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कनाडा से अमेरिका जा रहे थे, बॉर्डर पर ठंड से जमकर 4 भारतीयों की मौत

मरने वालों में एक नवजात भी शामिल. विदेश मंत्री ने मांगी रिपोर्ट.

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सांकेतिक तस्वीर. (फोटो- आजतक)
तापमान शून्य से 35 डिग्री सेल्सियस नीचे और 11 घंटे का पैदल सफर. बर्फीले तूफान के सामने आखिरकार जिंदगी ने दम तोड़ दिया. अमेरिका-कनाडा बॉर्डर से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है. कनाडा से अवैध तरीके से बॉर्डर पार कर अमेरिका जाते वक्त 4 भारतीयों की मौत हो गई. मृतकों में एक नवजात भी शामिल है. क्या है मामला? ये घटना 19 जनवरी की है. अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान दी गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, 19 जनवरी को सड़क से बर्फ साफ करने वाली गाड़ी के ड्राइवर ने अमेरिकी बॉर्डर पर तैनात पुलिस कर्मियों को एक संदिग्ध गाड़ी की जानकारी दी. पुलिस ने जब गाड़ी को पकड़ा तो उसमें दो भारतीय मौजूद थे. पुलिस ने तलाशी ली तो गाड़ी में एक छोटे बच्चे की जरूरत का सामान मौजदू था, लेकिन गाड़ी में कोई बच्चा नहीं था. अमेरिकी पुलिस ने बॉर्डर के दोनों तरफ अलर्ट जारी किया. खोजबीन के बाद बॉर्डर पर चार शव मिले. चार लोगों का ये परिवार पैदल रास्ता पार करने के दौरान तूफान के बीच बाकी लोगों से बिछड़ गया था. ये सभी लोग कनाडा के इमरसन से अमेरिका के नॉर्थ डकोटा की तरफ जाने की कोशिश कर रहे थे. दी गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने कोर्ट में बताया कि इस मामले में स्टीव शैंड नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है. जो गाड़ी पुलिस ने पकड़ी थी, वो स्टीव की ही थी. आरोप है कि स्टीव ही पूरे ग्रुप को अवैध तरीके से बॉर्डर पार करा रहा था. विदेश मंत्री ने मांगी जानकारी घटना की जानकारी सामने आने के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका और कनाडा में मौजूद भारतीय राजदूतों से मामले की जानकारी मांगी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,
"कनाडा-अमेरिका बॉर्डर पर एक नवजात समेत 4 भारतीयों की मौत एक दर्दनाक घटना है. मैंने अमेरिका और कनाडा में मौजूद भारतीय राजदूतों को घटना के संबंध जरूरी कदम उठाने को कहा है."
इस मामले में कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने मीडिया से कहा,
"ये एक दिल दहलाने वाली घटना है. मानव तस्करों के जाल में फंसकर एक परिवार की दर्दनाक मौत हो गई. हम इस बात की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को अवैध तरीके से बॉर्डर पार करने के रोका जाए."
इससे पहले भी अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. गार्डियन की खबर के मुताबिक साल 2016 में दो लोगों को अपनी उंगलियां गंवानी पड़ी. ये अमेरिका से कनाडा जा रहे थे. ठंड की वजह से उनकी उंगलियां काटनी पड़ीं. इस घटना के कुछ महीने बाद अमेरिकी बॉर्डर पर एक महिला की हाइपोथर्मिया से मौत हो गई थी. हाइपोथर्मिया तब होता है तब भीषण ठंड में बॉडी का तापमान 95 F यानी 35 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है. इसी तरह और भी लोगों को अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर भीषण ठंड की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है.