गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पुलिस पर हुए हमले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. गोरखपुर मंदिर पर हमले का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी का कबूलनामा आया है. कबूलनामा में मुर्तजा ऑन कैमरा कह रहा है कि सीएए-एनआरसी में मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है. इसी गुस्से की वजह से उसने गोरखनाथ मंदिर पर हमला कर दिया.
गोरखनाथ मंदिर हमले का आरोपी कैमरे पर आया, बोला- मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है
कबूलनामे में मुर्तजा ऑन कैमरा कह रहा है कि सीएए-एनआरसी में मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है. इसी गुस्से की वजह से उसने गोरखनाथ मंदिर पर हमला कर दिया.
आरोपी मुर्तजा अब्बासी ने पूछताछ के दौरान कहा,
'टैंपो पर चढ़े, हमने कहा गोरखनाथ मंदिर पर ही उतार देना, पुलिस है वहां उसी पर हम हमला कर देंगे और फिर चले जायेंगे, काम तमाम हो जायेगा मेरा.'
CAA-NRC का जिक्र करते हुए मुर्तजा ने कहा,
'मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था, कोई काम करने से पहले आदमी उसके बारे में सोचता है, बहुत से एंगल से हम भी सोच रहे थे. मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है तो हमने सोचा अब कर ही दो भाई, इस वजह से नेपाल में भी नहीं सो पाए थे.'
मुर्तजा ने पूछताछ के दौरान ये कहा कि कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है और उसे कुछ समय से ये लगने लगा था कि मुस्लिम समुदाय को पूरी दुनिया ही परेशान करने में लगी हुई है.
बुधवार, 6 अप्रैल को मुर्तजा अब्बासी से लखनऊ में एटीएस ने पूछताछ की थी. इसी पूछताछ के दौरान की गई वीडियो रिकॉर्डिंग का कुछ हिस्सा गुरूवार को जारी किया गया. इसमें मुर्तजा ने हमले की पूरी कहानी सुनाई है.
वह कहा रहा है,
'2 अप्रैल को जब दो लोग उसके बारे में जानकारी लेने के लिए चाचा अहमद अब्बासी के नर्सिंग होम पहुंचे थे, तब वह घर पर ही था, लेकिन जैसे ही उसे जानकारी मिली कि 2 लोग उसके बारे में जानकारी ले रहे हैं, 36 लाख के लोन की बात कर रहे हैं, तो उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये कौन लोग हैं और कौन से लोन पर कोर्ट का समन लेकर आए हैं?'
मुर्तजा ने आगे कहा,
'उन दो लोगों के वापस चले जाने के बाद अब्बासी नर्सिंग होम के सीसीटीवी में उनकी तस्वीरें देखीं, तो कद काठी देख लगा कि ये पुलिस के लोग हो सकते हैं.'
अधिकारियों के मुताबिक इस आशंका के बाद अब्बासी घबरा गया. आनन-फानन में उसने अपने पिता का बैग उठाया और उसमें अपना लैपटॉप रखकर मां से बोला कि पता नहीं क्यों पुलिस उसे तलाश कर रही है, इसलिए वो जा रहा है. इसके बाद अहमद मुर्तजा देर रात सिद्धार्थनगर के नौगढ़ चला गया.
ATS के अधिकारियों के मुताबिक मुर्तजा ने पूरी रात नौगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक मस्जिद में गुजारी. सुबह उसी मस्जिद में नमाज पढ़ी और फिर वहां से नेपाल चला गया. भारत-नेपाल बॉर्डर पर ही उसने स्थानीय दुकान से 2 बांके और चाकू खरीदे. रविवार का पूरा दिन सिद्धार्थनगर में गुजारने के बाद दोपहर बाद वह वापस बस से गोरखपुर पहुंचा. गोरखपुर में वह सीधे गोरखनाथ मंदिर गया और मंदिर के गेट पर तैनात PAC के जवानों पर हमला बोल दिया.
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