होनी चाहिए.
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने भारत में बहुत तबाही मचाई थी. माना जाता है कि इसके लिए कोविड का डेल्टा वेरिएंट जिम्मेदार था.
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने भारत में बहुत तबाही मचाई थी. माना जाता है कि इसके लिए कोविड का डेल्टा वेरिएंट जिम्मेदार था.

कोरना वायरस का नया ओमिक्रोन वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया. वैज्ञानिकों की घोषणा के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेटा का विश्लेषण किया और फिर इस वेरिएंट को अत्यधिक संक्रामक बताया. विश्व स्वास्थ्य संगठन की इस घोषणा के बाद कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए. कई रिपोर्ट्स में यह आशंका जताई गई है कि ओमिक्रोन वेरिएंट कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से भी अधिक खतरनाक हो सकता है. यह वेरिएंट अभी तक दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, बोत्सवाना, इजरायल और बेल्जियम में पाया जा चुका है.