एक कहावत है कि ईश्वर के द्वार पर राजा और रंक, सब बराबर हैं. यही वजह है कि मंदिरों में अक्सर वीआईपी दर्शन (VIP Culture) और ऐसे कल्चर को लेकर विरोध की खबरें सामने आती रहती हैं. इसी से जुड़ी एक खबर यूपी के मथुरा से आई है. मथुरा के ठाकुर श्री बांके बिहारी (Banke Bihari Mandir) जी मन्दिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी (High Power Management Committee) ने कई बड़े फैसले लिए हैं. कमेटी की चौथी बैठक में कमेटी ने वीआईपी दर्शन और टाइमिंग को लेकर कई अहम फैसले लिए गए है. इनमें सबसे फैसला वीआईपी कल्चर को लेकर लिया गया है. अब बांके बिहारी मंदिर में वीआईपी दर्शन और पर्ची की व्यवस्था पूरी तरह से खत्म की जाएगी.
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में नहीं कटेगी VIP पर्ची, दर्शन की टाइमिंग भी बदलेगी
Shri Banke Bihari Mandir को लेकर Supreme Court द्वारा बनाई गई इस High Power Management Committee ने मंदिर में VIP Darshan, मंदिर की टाइमिंग से जुड़े कई अहम फैसले लिए हैं.


- सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई इस हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी में रिटायर्ड और वर्तमान जजों के अलावा पुलिस के अधिकारी, पुरातत्व विभाग के अधिकारी, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण के अलावा मंदिर से जुड़े लोग इसमें शामिल थे. इस बैठक में
- अध्यक्ष: इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस (रिटायर्ड) अशोक कुमार
- सदस्य: जिला एवं सत्र न्यायाधीश (रिटायर्ड) मुकेश मिश्रा
- जिला एवं सत्र न्यायाधीश मथुरा विकास कुमार
- मुंसिफ/ सिविल जज मथुरा शिप्रा दुबे
- सचिव जिला मजिस्ट्रेट/कलेक्टर मथुरा चन्द्र प्रकाश सिंह
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा श्लोक कुमार
- नगर आयुक्त मथुरा-वृन्दावन नगर निगम मथुरा जग प्रवेश
- उपाध्यक्ष, मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण मथुरा श्याम बहादुर सिंह
- अधीक्षण पुरातत्वविद्, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, आगरा डॉ० स्मिता एस० कुमार
- गोस्वामी राजभोग समूह के श्री शैलेन्द्र गोस्वामी
- गोस्वामी राजभोग समूह के श्रीवर्धन गोस्वामी
- गोस्वामी शयनभोग समूह के श्री दिनेश कुमार गोस्वामी
- गोस्वामी शयनभोग समूह से श्री विजय कृष्ण गोस्वामी (बब्बू)
हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में सबसे बड़ा फैसला वीआईपी दर्शन को लेकर लिया गया है. साथ ही मंदिर परिसर में वी०आई०पी० दर्शन के लिए प्रयोग किए जाने वाली गैलरी को हटाए जाने पर भी फैसला लिया गया है. इसके अलावा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए उनके एंट्री और बाहर निकलने की व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा. इससे भारी भीड़ होने पर भी दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को दिक्कत नहीं होगी. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे इसके लिए मंदिर परिसर के अंदर प्राइवेट गार्ड्स के साथ-साथ पुलिस के जवानों को तैनात किये जाने पर विचार किया जा रहा है.
इन बिंदुओं पर समिति की सहमतिवीआईपी पर्ची को बंद किए जाने पर सहमति बनी है. प्रवेश द्वार से सिर्फ प्रवेश हो तथा निकास द्वार से सिर्फ निकास होगा. मंदिर में तैनात सभी पुलिस कर्मचारी एवं प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड अपने दिए गए ड्यूटी स्थान/स्थल पर ही ड्यूटी करेंगे. यदि कोई सुरक्षाकर्मी या गार्ड किसी दूसरी जगह विचरण करता पाया जाएगा, तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यवाही करेंगे. वर्तमान में मंदिर सिक्योरिटी में तैनात प्राइवेट कर्मचारियों को बदलते हुए अच्छी प्राइवेट सिक्योरिटी या रिटायर्ड सैनिकों वाली सिक्योरिटी एजेंसी को व्यवस्था हेतु लाया जाएगा. इसके अलावा मन्दिर भवन / मंदिर परिसर का आई०आई०टी० रुड़की से इंटर्नल स्ट्रक्चर ऑडिट कराये जाने को लेकर सभी कमेटी मेंबर्स ने सहमित प्रदान की.
आजतक से जुड़े पत्रकार मदन की रिपोर्ट के मुताबिक हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में मंदिर के समय को लेकर भी फैसले किए गए हैं. अब गर्मियों में मंदिर में सुबह 7 से 7:15 बजे तक आरती होगी, 7:15 से दर्शन चालू हो जाएंगे जो दोपहर के 12 बजकर 30 मिनट तक होंगे. इसके बाद 12 बजकर 30 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक आरती होगी. इसके बाद शाम के 4 बजकर 15 मिनट से रात के 9 बजकर 30 मिनट तक श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद रात को 9 बजकर 30 मिनट से 9 बजकर 45 मिनट तक आरती होगी.
सर्दियों के मौसम में भी ठंड को देखते हुए सुबह की आरती 8 बजे से 8 बजकर 15 मिनट तक होगी. इसके बाद 8 बजकर 15 मिनट से दोपहर के 1 बजकर 30 मिनट तक श्रद्धालु मंदिर में दर्शन कर सकेंगे. फिर 1 बजकर 30 मिनट से 1 बजकर 45 मिनट तक आरती होगी. शाम को फिर से 4 बजे से रात के 9 बजे तक दर्शन तथा 9 बजे से 9 बजकर 15 मिनट तक आरती होगी. कमेटी के सभी सदस्यों ने दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग पर सहमति जता है. दर्शन के दौरान लगातार लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी. साथ ही श्री बांके बिहारी जी मंदिर के पास कितनी चल-अचल संपत्ति है, 15 दिनों के भीतर इसका वितरण प्राप्त कर समिति के सामने रखा जाएगा. इसके अलावा 2013 से 2016 तक के समय का विशेष ऑडिट भी कराया जाएगा.
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मंदिर गर्भ गृह के बगल के कमरे को लेकर बभी कमेटी ने फैसला लिया है. गर्भ गृह के बगल में जो कमरा बंद है, उसे खोलने की व्यवस्था के लिए एक कमेटी बनेगी जिसमें ऑडिटर, सिविल जज, ए0सी0एम0 वृंदावन, सीओ वृंदावन तथा गोस्वामी सदस्यों में से कोई 1 शामिल होगा. ये कमेटी अपने सामने कमरा खुलवाएगी और इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. कमरे में मौजूद सभी सामानों की इन्वेंटरी बनाई जाएगी तथा संयुक्त हस्ताक्षर करवा के इन्हें समिति के सामने रखा जाएगा.
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