चीन में आए कोरोना वायरस के नए मामले, 90 लाख की आबादी वाले शहर में लगा लॉकडाउन
माना जा रहा है कि चीन में ओमिक्रॉन तेजी से पैर पसार रहा है.
चीन के उत्तरपूर्वी शहर चांगचुन में कोविड-19 के नए मामले सामने आने के कारण लॉकडाउन का आदेश दे दिया गया है. इस शहर में करीब 90 लाख लोग रहते हैं. चांगचुन शहर के लोगों से कहा गया है कि वो अपने घरों में रहें. इन लोगों का तीन स्तर पर टेस्ट किया जाएगा. इस दौरान गैर जरूरी सेवाएं और ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद रहेगा. बता दें कि 11 मार्च को चीन में कोरोना वायरस के 397 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से 97 मामले जिलिन प्रांत में सामने आए हैं. चांगचुन शहर इस प्रांत की राजधानी है.
चीन में इस सप्ताह कोरोना के नए मामलों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है. महामारी की शुरुआत के बाद चीन में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोरोना के नए मामलों की संख्या हजार के पार गई हो. इस समय चीन में शीत ओलंपिक खेल भी चल रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चांगचुन शहर में अधिकारियों को अबतक कोरोना वायरस के दो मामलों का पता चला है. इन दो नए मामलों के मिलते ही पूरे शहर में लॉकडाउन लगा दिया गया है. कोरोना वायरस लॉकडाउन के मामले में चीन की नीति जीरो-टॉलरेंस वाली है. इससे पहले भी चीन अपने कई शहरों में कोरोना वायरस के कुछ मामले मिलने पर लॉकडाउड लगा चुका है.
दूसरे शहरों में भी उठाए कदम
इधर जिलिन प्रांत में भी आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की गई है. कोविड पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग की जा रही है. लोगों को सलाह दी गई है कि बीमार महसूस करने पर वो अपने घरों से बाहर ना निकलें और अपने बीमार होने की जानकारी सरकारी अधिकारियों को दें. बताया जा रहा है कि चीन में कोरोना वायरस के जो नए मामले सामने आ रहे हैं, वो इस वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के हैं. इस नए उभार को रोकने के लिए चीन के दूसरे बड़े शहरों में भी कदम उठाए जा रहे हैं. उदाहरण के लिए, शंघाई में स्कूलों को बंद कर दिया गया है. बच्चे अब ऑनलाइन क्लास के जरिए पढ़ाई कर रहे हैं. इसी तरह राजधानी बीजिंग में कई रिहाइशी इलाकों में आंशिक लॉकडाउन लगा दिया गया है. कोविड-19 महामारी की शुरुआत चीन से ही हुई थी. हालांकि, दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले चीन के ऊपर इस महमारी का ज्यादा असर नहीं पड़ा. महामारी के पहली लहर में चीन में कोरोना वायरस के मामले एक लाख का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए. वहीं दूसरी विनाशकारी लहर से भी चीन लगभग अछूता रहा. तीसरी लहर से भी चीन बचा रहा. चीन में लोग संक्रमित होने से तो बचे ही, वहीं उसकी अर्थव्यवस्था भी सुचारू रूप से चलती रही. हालांकि, कहा यह भी गया कि कोरोना वायरस महामारी ने चीन को उतना ही प्रभावित किया, जितना बाकी देशों को. बस चीन ने ये जानकारी दुनिया के सामने नहीं आने दी.