The Lallantop
Logo

तारीख: औरंगज़ेब, निज़ाम, तैमूर लंग - कहानी गाज़ियाबाद की

पश्चिम UP का एक शहर. फैक्ट्रियां, इमारतें, कंक्रीट का जंगल. कंक्रीट के इस फर्श के नीचे हालांकि मिट्टी है. और वक्त के साथ इस मिट्टी का सफ़र सदियों पुराना है. इस सफ़र से होकर गुजरता है, एक किला, जिसके ठीक बगल में एक सल्तनत तबाह कर दी गई थी. ऐसा क़त्ल-ए-आम मचा था कि नरमुंडों की मीनार खड़ी हो गई थी.

Advertisement

गाज़ियाबाद - ये नाम सुनकर आपको क्या याद आता है? पश्चिम UP का एक शहर. फैक्ट्रियां, इमारतें, कंक्रीट का जंगल. कंक्रीट के इस फर्श के नीचे हालांकि मिट्टी है. और वक्त के साथ इस मिट्टी का सफ़र सदियों पुराना है. इस सफ़र से होकर गुजरता है, एक किला, जिसके ठीक बगल में एक सल्तनत तबाह कर दी गई थी. ऐसा क़त्ल-ए-आम मचा था कि नरमुंडों की मीनार खड़ी हो गई थी. इसी सफ़र में शुरुआत हुई थी दक्कन की एक रियासत की. जिसने आजादी के बाद लौह पुरुष सरदार पटेल के लिए सिरदर्द पैदा कर दिया था. इसी सफ़र में गुजरी थी एक रात, जब आजादी के दीवाने मशाल लेकर अंधेरे को मिटाने निकल पड़े थे. और इसी सफ़र में पैदा हुई थी एक लड़की, जिसने शहीद-ए आजम भगत सिंह की जान बचाने के लिए उनकी पत्नी का भेष धर लिया था. ऐसी और न जाने कितनी कहानियां हैं. जो मिलकर बनाती हैं. गाजियाबाद. क्या है इस शहर का इतिहास? जानेंगे आज तारीख के एपिसोड में. 

Advertisement

Advertisement
Advertisement