कहानी शुरू होती है. एक युद्ध के मैदान से. आमने सामने थीं दो सेनाएं. अवेंजर्स असेम्बल की तर्ज पर एक तरफ 10 राजा इकठ्ठा हुए. जिन्हें लीड कर रहा था पुरु वंश. जबकि दूसरी तरफ थेनोस की माफिक खड़े थे इकलौते राजा सुदास. सुदास भरतवंश से आते थे. भरत और पुरु, इन दोनों का नाम आपने महाभारत में सुना होगा. लेकिन ये कहानी उससे बहुत पहले की है. वीडियो देखें.