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दलित की पीट-पीटकर हत्या के बाद परिवार धरने पर, कहा- न्याय मिलने तक नहीं करेंगे अंतिम संस्कार

मामला हरियाणा के हिसार का है.

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बाएं से दाएं: धरने पर बैठे पीड़ित परिजन, मामले की जांच से जुड़े पुलिस अधिकारी नारायण चंद (तस्वीर: आजतक)
हरियाणा (Haryana) के हिसार (Hisar) में पानी के मोटर की चोरी के शक में दलित युवक की पीट-पीट हत्या के बाद परिजनों ने शुक्रवार, 17 दिसंबर को भी हिसार के सरकारी अस्पताल परिसर में विरोध किया. परिवार तीन दिन से धरना दे रहा है. उन्होंने शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक पुलिस सभी दोषियों को गिरफ्तार नहीं कर लेती और उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. क्या हुआ था? आजतक से जुड़े प्रवीन कुमार के मुताबिक मामला हिसार के मिरका गांव का है. परिवार का आरोप है कि मंगलवार, 14 दिसंबर को कुछ लोग काम के बहाने विनोद (38) और उसके दो चचेरे भाइयों संदीप और भाल सिंह को घर से बुलाकर खेत ले गए. वहां दबंगों ने विनोद और उसके भाइयों पर आरोप लगाया कि उन्होंने खेत से पानी की मोटर चुराई है. उन्होंने तीनों की डंडों से पिटाई की. पिटाई के कारण विनोद की मौत हो गई, वहीं दोनों घायल भाइयों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतक विनोद एक दिहाड़ी मजदूर था. परिवार की क्या मांग है? इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पीड़ित परिवार का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा वो विनोद का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. बुधवार, 15 दिसंबर से ही पीड़ित परिवार अस्पताल के बाहर धरना दे रहा है. परिवार के साथ कई दलित संगठन भी विरोध कर रहे हैं.परिवार मुआवजे के रूप में 50 लाख रुपये और मृतक की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी की मांग कर रहा है. इसके साथ ही पीड़ित परिवार दोनों घायलों के लिए 25 लाख रुपये और DC रेट पर सरकारी नौकरी की मांग कर रहा है. पुलिस क्या कह रही है? पुलिस के अनुसार, शुरुआत में परिवार ने 11 संदिग्धों पर आरोप लगाया था. इनमें से 6 पर हत्या का आरोप लगाया था. बाद में परिवार ने 17 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया. हिसार DSP (मुख्यालय), अशोक कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,
चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. गिरफ्तार लोगों की पहचान इंदर सिंह, राजपाल, विजय और भगीरथ के रूप में हुई है.
वहीं सूत्रों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है. प्रशासन पीड़ित परिवार से बात कर उन्हें शव के अंतिम संस्कार करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है. परिवार की मांग पर जांच अधिकारी को भी बदल दिया गया है. साथ ही प्रशासन पीड़ित परिवार को साढ़े आठ लाख रुपये का मुआवजा और दोनों घायलों को 1-1 लाख का मुआवजा देने के लिए तैयार है. इंडियन एक्स्प्रेस के मुताबिक अधिकारियों का कहना है कि पहले मृतक के परिजनों को साढ़े चार लाख रुपए मुआवजे के रूप में दिए जाना था, लेकिन बाद में इस राशि को बढ़ा कर साढ़े आठ लाख कर दिया गया. पीड़ित परिवार के पास कोई बैंक अकाउंट नहीं है, इसलिए सोमवार, 20 दिसंबर को बैंक में उनका खाता खोल जाएगा और मुआवजे की राशि उस खाते में डाली जाएगी. वहीं हिसार की डिप्टी कमिश्नर प्रियंका सोनी, DIG बलवान सिंह राणा समेत जिले के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने पीड़ित परिवार से सिविल अस्पताल में मुलाकात की. DIG राणा का कहना है कि इस मामले की जांच DSP रैंक के अधिकारी द्वारा की जाएगी. हत्या के अलावा एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.