उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के खैर इलाके में अभिषेक गुप्ता नाम के कारोबारी की बस स्टैंड पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने गोली मारने वाले को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में मोहम्मद फजल नाम के शूटर ने बता दिया है कि किसके इशारे पर उसने अभिषेक की हत्या की है? मामला पैसे को लेकर हुए विवाद का था और हत्या का आरोप हिंदू महासभा की एक नेता और उनके पति पर लगा है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी वायरल हो रही है, जिसमें मारे गए अभिषेक गुप्ता कथित तौर पर आरोपी महिला के बारे में लिखते हुए उसे ‘लेडी नाथूराम गोडसे’ बता रहे हैं. हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि पोस्ट इन्हीं अभिषेक गुप्ता का है या नहीं.
'जिसे लेडी गोडसे बताया, उसी ने मरवा दिया', हिंदू महासभा की नेता पर कारोबारी की हत्या का आरोप
Aligarh Abhishek Gupta Murder Case: अलीगढ़ में युवा कारोबारी अभिषेक गुप्ता की हत्या के मामले में पुलिस ने एक शूटर को गिरफ्तार किया है. उसने बताया कि हिंदू महासभा की नेता पूजा शकुन पांडेय और उनके पति ने कारोबारी की हत्या की सुपारी दी थी. कॉल डिटेल से भी बड़ी बातें पता लगी हैं.
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पूरा मामला विस्तार से बताते हैं.
अभिषेक गुप्ता अलीगढ़ के खैर इलाके के युवा व्यापारी थे. वह एक टीवीएस बाइक का शोरूम चलाते थे. 26 सितंबर 2025 को वह अपने पिता और चचेरे भाई के साथ बस पकड़ने खेरेश्वर चौराहे पर गए थे. तभी उन्हें निशाना बनाकर गोली मारी गई, जिससे उनकी मौत हो गई. परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि हिंदू महासभा की नेता पूजा शकुन पांडेय और उनके पति अशोक पांडेय के साथ अभिषेक का पैसों को लेकर विवाद चल रहा था. इसे लेकर अभिषेक पर काफी दबाव था और उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था. परिवार को शक है कि पूजा और अशोक ने ही अभिषेक की हत्या कराई है.
इंडिया टुडे से जुड़े मोहम्मद अकरम खान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अलीगढ़ के एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया,
28 सितंबर की रात साढ़े 9 बजे अभिषेक गुप्ता की दो बाइक सवारों ने हत्या कर दी थी. मौके का निरीक्षण अधिकारियों ने किया और परिवार की तहरीर पर गांधीबाग थाना इलाके के रहने वाले अशोक पांडेय और पूजा शकुन पांडेय के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया था.
उन्होंने आगे कहा कि हत्यारे को पकड़ने के लिए पुलिस ने पहले तो अपने मुखबिरी तंत्र को एक्टिवेट किया. फिर खैर से सिकंदराराव मार्ग तक के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाल डाले. कई गवाहों से भी पूछताछ की गई. इन सबके नतीजे में हत्या में शामिल शूटर फजल पुलिस के हत्थे चढ़ गया. पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की तो उसने हत्या से जुड़े कई खुलासे किए. उसने बताया कि हत्या के लिए 3 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जिसमें से 1 लाख रुपये उसे एडवांस में मिले थे.
रिपोर्ट के अनुसार, फजल को ये पैसे दिए थे पूजा शकुन पांडेय और अशोक पांडेय ने. पुलिस ने दोनों का कनेक्शन पता करने के लिए और जांच की तो पता चला कि बीते दो महीने में पूजा और अशोक की फजल से 38 बार फोन पर बात हुई थी. इस दौरान दोनों पक्षों में कई बार सौदेबाजी हुई.
वहीं, फजल ने पुलिस को बताया कि वह पूजा और उसके परिवार को कई साल पहले से जानता था. पहले भी वह उनकी कई कामों में मदद कर चुका था. इस पुराने रिश्ते के भरोसे पर ही उसे हत्या की सुपारी दी गई थी.
पुलिस अधिकारी ने बताया,
अशोक और पूजा ने एक शख्स के मर्डर के लिए फजल से एक आदमी मांगा था. फजल ने इसके बाद उन्हें आसिफ से मिलवाया. उनकी मीटिंग हुई और इस मीटिंग में अभिषेक का फोटो शूटर को दिखाया गया था. 3 लाख रुपये में बात तय हुई और 1 लाख रुपये शूटरों को कैश दिए गए थे. इसके बाद आरोपियों ने पहले रेकी की और खैर में अभिषेक को मारने की कोशिश की लेकिन वहां मौका नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने अभिषेक का पीछा किया और जब वह सिकंदराराव जाने वाली बस में बैठने जा रहे थे, तभी उन्हें गोली मार दी. अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि फजल का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है.
मामले में पुलिस ने अशोक पांडेय को 28 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. वहीं, पूजा शकुन पांडेय फरार है. उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है. इस हत्याकांड में एक और शूटर आसिफ की तलाश की जा रही है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पूजा शकुन पांडेय का एक अकाउंट है, जिसमें उन्हें 'महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती' बताया गया है. परिचय में और भी चीजें लिखी हैं. जैसे- वह निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हैं. हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव हैं. सनातन हिंदू सेवा संस्थान की न्यासी और हिंदू न्याय पीठ की पीठाधीश्वर हैं. अकाउंट पर एक पोस्ट पिन है, जिसमें एक फोटो में वह गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यती नरसिंहानंद के साथ हैं. इस फोटो के साथ उनका एक बयान लिखा है- केवल घंटा बजाने से काम नहीं होगा. धर्म की रक्षा करना और धर्म के लिए बोलना और संघर्ष करना ही असली संत का काम है.
पूजा शकुन पांडेय पहले भी विवादित रह चुकी हैं. पहली बार वह तब चर्चा में आई थीं जब उन्होंने गांधी जी के पुतले को गोली मारते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था. इस वीडियो में वह ‘गोडसे जिंदाबाद’ के नारे लगाते भी दिखी थीं. नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की थी. पूजा शकुन के पति अशोक पांडेय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.
मारे गए अभिषेक गुप्ता की भी प्रोफाइल सोशल मीडिया पर वायरल है. खासतौर पर उनकी एक पोस्ट जिसमें वह उनकी हत्या की आरोपी पूजा शकुन गुप्ता को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं. इसमें पूजा को देशभर में 'लेडी गोडसे' के नाम से प्रसिद्ध बताया गया है. हालांकि, ये अकाउंट अभिषेक का ही है, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है.
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