दयानंद सिंह ने अपने जीवन के 34 साल दिल्ली सरकार को दिए. इस दौरान वह कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे. बीच में उनके सुर बगावती भी हुए और सरकारी कर्मचारियों के लिए आवाज भी उठाई. लेकिन जब रिटायरमेंट नजदीक आया तो उन्होंने सोचा कि वे अब अपने दुनियावी कार्यों को रोककर परिवार के साथ शांति से समय बिताएंगे. लेकिन ये 'शांति' उन्हें अभी तक नसीब नहीं हो पाई है. देखें वीडियो