नोटों की इतनी गड्डियां कि उन्हें बांधने के लिए ज़रूरी रबरबैंड ख़रीदने में ही हर हफ़्ते 65 हज़ार रुपए खर्च हो जाएं. कैश इतना ही तिजोरियां कम पड़ जाएं और नोट छिपाने के लिए ज़मीन में गड्ढे करवाने पड़ें. एक चिड़िया घर, जो जेल के अंदर बना था, जिसमें रखे थे ऐसे जानवर, जो देश में और कहीं नहीं मिलते थे. एक परिवार जिसे सर्दी से बचाने के जला दिए गए 13 करोड़ रुपए. ये सब हिस्से हैं उस शख़्स की कहानी के, जो अपने वक्त में दुनिया का सातवां सबसे अमीर शख़्स था. और ये शोहरत उसे हासिल हुई थी दुनिया के सबसे ताकतवर देश की नाक के नीचे एक सफ़ेद पावडर पहुंचाकर. इस पावडर का नाम था कोकेन. और इसी के चलते उसे शख़्स का नाम पड़ा कोकेन किंग. पूरा किस्सा जानने के लिए देखें वीडियो.
तारीख: हर हफ़्ते 64 हज़ार रुपए के रबर बैंड क्यों ख़रीदता था पाब्लो एस्कोबार?
कैश इतना ही तिजोरियां कम पड़ जाएं और नोट छिपाने के लिए ज़मीन में गड्ढे करवाने पड़ें.
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