"गाजियाबाद जिले की धौलाना विधानसभा 58, बूथ नंबर 14 और 15 पर वोटिंग लिस्ट में नाम होने के बाद भी मतदान करने में मतदाताओं को समस्या आ रही है. चुनाव आयोग संज्ञान लेकर कृपया निष्पक्ष मतदान कराना सुनिश्चित करे."
"मेरठ जिले की विधानसभा 48, बूथ नंबर 26 पर छोटी पर्ची होने की वजह से मतदाता 2 घंटे से लाइन में खड़े हैं. वोट नहीं डालने दे रहे हैं. चुनाव आयोग संज्ञान लेकर कृपया निष्पक्ष मतदान कराना सुनिश्चित करे."
पार्टी ने हापुड़ जिले की विधानसभा सीटों पर कथित वोटिंग फ्रॉड की बात कही. ट्वीट कर कहा,
"हापुड़ जिले की गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा 60, बूथ नंबर 245 पर ईवीएम बार-बार खराब होने की शिकायत आ रही है. इसी तरह हापुड़ जिले की सुरक्षित-59 विधानसभा की बूथ संख्या 35 पर वोटरलिस्ट में नाम होने के बावजूद अधिकारी मतदाताओं को वोट नहीं डालने दे रहे. चुनाव आयोग निष्पक्ष मतदान कराए."
समाजवादी पार्टी की तरफ से कहा गया कि बुलंदशहर की अनूपशहर विधानसभा पर अधिकारी महिला मतदाताओं से अभद्रता कर रहे हैं. वहीं, मेरठ की किठौर विधानसभा सीट के बूथ नंबर 82 पर मतदान प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है.
चुनाव आयोग की तरफ से जारी किया गया चार्ट. (फोटो: ECI)
समाजवादी पार्टी के इन आरोपों के बाद चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया आई है. आयोग की तरफ से एक चार्ट शेयर किया गया है, जिसमें अलग-अलग तरह का डेटा है. इस चार्ट में बताया गया है कि पहले चरण में उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर अभी तक बोगस वोटिंग नहीं हुई है. ना ही कहीं मतदान में कोई बाधा आई है. आयोग ने ये भी बताया कि गैरकानूनी तरीके से ईवीएम को बाहर निकालने की भी कोई घटना सामने नहीं आई है. बूथ कैप्चरिंग भी कहीं नहीं हुई है. ना ही किसी मतदान केंद्र पर किसी तरह की कोई हिंसा हुई है. कानून व्यवस्था का भी उल्लंघन नहीं हुआ है.