ओडिशा (Odisha) के नयागढ़ जिले में 13 साल के एक बच्चे का यौन शोषण किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. मृतक नीलापल्ली के एक मदरसे में पढ़ाई कर रहा था. हत्या और यौन शोषण के आरोप मृतक के साथ पढ़ने वाले सीनियर छात्रों पर लगे हैं. सारे आरोपी भी नाबालिग हैं. इतना ही नहीं, आरोपियों ने पीड़ित की हत्या का दूसरा प्रयास किया था. पहली बार आरोपियों ने पीड़ित को मरा हुआ समझकर छोड़ दिया था, लेकिन वो किसी तरह बच निकला. इसके बाद आरोपियों ने उसे दोबारा निशाना बनाया.
मदरसे में 13 साल के बच्चे का यौन शोषण, फिर साथी छात्रों ने मारा और शौचालय के टैंक में फेंक दिया
Odisha News: चौंकाने वाली बात ये है कि हत्या के पहले प्रयास के बाद मुख्य आरोपी खुद ही मदरसे के हेड टीचर के पास गया और उनको जानकारी दी कि पीड़ित छात्र लापता है.


मृतक मूल रूप से कटक जिले के अठगढ़ का निवासी था और मदरसे में पढ़ाई करता था. आरोप है कि उसके कुछ सीनियर लंबे समय से उसका यौन शोषण कर रहे थे. मृतक के पिता की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, 31 अगस्त की दोपहर को करीब 1 बजे भी आरोपियों ने पीड़ित का यौन शोषण किया और फिर उसे बेरहमी से पीटा. जब उनको लगा कि पीड़ित मर गया, तो उन्होंने मदरसे के ही एक परित्यक्त शौचालय के टैंक में उसे फेंक दिया और वहां से चले गए.
चौंकाने वाली बात है कि मामले का मुख्य आरोपी इसके बाद खुद ही मदरसे के हेड टीचर के पास गया और उनको जानकारी दी कि पीड़ित छात्र लापता है.
लेकिन किसी तरह पीडि़त की जान बच गई और वो उस टैंक से बाहर निकल आया. ये जानकारी आरोपियों को भी मिली. इसके बाद 2 सितंबर की सुबह करीब 11 बजे वो पीड़ित को किसी बहाने से, फिर से उसी टैंक के पास ले गए और फिर से उसका यौन शोषण किया. आरोपियों ने इस बार गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को उसी शौचालय के टैंक में फेंक दिया.
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सारे आरोपी नाबालिगपुलिस ने मुख्य आरोपी की पहचान कर ली है. उसकी उम्र 15 साल है. उसका साथ देने वाले दो आरोपियों की उम्र 14 साल और 13 साल है, अन्य दो आरोपियों की उम्र 12 साल है. ये सब खोरधा जिले और रानपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं. पुलिस ने मौके से जरूरी सबूत जुटा लिए हैं. गवाहों के बयान भी लिए गए हैं. इसी के आधार पर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने हत्या और शव को ठिकाने लगाकर सबूत मिटाने की कोशिश की बात कबूल कर ली है. मदरसे के प्रवेश रजिस्टर से उनके नाम हटा दिए गए हैं. उनके जन्म प्रमाण पत्र जब्त कर लिए गए हैं. आगे की कार्यवाही के लिए मामला किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया है.
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