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'रांझणा' AI विवाद पर फिल्म के राइटर ने कहा- "प्रॉम्प्ट डालने वाले ने कौन सी फिल्म बनाई है?"

हिमांशु ने इस घटना की तुलना 'आनंद' फिल्म से की. उनके अनुसार, अगर 'आनंद' की एंडिंग बदल देते, तो उसे याद कौन रखता?

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धनुष ने तो यहां तक कहा कि ये वो फिल्म नहीं, जिसके लिए उन्होंने 12 साल पहले हामी भरी थी.

Eros International ने Raanjhanaa का क्लाइमैक्स बदलकर नया विवाद पैदा कर दिया है. ओरिजिनल फिल्म में जहां Dhanush के किरदार की मौत हो जाती है, इस बार AI के ज़रिए उसे जिंदा कर दिया गया है. इस चीज़ ने फिल्म के फैन्स को नाराज कर दिया. विवाद पर अब फिल्म की कहानी लिखने वाले Himanshu Sharma ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.  

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‘रांझणा’ का ये AI वर्जन 01 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज हुआ. मेकर्स ने फिल्म का सिर्फ तमिल वर्जन रिलीज किया, जिसका नाम है ‘अंबिकापति’. फिल्म की रिलीज़ के बाद से इंटरनेट पर इसका क्लाइमैक्स खूब वायरल हो रहा है. लल्लनटॉप सिनेमा से बातचीत के दौरान हिमांशु ने साफ कहा कि प्रोड्यूसर्स को कहानियों से ऐसी छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए. राइटर्स फिल्म का क्लाइमैक्स ध्यान में रखकर कहानी लिखते हैं. ऐसे में अगर 'रांझणा' का अंत ही बदल दिया गया, तो पूरी फिल्म का इम्पैक्ट ही खत्म हो जाएगा. अपनी बात को मजबूती देने के लिए उन्होंने 'आनंद' फिल्म का उदाहरण दिया. इसके अंत में राजेश खन्ना के किरदार की मौत हो जाती है. हिमांशु के ने कहा,

“आनंद वो सारी बातें करके अंत में बच जाता है. कैसा लगेगा? किसी को भी कैसा लगेगा? आज जितने प्यार से हम उस फिल्म का नाम लेते हैं, क्या आज हम ले पाते? क्या हमें याद होती वो फिल्म? क्या हम उसकी लाइनें दोहरा रहे होते? मुझे नहीं लगता. मैं लिखित तौर पर कह सकता हूं कि ऐसा नहीं होता. वो इसलिए आपके दिल में घर बनाती है क्योंकि उसके अंदर की वेदना आपके अंदर बैठ जाती है.”

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हिमांशु ने कहा कि उन्हें ‘रांझणा’ फिल्म का अंत बदलने का कोई तर्क समझ ही नहीं आया. इरोज़ के ऐसा करने से कहानी ना उनकी रही, ना ओरिजिनल राइटर्स की. इससे बेहतर था कि मेकर्स इसे री-रिलीज कर देते. कोई नहीं रोकता. 'तुम्बाड' और 'सनम तेरी कसम' ने री-रिलीज के दौरान ज़्यादा बिजनेस किया था. मगर प्रोड्यूसर्स ने फिल्म में AI से छेड़छाड़ करना चुना. जो कि सही नहीं है.

हिमांशु ने प्रॉम्प्ट डालने वालों के क्रिडेंशियल्स पर भी सवाल उठाया. उनके मुताबिक, जब डायरेक्टर्स और राइटर्स को फिल्म से जोड़ा जाता है, तो उनका पिछला काम मांगा जाता है. ऐसे में AI प्रॉम्प्ट डालने वालों को किस आधार पर चुना गया? हिमांशु ने कहा,

"आप AI प्लेटफॉर्म को प्रॉम्प्ट करते हैं. क्या कोई मुझे बताएगा, कौन कर रहा है प्रॉम्प्ट? वहां कौन व्यक्ति बैठकर प्रॉम्प्ट कर रहा है, हमें नहीं पता. वो कौन है, उसके क्रिडेंशियल्स क्या हैं? जो आपकी कहानी को बदल रहा है, जो इतना बड़ा कदम उठा रहा है, उसके क्रिडेंशियल्स क्या हैं क्रिएटिव तौर पर? क्या आपने कुछ बनाया है? क्या आपने कोई फिल्म बनाई है पहले? लिखी है या डायरेक्ट की है? क्रिएटिव ज़ोन में. मैं प्रोडक्शन की बात नहीं कर रहा. क्रिएटिव तौर पर आपके क्या क्रिडेंशियल्स हैं, जो आप ये प्रॉम्प्ट दे रहे हैं कि इस प्लेटफॉर्म को कि इस पर क्या किया जाए? ज़ीरो. आपने फिल्म प्रोड्यूस की होगी, मैं उस पर नहीं जा रहा. मगर जो प्रॉम्प्ट कर रहा है, क्या उसमें क्रिएटिव एक्यूमन है?"

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हिमांशु ने धनुष के हवाले से आगे कहा,

"'रांझणा' के (AI) अंत में जो धनुष सर आंखे खोलते हैं, क्या वो इस तरह से आंखें खोलना चाहते होंगे? आप एक एक्टर को लेकर एक्सप्रेशन अपने डाल रहे हैं. क्या उसकी क्रेडिब्लिटी पर फर्क नहीं पड़ता? जब उन्होंने फिल्म साइन की थी, तो क्या इस चीज के लिए की थी? उनको बताया गया था? ये तो पीठ-पीछे कर दिया आपने जा करके. ये डीपफेक जो आपने बनाया है, ये आप धनुष सर के हवाले से कैसे एक्टिंग कर रहे हैं? बीच में हमने कितने ऐसे केस देखे जहां चेहरा किसी व्यक्ति का है और बातें वो कुछ ऊटपटांग कर रहा है. लीगल तौर पर वो गलत है. अगर वो गलत है, तो हम इसे गलत क्यों नहीं मानेंगे?"

हाल के दिनों में गानों में AI का खूब इस्तेमाल होने लगा है. इसके ज़रिए नए जमाने के गानों में किशोर कुमार और मोहम्मद रफी जैसे सिंगर्स की आवाज इस्तेमाल की जाने लगी है. इस पर अपनी राय रखते हुए हिमांशु ने कहा,

"मुझे एग्जैक्टली नहीं पता कि इनका मोनेटाइजेशन कैसे हो रहा है? ये गाने जब सुने जा रहे हैं, तो उसकी रॉयल्टी उन ओरिजिनल सिंगर्स को, उन ओरिजिनल लिरिसिस्ट को, उन प्रोड्यूसर्स, उन डायरेक्टर्स को जा रही है या नहीं, मुझे पता करना पड़ेगा. अगर ऐसा है कि वो नहीं जा रहा, तो गलत है. इसको गलत मानने के लिए आपको वकील होने की जरूरत नहीं. ये नैतिक तौर पर गलत है. आप रफी साहब की आवाज इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसकी रॉयल्टी उनके परिवार के पास जानी चाहिए. आप ऐसे कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?"

'रांझणा' से शुरू हुई इस बहस पर आनंद एल राय और धनुष ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया है. धनुष ने तो यहां तक कहा कि ये वो फिल्म नहीं, जिसके लिए उन्होंने 12 साल पहले हामी भरी थी. साथ ही उन्होंने ऐसी हरकतों पर कड़े कानून लगाने की भी गुहार लगाई है. धनुष जल्द ही आनंद एल. राय की अगली फिल्म ‘तेरे इश्क में’ नज़र आने वाले हैं. इसे भी हिमांशु शर्मा ने ही लिखा है. धनुष के साथ फिल्म में कृति सैनन भी नज़र आएंगी. ‘तेरे इश्क में’ 28 नवंबर को रिलीज़ के लिए शेड्यूल्ड है.

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