इस क्लिप को ट्विटर पर सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट शशांक शेखर झा ने शेयर करते हुए लिखा,
आसाम से आने वाली गुंजन सिन्हा को 'चाइनीज़' कहकर बहुत ही भद्दे तरीके से कलर्स के डांस रियलिटी शो 'डांस दीवाने' में इंट्रोड्यूस किया गया. राघव जुयाल द्वारा. वहीं माधुरी दीक्षित और रेमो डीसूज़ा इसपर हंस रहे थे.वायरल वीडियो पर असम के चीफ़ मिनिस्टर हिमंत बिस्व सरमा ने भी ट्विटर पर शो की कड़े शब्दों में निंदा की. CM ने लिखा,
असमीज़ चाइनीज़ नहीं होते. सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए.
मुझे पता चला है कि एक डांस रियलिटी शो में गुवाहिटी की एक यंग प्रतिभागी के लिए रेसिस्ट कमेंट्स बोले हैं. ये शर्मनाक है, जिसे ज़रा भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हमारे देश में रेसिज़्म के लिए कोई जगह नहीं है. हम सबको मिलकर इसकी कड़े शब्दों में निंदा करनी चाहिए.हिमंत बिस्व सरमा ने ये बात कू एप पर भी लिखी.
क्लिप देख लोग शो के होस्ट राघव जुयाल को रेसिस्ट बताने लगे. मामला ज़्यादा गर्माने के बाद राघव ने दो मिनट का वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर डाल इस मामले में अपनी सफाई दी. वीडियो में राघव कहते हैं,
"हैलो दोस्तों एक बहुत बड़े शो में से मेरी एक छोटी सी क्लिपिंग वायरल हो रही है. जिसकी वजह से मुझे रेसिस्ट बताया जा रहा है. मैं आपको इस क्लिपिंग के पीछे की पूरी कहानी बताना चाहता हूं. मैं चाहता हूं आप लोग पूरा शो और पिछले शोज़ देखें, तब जज करें. बिना पूरा शो देखें जज नहीं करें. ये मेरी और दूसरों की मेंटल हेल्थ के लिए अच्छा नहीं है. जब शो में बच्चे आते हैं, तब हम उनसे पूछते हैं कि आपकी हॉबी क्या हैं वगैरह. पहले एपिसोड में हमने ये सवाल गुंजन से भी किया था इस पर गुवाहाटी से आई गुंजन ने कहा था कि वो चाइनीज़ और दूसरे प्लैनेट्स की भाषा बोल लेती है. इस बात पर हम सब हंसा करते थे क्योंकि बच्चे तो कुछ भी बोल सकते हैं. हम पहले ही एपिसोड से उससे बोलते थे कि चाइनीज़ में बोलकर दिखाओ या दूसरे प्लेनेट की भाषा में बोल कर दिखाओ. इसी वजह से लास्ट के एपिसोड में मैंने उसे उसके तरीके से बुलाया. क्योंकि उसका ये क्रिएटिवली चलता आ रहा था पहले से. अगर आप सारे एपिसोड देखेंगे तो आपको समझ आ जाएगा. मैं बहुत कनेक्टेड हूं नॉर्थ-ईस्ट से. मेरी फैमिली- दोस्त रहते हैं सिक्किम में. मैं बोर्डिंग स्कूल में वहां पला बढ़ा हूं. आज मुझ पर रेसिस्ट होने के आरोप लगाए जा रहे हैं लेकिन मैं हमेशा से इनजस्टिस को लेकर बोलता आया हूं. हमेशा सही का साथ दिया है. मैं माफ़ी चाहूंगा अगर आपको इस बात से ठेस पहुंची है. मेरा या कलर्स चैनल का ऐसा कोई इरादा नहीं था. एक छोटी सी क्लिप से हमें जज ना करें. प्लीज़ सारे एपिसोड्स देखें और फिर फैंसला लें."
अगर राघव की सफाई सही है तो ये माना जा सकता है कि वायरल क्लिप में राघव का उद्देश्य कोई रेसिस्ट टिप्पणी करना नहीं था. लेकिन नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के साथ इस तरीके की रेसिस्ट घटनाएं होना कोई नई बात नहीं है. समूचे देश में और ख़ास तौर से उत्तर भारत में ये आम बात है. दुखद है लेकिन सत्य यही है.