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ब्रिटेन: बोरिस जॉनसन का इस्तीफ़ा, पीएम पद के लिए इस महिला नेता ने ठोका दावा?

ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के इस्तीफे की कहानी क्या है?

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बॉरिस कितने दिन प्रधानमंत्री रहेंगे? (फोटो-PTI)

आखिरकार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने इस्तीफ़ा दे ही दिया. हालांकि खबर में एक पेच है. बॉरिस जॉनसन अक्टूबर तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि बॉरिस ने कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर के पद से इस्तीफ़ा दिया है. अभी से लेकर अक्टूबर के बीच कंजर्वेटिव पार्टी के नए लीडर का चुनाव होगा. 

भारतीय समय अनुसार गुरुवार 7 जुलाई को दोपहर डेढ़ बजे के आसपास खबर आई कि प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने इस्तीफ़ा दे सकते हैं. इससे पहले बुधवार को ऋषि सूनक और साजिद जाविद के इस्तीफे के बाद आसार लग रहे थे कि देर रात बोरिस का भी इस्तीफ़ा हो सकता है. लेकिन वो कहते रहे कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है. उन्होंने सूनक और जाविद के पदों की भरपाई करते हुए दो नए लोगों को मंत्रिमंडल में जोड़ा भी. नदीम जाहवी और स्टीव बर्कले ने सूनक और जाविद की जगह ली थी. 

जॉनसन के इस कदम से लगा कि वो मजबूत फ्रंट पेश कर रहे हैं. लेकिन थोड़ी ही देर में इस्तीफों की बाढ़ आ गई. देर रात हुए इस्तीफों में दो लोगों का नाम प्रमुख है. पहला वेल्श राज्य सचिव, साइमन हार्ट. हार्ट पिछले कुछ वक्त से लगातार बॉरिस से इस्तीफ़ा देने को कह रहे थे. हार्ट ने अपने इस्तीफे में लिखा, 

“मैंने अपने साथियों के साथ मिलकर परिस्थितियों को सुधारने की भरसक कोशिश की, लेकिन अब ऐसा होना संभव नहीं दिखाई पड़ता.”   

इसके बाद नंबर आया सरकार में लेवलिंग अप सेक्रेटरी के पद पर बैठे माइकल गव का. लेवलिंग सेक्रेटरी यानी स्थानीय सरकारों में आवास और समुदाय से जुड़े मामले देखने वाला मंत्री. गव को हालांकि इस्तीफ़ा देने की नौबत नहीं आई. उससे पहले ही प्रधानमंत्री ने उन्हें खुद ही बर्खास्त कर दिया. प्रधानमंत्री आवास यानी नंबर 10 के एक सूत्र ने इस मामले में बीबीसी से बात की. रिपोर्ट के अनुसार सूत्र ने बीबीसी से कहा, 

“आप एक सांप को अपने साथ नहीं रख सकते, जो किसी भी बड़े मुद्दे पर आपके साथ खड़ा नहीं होता और उसके बाद प्रेस के सामने खुशी से कहता है कि लीडर को हट जाना चाहिए.”    

गव के जाते ही लगने लगा था कि बॉरिस पर अब विपदा भारी है. कारण है गव और बॉरिस जॉनसन का पुराना रिश्ता. ब्रेक्जिट के दिनों में जब बॉरिस यूरोपियन यूनियन से निकलने की वकालत कर रहे थे, तो माइकल गव ने उनका भरपूर साथ दिया था. हालांकि बाद में जब पार्टी लीडर शिप को चुनने की बात आई तो 2016 में यही गव बॉरिस के विपक्ष में खड़े हो गए थे. गव के साथ-साथ आवास मंत्रालय के निजी संसदीय सचिव डैनी क्रूगर ने भी इस्तीफ़ा सौंप दिया. क्रूगर ने कहा, 

“मुझे दुःख है मिस्टर गव को बर्खास्त किया गया, उनके बदले प्रधानमंत्री को नंबर 10 से जाना चाहिए.” 

इसके बाद आज दिन की शुरुआत के साथ ही एक और बार इस्तीफों की बारिश होने लगी. उत्तरी आयरलैंड सचिव ब्रैंडन लुइस ने सुबह- सुबह अपना इस्तीफ़ा सौंपते हुआ कहा कि अब वापसी मुश्किल है.  

इसके बाद कुछ जूनियर मंत्रियो का इस्तीफ़ा हुआ. दोपहर डेढ़ बजे शिक्षा सचिव मिशेल डोनीलन ने भी अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया. डोनीलन ने अपने इस्तीफे में लिखा, 

“ऐसा लगता है आप इस पद पर बने रहेंगे. आपको हटाने का हमारे पास अभी कोई औपचारिक तरीका नहीं है. ऐसे में आपको मजबूर करने के लिए, इस्तीफ़ा देना ही एकमात्र तरीका है.”

भारतीय समयानुसार दोपहर डेढ़ बजे तक मंत्रियों और सचिवों को मिलाकर कुल 53 लोग इस्तीफ़ा दे चुके थे. माइकल गव की बर्खास्तगी को मिला दें तो ये संख्या 54 हो जाती है. इसके बाद दोपहर 2 बजे खबर आई कि बॉरिस कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर पद से हटने को राजी हो गए हैं. और अब से कुछ देर पहले उन्होंने आधिकारिक रूप से अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया.

अब क्या होगा?

बॉरिस अक्टूबर तक प्रधानमंत्री के पद पर बने रह सकते हैं. अब से लेकर अक्टूबर के बीच कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर पद का चुनाव होगा. जो जीतेगा वो अक्टूबर में बॉरिस की जगह लेगा. ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी में लगभग 1 लाख सदस्य हैं. ये सभी मेंबर वोट कर पार्टी का अगला मेंबर चुनेंगे. इसके बाद बॉरिस रानी एलिज़ाबेथ से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफ़ा सौंपेंगे. इसके बाद एलिज़ाबेथ पार्टी के अगले लीडर को सरकार बनाने का न्योता देंगी.    

ये सब बातें अभी संभावना के दायरे में हैं. बॉरिस अक्टूबर तक प्रधानमंत्री बने रह सकेंगे, ये कहना भी अभी जल्दबाजी होगा. इस्तीफों के चलते सरकार में ऐसे 20 महत्वपूर्ण पद खाली हो चुके थे, जिनके बिना सरकार चलाना नामुमकिन होता. आवास मंत्रालय में सिर्फ एक सचिव बचा है, ऐसे में सरकार सुचारु रूप से अगले 3 महीने भी काम कर पाएगी, मुश्किल जान पड़ता है.    

बॉरिस कितने दिन प्रधानमंत्री रहेंगे, ये बहस अभी कुछ दिन चलेगी. लेकिन इससे भी बड़ा सवाल है, अगला प्रधानमंत्री कौन होगा?

इस्तीफे की खबर आने से पहले ही एक शख्स ने इस पद पर अपनी दावेदारी ठोक दी है. सुएला ब्रेवमैन वर्तमान में ब्रिटेन की अटॉर्नी जनरल हैं. 42 साल की सुएला के पिता और माता क्रमशः मॉरिशिएस और केन्या से ताल्लुक रखते हैं. पूर्व में सुएला ब्रिटिश साम्राज्यवाद की बढ़ाई करने और ब्रेक्जिट का खुलकर समर्थन करने के चलते सुर्ख़ियों में रही हैं. इसके अलावा जो दूसरे नाम सामने आ रहे हैं, उनमें पेनी मॉरडांट, टॉम टुगेनहाट और जेरेमी हंट का नाम शामिल है.