
टॉम ऐंड जेरी की पहचान उसकी मस्ती और शरारत है. मगर इस सीरीज का एक एपिसोड ऐसा भी है, जिसमें न मस्ती है, न हंसी. है तो बहुत सारा मातम. इसे कार्टून के इतिहास का सबसे डार्क एपिसोड बोलते हैं.
टॉम और जेरी एकसाथ मर गए! नहीं. MGM के ऑरिजनल 'टॉम ऐंड जेरी' सीरीज में एक एपिसोड है- ब्लू कैट ब्लूज. एपिसोड नंबर 103. कहते हैं कि ये इस कहानी का अंत था. टॉम-जेरी की कहानी किसी सीरियल जैसी नहीं थी. कि जहां पिछले एपिसोड की कहानी आगे बढ़े. इसके हर एपिसोड में किरदार वो ही पुराने होते, मगर कहानी नई होती. लेकिन जिस तरह हर चीज की एक एक्सपायरी डेट होती है, वैसे ही इस सीरिज को भी कभी न कभी तो खत्म होना ही था. तो इसे बनाने वालों ने सोचा कि एक ऐसा अंत दें कि लोगों को लगे कि सच में टॉम-जेरी का अंत हो गया. दोनों मर गए. मगर ये मौत सीधे-सीधे दिखाई नहीं गई. इस तरह पेश की गई कि देखने वाला समझ जाए कि टॉम और जेरी मर गए. एकसाथ. साथ-साथ.

इस एपिसोड में टॉम ऐंड जेरी दुखी होकर आत्महत्या करते दिखते हैं. टॉम के पास दुखी होने की वजह होती है. और जेरी इसलिए उदास होता है कि टॉम उदास है.
बिल्ली को खुश करने के लिए खुद को बेच देता है टॉम एपिसोड शुरू होता है टॉम की उदास सूरत से. वो रेल की पटरियों पर मुंह लटकाए बैठा है. जेरी उसके पास आता है. और फिर आगे की कहानी फ्लैशबैक में चलती है. जेरी की मुंहजुबानी. पीछे से उसकी आवाज आती है और पर्दे पर सीन चलते रहते हैं. वो टॉम की हालत से दुखी होता है. इस दुख की वजह होती है एक सफेद रंग की बिल्ली. टॉम इस बिल्ली को चाहने लगता है. उसके लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहता है. अपनी कीमती चीजें बेचकर टॉम एक हीरे की अंगूठी खरीदता है. और उस बिल्ली को प्रपोज करने पहुंचता है. वहां बिल्ली उसे एक बड़ा सा हीरा दिखाती है. जो उसे एक अमीर बिल्ले ने तोहफे में दिया होता है. अब टॉम क्या करे? बिल्ली को तो महंगे तोहफे चाहिए. वरना वो टॉम की तरफ देखेगी भी नहीं. तो टॉम खुद को बेच देता है. गुलाम बन जाता है. इससे जो पैसे मिलते हैं, उन्हें बिल्ली के नाम कर देता है.

टॉम को एक सफेद बिल्ली से प्यार होता है. मगर उस बिल्ली को महंगे तोहफे अच्छे लगते हैं. टॉम इतने पैसे कहां से लाएगा?
और टॉम का दिल टूट जाता है इतना कुछ करने पर भी बिल्ली ने उसके प्यार को भाव नहीं दिया. इस सबकी वजह से टॉम का दिल टूट जाता है. चूंकि ये शो बच्चे देखते थे, इसीलिए टॉम को शराब पीते हुए दिखाने पर विवाद होता. इसीलिए उदासी में टॉम को दूध पीते हुए दिखाते हैं. उसके ऊपर खूब सारा कर्ज चढ़ जाता है. जेरी चुपचाप उसके साथ बना रहा. मगर फिर एक दिन उस सफेद बिल्ली की शादी हो जाती है. टॉम का दिल पूरी तरह टूट जाता है. उसे लगता है कि अब जीने की कोई वजह नहीं बची है उसके पास. वो स्वीमिंग पूल में कूद जाता है. जेरी किसी तरह उसे बचाकर लाता है. ये शायद इस पूरी सीरीज का इकलौता एपिसोड है, जहां टॉम-जेरी लड़ते नहीं. जहां जेरी टॉम को परेशान नहीं करता, बल्कि उसकी परवाह करता है. उसे बचाता है.

टॉम बड़ी कोशिश करता है, मगर वो बिल्ली उसे भाव नहीं देती. वो एक अमीर बिल्ले से शादी कर लेती है. टॉम को इसका गहरा सदमा लगता है.
ट्रेन आती है, टॉम-जेरी को कुचलकर चली जाती है मगर फिर अगले ही सीन में दोनों रेल की पटरी पर बैठे दिखते हैं. एकदम उदास. पीछे से ट्रेन की आवाज आती है. और फिर ट्रेन उनके ऊपर से गुजर जाती है. टॉम-जेरी की लाश तो नहीं दिखती, मगर खून का एक फव्वारा जरूर नजर आता है. इससे लगता है कि वो मर गए.
इस अंत का मतलब क्या हो सकता है? बच्चों के कार्टून शो में इतनी उदासी दिखाना नॉर्मल नहीं है. पर्दे पर भले ही टॉम को दूध पीते दिखाया गया हो, मगर साफ पता चलता है कि दिखाने वाले दूध नहीं, दारू दिखाना चाहते थे. फिर आत्महत्या? बच्चों के लिहाज से सोचिए तो ये बेहद क्रूर लगता है. शायद इसी वजह से कार्टून नेटवर्क और बूमबर्ग ने उस समय ये एपिसोड बैन कर दिया था. फिर शायद विलियम और जोसफ को महसूस हुआ होगा. कि बच्चों के प्यारे टॉम-जेरी को मारा नहीं जा सकता है. वैसे भी ये सीरीज इस एपिसोड पर खत्म नहीं हुई. इसके बाद भी जारी रही. इसके बाद जो एपिसोड बने, उनमें टॉम-जेरी जिंदा थे. हमेशा की तरह शरारत कर रहे थे. दौड़-भाग रहे थे. लोगों को हंसा रहे थे.

उदास होकर टॉम पीने लग जाता है. और एक दिन स्वीमिंग पूल में कूद जाता है. जेरी किसी तरह उसे बचाकर लाता है. मगर फिर टॉम आत्महत्या करने चला जाता है.
ऑरीजनल सीरीज के आखिरी एपिसोड में क्या था? जिस एपिसोड नंबर 114 'टॉट वॉचर्स' के साथ ये ऑरिजनल सीरीज खत्म हुई, उसमें कुछ भी आखिरी जैसा नहीं था. ये वैसा ही था, जैसे बाकी एपिसोड्स थे. हंसी, मजा, शरारत. शायद प्रोड्यूसर्स को लगा हो. कि अंत दिखाने के लिए अंत करना जरूरी नहीं. कि हंसते-खिलखिलाते भी विदा ली सकती है. बाद में मशहूर एनिमेटर चक जोन्स ने इसे दोबारा अपने स्टाइल में शुरू किया. ये सीरीज भी बहुत कामयाब रही.
ये भी तो हो सकता है कि... सिनेमा थियेटर्स में जब फिल्में रिलीज होतीं, तो फिल्म शुरू होने से पहले या फिर इंटरवल के समय कुछ चाहिए होता था. जिससे लोगों को बांधकर रखा जा सके. 'टॉम ऐंड जेरी' को भी असल में इसीलिए बनाया गया था. फिर इसे टीवी पर दिखाया जाने लगा. इसकी खास बात ये थी कि इसके हर एपिसोड की कहानी अलग होती. अपने आप में पूरी. किरदार वो ही होते, मगर कहानी नई होती हर बार. इस तरह के प्लॉट में कहानी खत्म कैसे होगी? कहानी को खत्म होने की जरूरत ही क्या है? शायद इसीलिए कुछ लोग ये भी कहते हैं कि पटरी पर बैठे टॉम-जेरी मरे नहीं थे. वो बस उस एपिसोड की कहानी का अंत था.

ये इकलौता एपिसोड था इस सीरीज का, जिसमें टॉम-जेरी की चुहल नहीं दिखाई देती. आपको ये एपिसोड देखकर ही महसूस हो जाएगा. हो सकता है कि विलियम और जोसफ को ये एपिसोड बनाने के बाद महसूस हुआ होगा कि टॉम-जेरी का ऐसा अंत नहीं होना चाहिए.
बैताल जब भी विक्रम की पीठ पर चढ़ता, नई कहानी सुनता बैताल जब भी विक्रम की पीठ पर सवार होता, तो हर बार नई कहानी सुनता. ऐसे ही, टॉम-जेरी भले एक ही हों, मगर हर एपिसोड में उनकी कहानी एकदम ताजी होती थी. तो हो सकता है कि 'ब्लू कैट ब्लूज' में जो दिखाया, वो उस एपिसोड की कहानी थी. इसीलिए अगले एपिसोड में टॉम-जेरी फिर जिंदा हो गए. कार्टून की दुनिया में मशहूर होने का कोई अवॉर्ड दिया जाए, तो शायद टॉम-जेरी को ट्रॉफी मिलेगी. ये दोनों ऐसे किरदार हैं जिनसे मेरे पापा ने भी प्यार किया. मैंने भी प्यार किया और मेरे बाद आने वाली पीढ़ियां भी इनसे प्यार करेंगी. अगली बार कोई आपसे पूछे कि 'एवरग्रीन' का क्या मतलब होता है, तो बिना झिझके बोल दीजिएगा- टॉम ऐंड जेरी.
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