शो में अपने काम से मनोज बाजपेयी और समांथा ने किल कर दिया. इस में कोई शक नहीं. यहां हम इन दोनों एक्टर्स के किरदारों की बात नहीं करेंगे. बात करेंगे उन किरदारों की जिनके बिना इस शो को इमेजिन कर पाना मुश्किल है. #1. जेके जेके तलपड़े. पाव भाजी का शौकीन. कहीं भी खाने जाता है तो मेनू कार्ड में राइट साइड पर नज़र रखता है. कि भाऊ, सब बजट में तो है ना. श्रीकांत का जिगरी यार है जेके. शक्ल देखकर मूड भांप लेता है श्रीकांत का. श्रीकांत किसी भी मुसीबत में हो. या जरूरत महसूस हो किसी बारे में बात करने की, तो दो ही लोगों का नंबर स्पीड डायल पर रखता है, अपनी बीवी सुचित्रा और जेके का. और जेके ऐसा है कि चाहे खुद कितना भी तनाव में हो, लेकिन उसे देखकर आपको टेंशन नहीं होगी. ऐसी एयर कैरी करते हैं जेके भाईसाहब.

'डोंट कॉल मी सर, जस्ट कॉल मी जेके'. फोटो - ट्रेलर
शो के सेकंड सीज़न को जेके के किरदार ने ही उसके हिस्से का ह्यूमर बख्शा है. श्रीकांत के साथ उसके जितने भी सीन हैं, वो स्टैंड आउट करते हैं. चाहे वो दोनों का लॉकअप वाला सीन हो. जहां जेके पुलिस इंस्पेक्टर को अपने सीनियर शर्मा का नंबर डायल करने को कहता है. या फिर हॉस्पिटल वाला सीन. जेके हॉस्पिटल में एडमिट है और श्रीकांत उससे मिलने आता है. दोनों की बातचीत ऐसी है जैसी लंगोटिए यारों में होती है. बिना किसी फिल्टर वाली बातें. जेके को ऐसा बनाने में जितना क्रेडिट राइटर्स का है, उतना या कह लीजिए उससे कहीं ज्यादा हिस्सेदारी शारिब हाशमी की है. जिन्होंने जेके का रोल निभाया. जेके को देखकर आपको अपने सबसे करीबी दोस्त की याद आएगी. जिसके साथ आप वयस्क होते हुए भी बच्चों की तरह पेश आ सकते हैं. वो भी बिना किसी जजमेंट के.