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24 घंटों में कोरोना के 27,553 केस, केंद्र ने राज्यों से अस्थाई अस्पताल तैयार करने को कहा

ओमिक्रॉन के मामले 1500 के पार पहुंचे.

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सांकेतिक तस्वीर (साभार: पीटीआई )
देश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 (Covid-19) के 27,553 मामले आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना (Corona) से 284 लोगों की मौत हुई है, जो कि पिछले दिन के मुकाबले कम है. इस समय देश में ऐक्टिव केस की संख्या 1,22,801 है. वहीं 9249 मरीज ठीक भी हुए हैं. ओमिक्रॉन के मामले बढ़े वहीं भारत में अबतक 1525 लोग ओमिक्रॉन की चपेट में आ चुके हैं. अच्छी खबर ये है कि इनमें से 560 लोग संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं. सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में मिले हैं. रविवार 2 जनवरी की सुबह तक राज्य में ओमिक्रॉन के 460 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 351 है. जबकि तमिलनाडु में 117 और केरल में 109 लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए हैं. केंद्र ने राज्यों को लिखा था लेटर बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए केंद्र लगातार राज्यों को निर्देश जारी कर रहा है. शनिवार, 1 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को अस्थायी अस्पताल बनाने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं. मामलों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाने की सलाह दी. साथ ही, जिला/उप-जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और कोविड डेडिकेटेड हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्टर की समीक्षा करने की सलाह दी. बहुत सारे मरीज होम क्वारंटीन में रह रहे हैं. ऐसे में होम आइसोलेशन में मरीजों की निगरानी के लिए विशेष टीमों के गठन की सलाह दी गई है. पत्र में कहा गया है कि सभी राज्यों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टेस्टिंग, एम्बुलेंस और अस्पताल तक पहुंचने के लिए सिस्टम बनाया जाए. ऐसा सिस्टम बनाने की जरूरत है, जिसमें नागरिक कॉल कर सकते हैं और एम्बुलेंस प्राप्त कर सकते हैं. इससे पहले शुक्रवार, 31 दिसंबर को, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और ICMR प्रमुख बलराम भार्गव ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलग-अलग जगहों पर, 24 घंटे रैपिड एंटीजन टेस्ट बूथ स्थापित करने के निर्देश दिए थे. साथ ही, चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ को शामिल करने और जिन मरीजों को हल्के लक्षण हैं उनके लिए होम टेस्ट किट का इस्तमाल करने के लिए कहा था.