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'असली बीजेपी नेताओं के लिए बुरा लगा', नार्वेकर के बहाने अजीत ने 'कलेजा काट' तंज कस दिया!

एनसीपी नेता अजीत पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर राहुल नार्वेकर पर निशाना साधा है.

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महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर राहुल नार्वेकर और एनसीपी नेता अजीत पवार. (फोटो: ट्विटर/पीटीआई)

महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद एनसीपी नेता अजीत पवार का एक भाषण वायरल हो रहा है. बीते रविवार, 3 जुलाई को बीजेपी नेता राहुल नार्वेकर को महाराष्ट्र विधानसभा का नया स्पीकर बनाया गया था. उसी दौरान अजीत पवार ने उन पर ऐसा कटाक्ष किया जो बाद में सोशल मीडिया यूजर्स और सियासी जानकारों के लिए चर्चा का विषय बन गया. अजीत ने मजाक वाले लहजे में ही बीजेपी और शिवसेना के बागी विधायकों पर निशाना साधा था. के मुताबिक उन्होंने कहा, 

‘राहुल नार्वेकर चाहे किसी भी पार्टी से क्यों न हों, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के करीब आने की उनकी आदत है. जब वे शिवसेना में थे तो वे आदित्य ठाकरे के करीब में रहकर काम करते थे. एनसीपी में वो मेरे करीबी थे. बीजेपी में उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के साथ भी यही किया. शिंदे साहब, आपको भी उन्हें अपने करीब रखना चाहिए, नहीं तो हो सकता है कि कहीं ये आपके लिए अच्छा न हो.'

पवार ने आगे कहा,

‘राहुल नार्वेकर के चयन ने बीजेपी के कुछ नेताओं को जरूरत चौंकाया होगा, जो लंबे समय से पार्टी में काम कर रहे हैं. आप में से कई सारे लोग कई सालों से बीजेपी के साथ ईमानदारी से काम कर रहे हैं. चाहे वो सुधीर मुंगन्टीवार हों, चाहे आशीष शेलार, गिरीश महाजन हों. लेकिन आप लोग जो सालों में नहीं कर पाए, राहुल नार्वेकर ने महज तीन सालों में वैसा करके दिखाया. इसके लिए उन्हें बधाई दी जानी चाहिए.'

अजीत पवार ने पार्टी बदल कर बीजेपी में गए नेताओं पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा,  

‘जब मैं बीजेपी (विधायकों) को देखता हूं, तो उसमें से ज्यादातर बीजेपी के निष्ठावान कार्यकर्ता होने के बजाय अन्य पार्टियों से आए हैं. मुझे बीजेपी के ओरिजिनल नेताओं के बारे में बुरा लगता है. बीजेपी नेताओं की पहली पंक्ति (सदन में) को देखिए- गणेश नाईक, बबनराव पचपुते, राधाकृष्ण विखे पाटिल- ये सभी अन्य पार्टियों के हैं. और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पीछे बैठे दीपक केसरकर हाल के दिनों में शानदार प्रवक्ता रहे हैं. इसलिए हमने उन्हें जो सिखाया है, निश्चित रूप से वो बेजा नहीं रहा है.'

राहुल नार्वेकर  के ससुर रामराजे नाईक निम्बालकर एनसीपी से हैं और उच्च सदन (विधान परिषद) के अध्यक्ष हैं. इस बहाने अजीत पवार ने कहा, 

‘इस तरह से वे (दीपक केसरकर) हमारे भी दामाद हुए. और मुझे पूरा विश्वास है कि एक दामाद होने के नाते वे अपने ससुर की पार्टी का कोई नुकसान नहीं करेंगे.'

मालूम हो कि महाराष्ट्र विधानसभा में नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बहुमत मिल गया है. सदन में कुल 287 विधायकों में से शिंदे को 164 विधायकों का साथ मिला है. जबकि बहुमत के लिए 144 वोटों की जरूरत थी. इस तरह एकनाथ शिंदे ने बहुमत साबित कर दिया है. उनके विरोध में कुल 99 वोट पड़े.

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