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CRPF ने DIG खजान सिंह को किया बर्खास्त, यौन उत्पीड़न के दोषी पाए गए; देश को कभी मेडल दिलाया था

Khajan Singh पर अर्धसैनिक बल में महिला कर्मियों के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. दोषी पाए जाने के बाद उन्हें बर्खास्त करने का आदेश जारी किया गया है. क्या है ये पूरा मामला?

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खजान सिंह सीआरपीएफ के DIG रैंक के अधिकारी हैं. ( फाइल फोटो- एक्स)

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने यौन उत्पीड़न के दोषी पाए जाने के बाद अपने हाई रैंकिंग अधिकारी को बर्खास्त करने का आदेश दिया है. अधिकारी का नाम खजान सिंह (Khajan Singh) है. जो CRPF के उप महानिरीक्षक (DIG) रैंक के मुख्य खेल अधिकारी हैं. ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ये कार्रवाई संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिफारिश और गृह मंत्रालय (MHA) की मंजूरी के बाद की गई है. (CRPF dismissed officer facing sexual harassment charges)

मामले से जुड़े दो आरोपों पर जांच

खजान सिंह पर अर्धसैनिक बल में महिला कर्मियों के साथ यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. उन पर दो आरोप लगाए गए हैं. पहले आरोप को लेकर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है. जबकि दूसरे आरोप की जांच जारी है. हालांकि उन्होंने पहले आरोप को 'बिल्कुल गलत' बताते हुए खारिज कर दिया था. उन्होंने पहले इन आरोपों से इनकार किया था और कहा था कि यौन उत्पीड़न के आरोप 'बिल्कुल झूठे' हैं और उनकी छवि खराब करने के लिए लगाए गए हैं. 

इस मसले पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने ANI को बताया,

CRPF ने मामले की जांच के बाद यूपीएससी को एक रिपोर्ट सौंपी थी. जिसके बाद यूपीएससी ने अधिकारी (खजान सिंह) को सेवा से बर्खास्त करने की सलाह दी. गृह मंत्रालय ने भी इस फैसले का समर्थन किया.

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नोटिस पर जवाब के लिए 15 दिन

मुंबई में तैनात खजान सिंह के खिलाफ बर्खास्तगी का नोटिस हाल ही में ही जारी किया गया. यूपीएससी और गृह मंत्रालय ने खजान सिंह को बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस मामले पर उनका कोई भी बयान सामने नहीं आया है. बर्खास्तगी के नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें 15 दिन का समय दिया गया है. सीआरपीएफ के मुख्य खेल अधिकारी का पद संभालने से पहले, खजान सिंह ने 1986 के सियोल एशियाई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई इवेंट में रजत पदक भी जीता था. जो 1951 के बाद से तैराकी में भारत का पहला पदक था. 

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