क्या एक देश के एक से ज्यादा नाम हो सकते हैं? क्या एक नाम दूसरे से ज्यादा जरुरी होता है? इन्हीं सब सवालों की छाया में आज बात करेंगे इस देश के नामों की. जिस देश को हम इंडिया भारत या हिंदुस्तान कहते हैं. समय और काल में उसे और कई नामों से जाना जाता रहा है. मसलन अशोक के शिलालेखों में जंबूद्वीप नाम का जिक्र मिलता है. हिन्दू धार्मिक ग्रंथों में भी जम्बूद्वीप का उल्लेख है. हालांकि जम्बूद्वीप का संबंध पूरे महाद्वीप से था या एक खास देश से. ये पक्का नहीं कहा जा सकता. इस महाद्वीप में काले जामुनों की बहुतायत थी. शायद इसी कारण इसे जम्बूद्वीप कहा जाता था. नाम और भी थे.
तारीख: क्या है इंडिया हिंदुस्तान भारत, इन नामों के पीछे की कहानी?
भारत के बाद अब बात बाकी दो नामों की. हिंदुस्तान और इंडिया. इन दोनों नामों का आपस में गहरा रिश्ता है. क्योंकि दोनों नामों के मूल में एक ही नाम है- सिंधु. सिंधु नदी का नाम है.
तिब्बत के लोग इसे ग्यागर और फाग्युल कहकर बुलाते थे. वहीं चीन के लोग अलग अलग समय में इसे तियांजु और जुआंदु और येंदु नाम से बुलाते रहे. इसके अलावा आर्यों के कारण इसे आर्यावर्त नाम भी मिला. हालांकि जो नाम सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता था, खासकर यहां रहने वाले लोगों के द्वारा, वो भारत था.