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CM केजरीवाल ने बताया घर से कितनी बार आए आम, 'जानबूझकर शुगर बढ़ाने' का लगा था आरोप

ED ने कोर्ट से कहा था कि केजरीवाल जानबूझकर ऐसा खाना खा रहे हैं जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए. ED के मुताबिक, केजरीवाल ऐसा इसलिए कर रहे थे ताकि मेडिकल बेल के लिए आधार बनाया जा सके.

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Arvind Kejriwal को शराब नीति मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. (फाइल फोटो)

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने 19 अप्रैल को राउज एवेन्यू कोर्ट को बताया कि गिरफ्तार होने के बाद उनके घर से केवल तीन बार आम आए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया कि गिरफ्तारी के बाद उन्होंने केवल 6 बार मिठाई खाई है, और वो भी शुगर फ्री थी.

अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. कोर्ट में इस समय उनकी उस याचिका पर सुनवाई चल रही है, जिसमें उन्होंने अपनी डायबिटिक कंडीशन का हवाला देते हुए जेल के अंदर इंसुलिन भेजे जाने की मंजूरी मांगी है. इसके साथ ही सीएम केजरीवाल ने मांग की है कि उन्हें हर रोज 15 मिनट के लिए एक निजी डॉक्टर से सलाह लेने दी जाए और इस दौरान उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मौजूद रहें.

इससे पहले, ED ने कोर्ट से कहा था कि केजरीवाल जानबूझकर ऐसा खाना खा रहे हैं जिससे उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए. ED के मुताबिक, केजरीवाल ऐसा इसलिए कर रहे थे ताकि मेडिकल बेल के लिए आधार बनाया जा सके. अब ED के इन आरोपों का जवाब देते हुए CM केजरीवाल की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा,

"ED कितना नीचे गिर सकती है और कितना राजनीतिक हो सकती है. क्या मुख्यमंत्री सिर्फ जमानत लेने के लिए मौत से खेलेंगे? क्योंकि वो एक विचाराधीन कैदी हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उनके पास कोई अधिकार नहीं है."

सिंघवी ने आगे पूछा,

"क्या मुख्यमंत्री कोई गैंगस्टर हैं? क्या उन्हें रोज 15 मिनट के लिए डॉक्टर से वीडियो कॉल पर बात नहीं करने दी जा सकती है?"

CM केजरीवाल की तरफ से ही पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश गुप्ता ने कहा,

"अगर आम आदमी आम नहीं खाएगा तो क्या मशरूम खाएगा?"

इधर, ED की तरफ से पैरवी कर रहे विशेष अधिवक्ता जोहेब हुसैन ने कहा कि केजरीवाल जो खाना खा रहे हैं और जिस खाने की सलाह उन्हें डॉक्टर की तरफ से दी गई है, उसमें अंतर है. हुसैन ने कहा कि जिस खाने की सलाह डॉक्टर की तरफ से दी गई है उसमें फलों और मिठाइयों का जिक्र नहीं है.

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वहीं जेल प्रशासन की तरफ से पेश हुए वकील की तरफ से कहा गया कि अगर मुख्यमंत्री को इंसुलिन लेने दिया जाता है तो उनका ब्लड शुगर लेवल बहुत तेजी से नीचे गिरेगा.

वीडियो: ED ने कोर्ट में केजरीवाल का डाइट चार्ट पेश किया