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इस शख्स ने फर्जी डॉक्टर बनकर सात राज्यों में 14 महिलाओं से शादी की, उनसे पैसे लेकर निकल गया

नेटफ्लिक्स डॉक्युमेंट्री 'द टिंडर स्विंडलर' का साइमन लिवाय याद आ गया.

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Odisha Man Marriage
हाल में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई एक डॉक्युमेंट्री 'द टिंडर स्विंडलर' की वजह से एक नाम काफी चर्चा में रहा. साइमन लिवाय. ये शख्स ऑनलाइन डेटिंग ऐप टिंडर पर महिलाओं से दोस्ती करता था और उन्हें अपने जाल में फंसाकर उनसे भारी रकम ऐंठ लेता था. महिलाओं से ठगी कर-कर के उसने करोड़ों रुपये जमा कर लिए थे. भारत में भी ऐसा शख्स मिला है. बिधु प्रकाश स्वैन. साइमन लिवाय प्रेम संबंध का नाटक करके महिलाओं को फंसाता था. बिधु प्रकाश स्वैन दो कदम आगे निकला. आरोप है कि उसने पैसा बनाने के लिए 2-3 नहीं, बल्कि 14 महिलाओं से शादी की. ओडिशा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. 54 वर्षीय बिधु प्रकाश स्वैन का एक और नाम रमेश स्वैन है. वो ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले का रहने वाला है. उसने ज्यादातर वक्त ओडिशा के बाहर ही गुजारा है. इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक बिधु प्रकाश स्वैन खुद को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में काम करने वाला डॉक्टर बताकर महिलाओं को फंसाता था. वो ज्यादातर उत्तर भारत के राज्यों की महिलाओं को निशाना बनाता था. पंजाब और दिल्ली के अलावा उसने असम, झारखंड में रहने वाली महिलाओं से शादी की. उसके निशाने पर ऐसी पढ़ी-लिखी महिलाएं होती थीं जो विभिन्न सरकारी या निजी संस्थाओं में बड़े पदों पर काम करती हैं. ऐसी कई महिलाओं को रमेश स्वैन ने अपने जाल में फंसाया है. हैरान कर देने वाले इस मामले पर भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दास ने इंडिया टुडे को बताया कि आरोपी की नजर इन महिलाओं के पैसों पर होती थी. पीड़ितों में वकील, डॉक्टर समेत काफी पढ़ी-लिखी महिलाएं शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक स्वैन ने इन्हें बताया कि वो उच्च दर्जे का डॉक्टर है और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के लिए काम करता है. इस व्यक्ति ने साल 2018 में पंजाब की एक महिला से शादी की थी, जो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में वरिष्ठ पदों पर थीं. आरोप है कि स्वैन ने उस महिला से 10 लाख रुपये की ठगी की. इसके बाद उसने गुरुद्वारे से 11 लाख रुपये की ठगी की, जहां अस्पताल की स्थापना की अनुमति देने के वादे पर शादी हुई थी. रिपोर्टों के मुताबिक, पांच बच्चों के पिता स्वैन की पहली शादी 1982 में हुई थी. दूसरी पत्नी से उसने 2002 में शादी की. फिर तो उसकी शादियों का सिलसिला ही शुरू हो गया. साल 2002 और 2020 के बीच स्वैन ने कई महिलाओं से दोस्ती कर उनसे शादी की. शादी के बाद वो कुछ दिनों के लिए महिला के साथ रहता था, फिर आधिकारिक काम के नाम पर उन्हें उनके माता-पिता के घर छोड़ देता था. भुवनेश्वर के डीसीपी उमाशंकर दास ने पत्रकारों को बताया कि जुलाई 2021 में दिल्ली की एक टीचर ने महिला पुलिस स्टेशन में स्वैन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उसी के आधार पर स्वैन को गिरफ्तार किया गया है. पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि स्वैन ने उनसे नई दिल्ली में आर्य समाज मंदिर में शादी की थी. इस शिकायत के बाद आरोपी को भुवनेश्वर के खंडागिरी इलाके में एक किराए के घर से गिरफ्तार किया गया. उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 498 (ए), 419, 468, 471 और 494 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इससे पहले जांच के दौरान ये पाया गया कि स्वैन ने 13 और महिलाओं को ठगा था. वो अलग-अलग मैट्रिमोनियल साइटों और सोशल मीडिया के जरिये इन महिलाओं से मिला था. डीसीपी ने बताया कि पुलिस को तलाशी में स्वैन के घर से 11 एटीएम कार्ड, अलग-अलग पहचान वाले चार आधार कार्ड और बिहार का एक स्कूल प्रमाणपत्र बरामद हुआ है. रमेश स्वैन इससे पहले भी अरेस्ट हो चुका है. खबर के मुताबिक हैदराबाद में बेरोजगार युवाओं को नौकरी और एमबीबीएस कोर्सेस में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में पुलिस ने उसे पकड़ा था. कुछ समय पहले केरल के एर्नाकुलम में लोन फ्रॉड के आरोप में भी उसे गिरफ्तार किया गया था. वहीं इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने बताया कि खुद को 'केंद्रीय स्वास्थ्य शिक्षा और प्रशिक्षण का उप महानिदेशक' बताकर स्वैन कई राज्यों के लोगों से दो करोड़ रुपये इकट्ठा कर चुका है. डीसीपी उमाशंकर दास ने कहा है कि पुलिस धोखाधड़ी की विस्तृत वित्तीय जांच करने की योजना बना रही है. इसके लिए कोर्ट से आरोपी की लंबी रिमांड मांगी जाएगी. जरूरत पड़ी तो आगे की जांच के लिए एक महिला टीम का गठन किया जाएगा. वहीं पीड़ितों की काउंसलिंग के लिए एक पेशेवर काउंसलर को भी टीम में शामिल किया जाएगा.