इससे पहले गुजरात सरकार ने 29 जनवरी 2022 को किशन भरवाड की हत्या की जांच गुजरात पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते को सौंप दी. केस मिलने के महज 24 घंटे के भीतर की एटीएस ने कमर गनी को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने ट्वीट किया था,
"धंधुका की हिंसक घटना का मामला एटीएस को सौंप दिया गया है. गुजरात पुलिस पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है."मामला क्या है? इंडिया टुडे से जुड़े गोपी घांघर और अरविंद ओझा की रिपोर्ट्स के मुताबिक, अहमदाबाद (Ahmadabad) के धंधुका में मंगलवार, 25 जनवरी को किशन भरवाड नामक एक युवक की दो बाइक सवार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. दरअसल, कुछ वक्त पहले किशन भरवाड ने फेसबुक पर इस्लाम से जुड़ा एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था. इस मामले की जांच कर रही पुलिस टीम के मुताबिक आरोपी शब्बीर और इम्तियाज ने 25 जनवरी को किशन भरवाड़ को मारने के लिए पहले उसका बाइक से पीछा किया और फिर धंधुका शहर के मोढवाडा-सुंदकुवा इलाके में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी.
हर्ष संघवी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की (फोटो: ट्विटर)
इस हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार किया. दोनों के खिलाफ GUCTOC और UAPA के कड़े कानून के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस की पूछताछ में युवकों ने खुलासा किया कि मुंबई में मौलाना कमर गनी उस्मानी से उनकी मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात में कमर गनी ने युवकों से कहा था की कोई भी इस्लाम के खिलाफ बोले तो उसे एलिमिनेट कर दो.
पुलिस के मुताबिक, इस हत्याकंड में एक अन्य आरोपी अजीम समा ने अहमदाबाद के मौलवी को हथियार दिए थे और इस मौलवी ने आरोपियों को हथियार मुहैया कराए थे. पुलिस ने शब्बीर और इम्तियाज़ से पूछताछ कर किशन की हत्या में इस्तेमाल हुई पिस्तौल और बाइक को सर मुबारक बुखारी दादा दरगाह के पीछे एक जगह से बरामद किया है.