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इजरायल नहीं ले रहा ईरान पर हमले की जिम्मेदारी, अधिकारियों को चुप रहने को क्यों कहा गया?

इजरायली सूत्रों ने बताया कि ये साफ नहीं है कि अमेरिकी डिफेंस डिपार्टमेंट ने मीडिया को ये क्यों बताया कि इजरायल हमले में शामिल था.

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इजरायल ने किया ईरान पर 'हमला' (फाइल फोटो- रॉयटर्स)

इजरायल, ईरान पर हमले की बात स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है (Israel Iran Attack). वो इस बात से भी खुश नहीं है कि अमेरिका ने हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने की बात कही है. ईरानी अखबार द जेरूसलम पोस्ट को वहां के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रणनीतिक वजहों से इजरायल इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करेगा. वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली अधिकारियों ने ईरान पर हमले के बाद 'गैग ऑर्डर' का पालन किया था. गैग ऑर्डर यानी चुप रहने का आदेश.

दूसरी तरफ जेरूसलम पोस्ट ने ही न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से बताया कि दो इजरायली रक्षा अधिकारियों और तीन ईरानी अधिकारियों ने हमले में इजरायल के शामिल होने की पुष्टि कर दी है.

अमेरिका का क्या मसला?

इजरायली सूत्रों ने बताया कि ये साफ नहीं है कि अमेरिकी डिफेंस डिपार्टमेंट ने मीडिया को ये क्यों बताया कि इजरायल हमले में शामिल था. कहा गया कि वो चुप रह सकते थे, ईरान की गरिमा की रक्षा कर सकते थे और अपने आप ही स्थिति को बिगड़ने से बचा सकते थे.

ये भी पढ़ें- इजरायल का जवाबी हमला, ईरान के इस्फहान शहर पर बरसाई मिसाइलें, ईरान बोला- 'हमला नाकाम कर दिया' 

इससे पहले, 19 अप्रैल को ही एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि वो हैरान नहीं थे और इजराइल ने हमले के बारे में उन्हें पहले ही सूचित कर दिया था. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि इजरायली अधिकारियों ने 18 अप्रैल को ही अमेरिका को सूचित कर दिया था कि वो अगले 24-48 घंटों में हमला करने की योजना बना रहे हैं.

अब ईरान का क्या प्लान? 

ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर रॉयटर्स को बताया कि ईरान के पास इजराइल के खिलाफ तत्काल जवाबी कार्रवाई की कोई योजना नहीं है. कहा,

घटना के विदेशी सोर्स की पुष्टि नहीं की गई है. हम पर कोई बाहरी हमला नहीं हुआ है. चर्चा हमले से ज्यादा घुसपैठ की ओर झुकी हुई है.

फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट FlightRadar24 के मुताबिक, हमले के बाद ईरान ने तेहरान, शिराज और इस्फ़हान में अपने हवाई अड्डों को बंद कर दिया और हमले के बाद कुछ घंटों के लिए अपने हवाई क्षेत्र के पश्चिमी हिस्से से उड़ानों को मंजूरी दे दी.