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पड़ताल: इसराइल-फ़लस्तीन तनाव के बीच अल-अक्सा मस्जिद पर हमले की है ये तस्वीर?

सोशल मीडिया पर दावा, इसराइल ने इस्लाम के तीसरे सबसे पवित्र स्थल को तोड़ दिया है.

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इसरायल-फ़लस्तीन के बीच बढ़े तनाव के बीच भारत में सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि इस्लाम की महत्वपूर्ण मस्जिद अल-अक्सा को इसरायल ने तोड़ दिया है.
दावा इसराइल-फ़लस्तीन के बीच तनाव जारी है. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर रॉकेट दागे हैं. इसराइल की ओर से किए गए हमलों से फ़लस्तीन के गाज़ा पट्टी इलाके में कई इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. यूं तो इसराइल-फ़लस्तीन तनाव दशकों पुराना है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से पूर्वी जेरूसलम में कुछ फ़लस्तीनी परिवारों को इसराइल की ओर से बलपूर्वक निकालने की कोशिश हुई
, जिसका फ़लस्तीनियों ने विरोध किया.
रमज़ान माह के आखिरी शुक्रवार (7 मई 2021) को अल-अक्सा मस्जिद (इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल) में फ़लस्तीनियों और इसराइल सुरक्षा बलों के बीच टकराव हुआ. इसमें कइयों को चोटें आईं. तब से दोनों ओर से आक्रामक हमले लगातार जारी हैं. तमाम खौफ़नाक तस्वीरें और वीडियोज़ इसकी तस्दीक करते हैं.
इस बीच इसराइल-फ़लस्तीन तनाव और अल-अक्सा मस्जिद को जोड़ती एक तस्वीर वायरल हो रही है. इसे दिखाकर दावा किया जा रहा है कि इसराइली सुरक्षा बलों ने अल-अक्सा मस्जिद को तोड़ दिया है.
फेसबुक पर 'श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या धाम' नाम के ग्रुप में यूज़र प्रशांत जायसवाल
 ने ये दावा किया है. (आर्काइव
)
वायरल दावा.
वायरल दावा.


ऐसे कई दावे फेसबुक पर वायरल
हैं.
ट्विटर पर भी ये तस्वीर शेयर की जा रही है
पड़ताल हमारी पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ये तस्वीर जेरूसलम में स्थित अल-अक्सा मस्जिद की नहीं है. ये गाज़ा पट्टी में साल 2014 में इसराइल की ओर से किए गए हमले की तस्वीर है. हालांकि 7 मई 2021 को अल-अक्सा मस्जिद के परिसर में इसरायली सेना और फ़लस्तीनियों के बीच झड़प हुई थी.
सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च का इस्तेमाल किया. हमने पाया कि ये तस्वीर 29 जुलाई 2014 की है. फ़लस्तीनी संगठन हमास और इसराइली सेना के बीच उन दिनों भी तनाव चरम पर था.
ये तस्वीर 'यूरोपियन प्रेसफोटो एजेंसी (EPA)' की है. 'द वॉल स्ट्रील जर्नल' की 29 जुलाई 2014 की एक रिपोर्ट
में ये तस्वीर छपी है. रिपोर्ट में बताया गया-
इसराइल ने गाज़ा के इकलौते पावर प्लांट को निशाना बनाया था. इससे गाज़ा की 18 लाख की आबादी में से ज्यादातर अंधेरे में डूब गए थे. गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 8 जुलाई से 29 जुलाई 2014 के बीच हुए इन हमलों में 1200 फ़लस्तीनियों की जान चली गई थी. वहीं इसराइल के 53 सैनिक और 3 नागरिकों की मौत हुई थी.
'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' की रिपोर्ट.
'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' की रिपोर्ट.

EPA की ये फोटो- 'बीबीसी
', 'न्यू यॉर्क पोस्ट
' वेबसाइट पर भी प्रकाशित हुई थी.
आज यानी साल 2021 में भी फ़लस्तीन और इसराइल के बीच तनाव जारी है. इसराइल ने गाज़ा के रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाया है. जवाबी कार्रवाई में फ़लस्तीन ने सैकड़ों रॉकेट इसराइल की ओर छोड़े हैं. ताजा तस्वीरें आप इस लिंक पर देख सकते हैं
. नतीजा वायरल हो रही तस्वीर अल-अक्सा मस्जिद की नहीं है. ये 2014 में इसराइल की ओर से गाज़ा पट्टी में पावर प्लांट को निशाना बनाकर किए गए हमले की तस्वीर है. हालांकि, फ़लस्तीन-इसराइल के बीच तनाव चरम पर है और ऐसी कई ख़ौफनाक़ तस्वीरें सामने लगातार सामने रही हैं.
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