दी लल्लनटॉप ने पुणे में उन किसानों से बात की जो अपने बैलों को वार्षिक दौड़ के लिए ट्रेनिंग देते हैं. ट्रेनिंग के दौरान बैलों को सामान्य पशु आहार के साथ-साथ विशेष आहार दिया जाता है. ये 50 साल पुरानी परंपरा है. जिसमें पूरे महाराष्ट्र से लोग हिस्सा लेने आते हैं. देखिए पूरा वीडियो.