यूपी में चुनाव लड़ने वाले पति-पत्नी के जोड़ों का क्या हुआ?
अलग-अलग सीटों पर चुनाव लड़े पति-पत्नी.
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन रही है. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी ने 255 सीटों पर जीत दर्ज की है. इस चुनाव में कई दिग्गज नेता उतरे थे. साथ ही साथ कुछ ऐसे उम्मीदवार भी उतरे, जिन्होंने चुनावी नतीजों से इतर कुछ और वजहों से सुर्खियां बनाईं. मसलन, इस बार के यूपी चुनाव में अलग-अलग सीटों से पति-पत्नी के जोड़ों ने ताल ठोंकी थी. यूपी के ललितपुर जिले की महरौनी विधानसभा सीट पर बृजलाल खाबरी ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, वहीं उनकी पत्नी उर्मिला देवी सोनकर खाबरी भी कांग्रेस की टिकट पर उरई विधानसभा सीट से लड़ीं. हालांकि, पति-पत्नी चुनाव जीतने में सफल नहीं रहे. जहां बृजलाल खाबरी 4,334 वोट के साथ महरौनी सीट पर चौथे स्थान पर रहे, वहीं उनकी पत्नी 4,650 मत के साथ उरई सीट पर चौथे स्थान पर रहीं.
यासिर शाह-मारिया शाह की जोड़ी
यूपी के बहराइच जिले की दो सीटों पर भी पति-पत्नी का जोड़ा चुनाव लड़ने उतरा. बहराइच सदर सीट से सपा ने अपने दो बार के विधायक और राज्यमंत्री रहे यासर शाह को उतारा, वहीं जिले की मटेरा सीट से उनकी पत्नी मारिया शाह को टिकट दिया. खास बात ये कि मटेरा सीट से यासर शाह ने साल 2017 में चुनाव जीता था. वहीं बहराइच सदर सीट उनके पिता वकार अहमद शाह की पारंपरिक सीट रही है. वकार अहमद शाह ने इस सीट पर 1993 से लेकर 2012 तक लगातार पांच बार चुनाव जीता. बीजेपी की अनुपमा जायसवाल ने साल 2017 में सपा के इस गढ़ को ध्वस्त कर दिया था. पिता की पारंपरिक सीट बचाने उतरे यासर शाह इस बार थोड़े वोट से चूक गए. बहराइच सदर सीट पर उन्हें एक लाख तीन हजार से अधिक वोट मिले. वहीं योगी सरकार की राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल ने एक लाख सात हजार से ज्यादा वोट हासिल करके अपनी सीट बचा ली. बहुजन समाज पार्टी के नईम को 10 हजार से अधिक वोट मिले और वो तीसरे स्थान पर रहे. इधर मटेरा सीट पर मारिया शाह ने जीत हासिल की. उन्होंने बीजेपी के अरुणवीर सिंह को हराया. मारिया शाह को जहां करीब एक लाख दो हजार वोट मिले, वहीं अरुणवीर सिंह ने लगभग 92 हजार वोट हासिल किए. इस सीट पर बसपा के आकिब उल्ला खान करीब नौ हजार वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे.